सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की पहली ‘सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट’ पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में की गई विभिन्न पहलों का उल्लेख करती है

Posted On: 05 JUN 2023 3:55PM by PIB Delhi

पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति अपनी वचनबद्धता को रेखांकित करते हुए, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की पहली ‘वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए स्थिरता रिपोर्ट’ में एनएचएआई की प्रशासकीय संरचना, विविध हितधारकों, पर्यावरण और सामाजिक उत्तरदायित्व से जुड़ी विभिन्न पहलों को शामिल किया गया है। यह रिपोर्ट हाल ही में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा जारी की गई थी।

यह स्थिरता रिपोर्ट पर्यावरण एवं ऊर्जा संरक्षण की दिशा में एनएचएआई द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों की प्रभावशीलता को रेखांकित करती है। ईंधन की कम खपत के कारण वित्तीय वर्ष 2019-20 से लेकर 2021-22 तक प्रत्यक्ष उत्सर्जन में 18.44 प्रतिशत और 9.49 प्रतिशत की कमी आई है। स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए, एनएचएआई ने अप्रत्यक्ष उत्सर्जन को कम करने की दिशा में काम करना जारी रखा है।

मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड समतुल्य प्रति किलोमीटर में मापे जाने वाले और ऊर्जा की खपत, परिचालन, परिवहन एवं यात्रा के कारण होने वाले ग्रीन हाउस गैस (जीएचजी) के उत्सर्जन में वित्तीय वर्ष 2020-21 में 9.7 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2021-22 में दो प्रतिशत की गिरावट देखी गई।

इसी प्रकार परिचालन के मामले में, वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान गीगा जूल प्रति किलोमीटर में मापी जाने वाली ऊर्जा की तीव्रता में 37 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 27 प्रतिशत की कमी आई। जबकि, उपरोक्त अवधि के दौरान किलोमीटर में मापी जाने वाली निर्मित सड़कों की लंबाई में लगातार वृद्धि हुई है। कुल 97 प्रतिशत से अधिक पैठ के साथ, फास्टैग के जरिए होने वाले इलेक्ट्रॉनिक पथकर संग्रह ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने में योगदान दिया है।

इसके अलावा, एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण कार्य में पुनर्चक्रित सामग्रियों का उपयोग करता रहा है। सड़कों के निर्माण कार्य में फ्लाई-ऐश और प्लास्टिक कचरे का उपयोग पिछले तीन वर्षों के दौरान बढ़ा है। एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण कार्य में पुनर्चक्रित डामर (आरएपी) और पुनर्चक्रित एग्रीगेट (आरए) के उपयोग को प्रोत्साहित करता रहा है।

सतत पर्यावरणीय विकास सुनिश्चित करने उद्देश्य से मानव और पशु के बीच के संघर्ष को कम करने हेतु तीन वर्षों में वन्यजीवों की सुरक्षा और संरक्षण के उपाय के रूप में 20 राज्यों में 100 से अधिक वन्यजीव क्रॉसिंग बनाए गए।

पिछले कई वर्षों से, एनएचएआई पर्यावरण के अनुकूल राष्ट्रीय राजमार्गों को विकसित करने के उद्देश्य से वृक्षारोपण अभियान चला रहा है। वित्तीय वर्ष 2016-17 से लेकर 2021-22 तक रोपे गए पौधों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वाहनों से निकलने वाले प्रत्यक्ष उत्सर्जन को निष्प्रभावी करने हेतु 2021-22 तक लगभग 2.74 करोड़ पौधे लगाए गए।

एनएचएआई ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम), स्वयं सहायता समूहों, सीएसआर भागीदारों और गैर सरकारी संगठनों जैसे विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर कई वृक्षारोपण अभियानों को संचालित किया है। जुलाई 2022 में, एनएचएआई ने एक राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया और देश भर में 114 चिन्हित स्थलों पर एक ही दिन में लगभग 1.1 लाख पौधे लगाए।

सतत विकास के अलावा, इस रिपोर्ट में समावेशी एवं जिम्मेदार कार्यप्रणालियों के सृजन के प्रति एनएचएआई की वचनबद्धता पर भी प्रकाश डाला गया है। पिछले तीन वर्षों के दौरान, एनएचएआई में महिलाओं और वंचित समुदायों के लोगों को रोजगार प्रदान करने के मामले में वृद्धि हुई है। प्रदर्शन-आधारित प्रबंधन प्रणाली के साथ, एनएचएआई ने पिछले तीन वर्षों में महिला लैंगिक विविधता और अल्पसंख्यक कर्मचारियों की नियुक्ति को सफलतापूर्वक बढ़ावा दिया है और उसे प्रोत्साहित किया है। इससे महिलाओं की भर्ती में लगातार 7.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और तीन वित्तीय वर्षों के दौरान समग्र श्रमशक्ति में कुल तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

सेबी के दिशानिर्देशों के अनुरूप एनएचएआई की ‘सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट’ एक अनिवार्य आवश्यकता नहीं है, लेकिन प्राधिकरण द्वारा इसे स्थिरता से संबंधित अपनी साख को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से एक स्वैच्छिक पहल के रूप में लिया गया है और ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशिएटिव (जीआरआई) के रिपोर्टिंग संबंधी दिशानिर्देशों के अनुरूप तैयार किया गया है। इस रिपोर्ट को आश्वस्तता संबंधी संलग्नता (एश्योरेंस एंगेजमेंट) से जुड़े अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करने वाले तीसरे पक्ष द्वारा बाह्य रूप से आश्वस्त किया गया है। यह स्थिरता रिपोर्ट भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के फ्रेमवर्क के अनुरूप ‘ग्रीन फाइनेंस’ के रूप में जाने जाने वाले बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए नए रास्ते खोलेगी। संपूर्ण रिपोर्ट एनएचएआई की वेबसाइट https://nhai.gov.in/nhai/sites/default/files/mix_file/NHAI_Report_2023_2205_with_cutmarks.pdf पर उपलब्ध है।

एनएचएआई ने नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग, हरित राजमार्गों को प्रोत्साहन और अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी कार्यप्रणालियों को अपनाने सहित टिकाऊ एवं पर्यावरण के अनुकूल कार्यप्रणालियों को अपनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस दिशा में और आगे बढ़ते हुए, एनएचएआई यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि उसकी परियोजनाएं न केवल आर्थिक दृष्टि से व्यावहारिक हों, बल्कि सामाजिक दृष्टि से जिम्मेदार व पर्यावरणीय दृष्टि से टिकाऊ भी हों।  

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