भारी उद्योग मंत्रालय

केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री ने चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में योगदान के लिए इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी को सम्मानित किया


केंद्र देश के विकास के लिए सीपीएसई को बढ़ावा देने का इच्छुक है, स्वदेशी वस्तुओं के विकास और निर्माण के लिए उद्योग को प्रोत्साहित करने में 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम एक बड़ी सफलता रही है: डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय

Posted On: 16 SEP 2023 6:48PM by PIB Delhi

केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने आज केरल के पलक्कड़ में तरल पदार्थ नियंत्रण अनुसंधान संस्थान (एफसीआरआई) में आयोजित एक समारोह में इसरो के चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में उत्कृष्ट योगदान के लिए इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी की त्रिची और रानीपेट इकाइयों को सम्मानित किया। इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. पांडेय ने विभिन्न उत्पादों की आपूर्ति के लिए भारी उद्योग मंत्रालय के तहत 4 सीपीएसई के योगदान की सराहना की, जिनका चंद्रयान -3 मिशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान था।

डॉ. पांडेय ने इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी को स्मृति चिह्न और प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए। आईएल ने क्रायोजेनिक इंजन सहित एलवीएम-3 के विभिन्न घटकों की इसरो की परीक्षण सुविधाओं के लिए नियंत्रण वाल्व का निर्माण किया। एफसीआरआई ने नियंत्रण वाल्वों के सीवी के विशेष परीक्षण के लिए परीक्षण सुविधाएं प्रदान की। बीएचईएल ने एलएमवी-3 रॉकेट के क्रायोजेनिक चरण के लिए द्वि-धातु एडाप्टर, टाइटेनियम मिश्र धातु प्रणोदक टैंक और लैंडर के लिए लिथियम आयन बैटरी की आपूर्ति की। एचएमटी ने चंद्रयान-3 लॉन्च वाहन के सॉलिड रॉकेट मोटर्स की मशीनिंग के लिए मशीनें उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जैसा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की थी, डॉ. पांडे ने इस बात पर जोर दिया कि चंद्रयान 3 की सफलता और चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के उपलक्ष्य में हर साल 23 अगस्त को अंतरिक्ष दिवस मनाया जाएगा। डॉ. पांडेय ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में भारत की स्थिति को और मजबूत करेगी और युवा पीढ़ी को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उद्योग जगत को देश की जरूरत का सारा सामान स्थानीय स्तर पर बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम उद्योग को स्वदेशी वस्तुओं के विकास और निर्माण के लिए प्रोत्साहित करने में एक बड़ी सफलता रही है। उन्होंने अपनी तकनीक से वाल्व बनाने और "आत्मनिर्भर भारत" में योगदान देने में इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड की भूमिका की सराहना की।

केंद्र सरकार की नीति सीपीएसई के प्रदर्शन को इस स्तर तक बढ़ाने की रही है कि वे अपने व्यापार क्षेत्रों में अग्रणी बनें और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन और शेयरधारकों के मूल्य को अधिकतम करने के साथ विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनें।

डॉ. पांडेय ने कहा, "भारत सरकार की इच्छा है कि सभी सीपीएसई आत्मनिर्भर तरीके से अपना उत्पादन करते रहें।"

डॉ. पांडेय ने आगे कहा कि मंत्रालय अपने सभी सीपीएसई को वेतन संशोधन देने के लिए प्रतिबद्ध है बशर्ते कि सीपीएसई सरकार से किसी भी वित्तीय सहायता के बिना इसे लागू करने में सक्षम हों। डॉ. पांडेय ने इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड के कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि यदि कंपनी सार्वजनिक उद्यम विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार मानदंडों को पूरा करती है तो 2017 का वेतनमान लागू किया जाएगा।

एफसीआरआई के निदेशक डॉ. राम मोहन ने डॉ. पांडेय और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन श्री टी रवि, सीएमडी, आईएल द्वारा दिया गया।

इससे पहले इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड की सुविधाओं का दौरा करते हुए डॉ. पांडे ने आईएल में लाइब्रेरी और उन्नत आईटी सुविधाओं का उद्घाटन किया। उन्हें आईएल द्वारा विशेष रूप से एनपीसीआईएल और इसरो के लिए निर्मित किए जा रहे उत्पादों के बारे में भी जानकारी दी गई। असेंबली और परीक्षण क्षेत्र जहां विशेष नियंत्रण वाल्वों का निर्माण और परीक्षण किया गया उसे भी डॉ. पांडेय को दिखाया गया।

समारोह में भारी उद्योग मंत्रालय, इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड, एफसीआरआई, बीएचईएल और एचएमटी के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। इसके अलावा एमएचआई के अन्य अधिकारियों, सीएमडी और एमएचआई के तहत 16 सीपीएसई के अन्य अधिकारियों ने भी वीसी और यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से भाग लिया।

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