विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
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सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने आज अपने परिसर में अपना 64वां स्थापना दिवस और डॉ. बी. आर. अंबेडकर जयंती मनाई


इस कार्यक्रम को सीएसआईआर-आईआईपी के "वन वीक वन लैब" अभियान के एक भाग के रूप में आयोजित किया गया जहां ओएनजीसी समूह के अध्यक्ष श्री अरुण के. सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में शोभा बढ़ाई और राजपुर विधायक श्री खजान दास  सम्मानित अतिथि थे

Posted On: 14 APR 2023 8:00PM by PIB Delhi

इस कार्यक्रम का शुभारंभ भारत रत्न डॉ. बी. आर. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के साथ किया गया। इसके बाद अनुसूचित जाति/जनजाति कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री जगदीश कुमार ने डॉ. बी. आर. अंबेडकर के जीवन और उनकी उपलब्धियों पर अनूठा भाषण दिया। सीएसआईआर-आईआईपी के निदेशक डॉ. अंजन रे ने अतिथियों का स्वागत किया और "वन वीक वन लैब" अभियान के हिस्से के रूप में सोचे गए कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने भारत के पहले डी-मेथनॉल प्लांट, एफटीएल और अप-स्ट्रीम लैब जैसी नई सुविधाओं के महत्व के बारे में भी बताया, जिनका उद्घाटन इसी शुभ दिन पर किया जाएगा।

वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुमन लता जैन ने इस संस्थान की उपलब्धियों और भविष्य के फोकस क्षेत्रों के बारे में बताया, जैसे कि कच्चे तेल से लेकर पेट्रोकेमिकल्स, सीसीयूएस और ऊर्जा दक्षता, और आयातित जीवाश्म कच्चे माल के बजाय स्थानीय रूप से उपलब्ध घरेलू कार्बन संसाधनों का उपयोग करना। उन्होंने यहां उपस्थित गणमान्य लोगों को ये भी बताया कि सीएसआईआर-आईआईपी पहली ऐसी सीएसआईआर प्रयोगशाला है जिसने उचित अपशिष्ट प्रबंधन के लिए '4 आर' (रीयूज़, रीसाइकल, रिड्यूस और रिकवर) रणनीतियों को अपनाकर इको-कैंपस स्थापित किया है।

श्री खजान दास ने महिलाओं के उत्थान और दलितों की सामाजिक स्वतंत्रता के लिए डॉ. बी. आर. अंबेडकर द्वारा किए गए संघर्ष और प्रयासों को याद किया। उन्होंने बाबासाहेब को मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा करने के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी की भी प्रशंसा की। उन्होंने न सिर्फ वैज्ञानिक उपलब्धियों के लिए बल्कि समाज और आम लोगों के लिए इस संस्थान के योगदान के लिए इसकी प्रशंसा की। उन्होंने इस संस्थान को भविष्य के विकास और उपलब्धियों के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।

बाद में वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुनील पाठक ने सीएसआईआर-एनआईईआरआई, नागपुर के सहयोग से सीएसआईआर-आईआईपी द्वारा विकसित जीआईएस मैपिंग ऐप का प्रदर्शन किया।

ओएनजीसी समूह के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हाल के दौर में विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमारे समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने गूगल सर्च का उदाहरण दिया जो किसी के भी दर्जे के इतर उसे तत्काल जानकारी प्रदान कर सकता है। उन्होंने ये भी जिक्र किया कि अगले 30 सालों में डेमोग्राफिक, डिजिटलाइजेशन, डीकार्बनाइजेशन और डीग्लोबलाइजेशन (आंशिक) जैसे '4 डी' का पालन करके देश का विकास होगा। उन्होंने कहा कि देश की आत्मनिर्भरता के लिए भारत के पास कच्चे तेल को रसायन और अपरंपरागत और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों में परिवर्तित करने के जबरदस्त अवसर हैं। उन्होंने कहा कि आईआईपी 'क्रूड टू पेटकेम' (पेट्रोकेमिकल) पर काम कर सकता है और ऊर्जा की तीव्रता को कम करने के लिए ऊर्जा-कुशल प्रक्रियाओं को विकसित कर सकता है जो कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने में भी मदद करेगा।

अंत में सीएसआईआर-आईआईपी के प्रशासनिक अधिकारी श्री सी. ए. बोध ने सबको धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम का संचालन संस्थान के वरिष्ठ हिन्दी अधिकारी श्री सोमेश्वर पांडेय ने किया।

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