रक्षा मंत्रालय
रॉयल कंबोडियन आर्म्ड फोर्सेज (आरसीएएफ) के डिप्टी कमांडर इन चीफ, रॉयल कंबोडियन आर्मी (आरसीए) के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हुन मानेट भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंचे
Posted On:
03 FEB 2023 7:05PM by PIB Delhi
रॉयल कंबोडियन सशस्त्र बल (आरसीएएफ) के डिप्टी कमांडर-इन-चीफ और रॉयल कंबोडियन सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हुन मानेट दिनांक 02 से 04 फरवरी 2023 तक एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत का दौरा कर रहे हैं। रॉयल कंबोडियन सेना के किसी भी कमांडर द्वारा यह पहली यात्रा है और दोनों देशों के बीच सेना से सेना के बीच संबंधों में एक मील का पत्थर है ।
दिनांक 3 फरवरी 2023 को जनरल ऑफिसर ने राष्ट्रीय समर स्मारक पर माल्यार्पण कर भारतीय सशस्त्र बलों के वीरगति प्राप्त नायकों को श्रद्धांजलि देकर इस यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरमाने से मुलाकात की और उन्हें रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) और आर्मी डिजाइन ब्यूरो द्वारा भारतीय स्वदेशी रक्षा उपकरण निर्माण इको-सिस्टम के बारे में जानकारी दी गई। बाद में उन्होंने भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, माननीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री विक्रम मिसरी से मुलाकात की।
बाद में साउथ ब्लॉक लॉन में अतिथि जनरल ऑफिसर का औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने रॉयल कंबोडियाई सेना के लिए अनुकूलित प्रशिक्षण मॉड्यूल की पेशकश करके कंबोडिया को भारत के साथ की पुष्टि की और लेफ्टिनेंट जनरल हुन मानेट ने कंबोडिया में पहली आर्मी टू आर्मी स्टाफ टॉक्स के आयोजन की घोषणा की। भारतीय सेना अपने प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में विभिन्न समकालीन विषयों में तदनुकूल पाठ्यक्रम आयोजित करेगी और कंबोडिया में एक प्रशिक्षण दल तैनात करेगी। दोनों प्रमुखों ने स्टाफ वार्ता के लिए 'संदर्भ की शर्तों' पर हस्ताक्षर किए और अनुकूलित प्रशिक्षण फ़ोल्डरों का आदान-प्रदान किया।
दिनांक 04 फरवरी 2023 को लेफ्टिनेंट जनरल हुन मानेट राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर दिल्ली कैंट का दौरा करने वाले हैं, जहां वे अग्निवीरों के प्रशिक्षण और स्वदेशी रक्षा उपकरणों के प्रदर्शन के गवाह बनेंगे। उनके नई दिल्ली से प्रस्थान करने से पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।
भारत और कंबोडिया के बीच सदियों पुराना सांस्कृतिक, धार्मिक और आमजन के बीच जुड़ाव रहा है। कंबोडिया भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति में एक प्रमुख भागीदार बना हुआ है। दोनों देश रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग 2007 में हस्ताक्षरित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग समझौते द्वारा नियंत्रित है। भारत और कंबोडिया के बीच सैन्य संबंध हाल के दिनों में बढ़े हैं और प्रशिक्षण सहयोग, काउंटर-आईईडी, डिमाइनिंग और यूएन पीसकीपिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार करने की योजना है। दोनों सेनाओं के बीच द्विपक्षीय तंत्र को आर्मी टू आर्मी स्टाफ वार्ता के माध्यम से संस्थागत किया जा रहा है जो दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ाएगा।
वर्ष 1991 में पेरिस शांति समझौते के बाद यूएनटीएसी (यूएन ट्रांजीशन अथॉरिटी इन कंबोडिया) का हिस्सा बनने वाली भारतीय बटालियनों (1 असम रेजिमेंट और 4 जैक रिफ़) द्वारा मौजूदा रॉयल कंबोडियन सशस्त्र बलों के साथ सीधा संबंध स्थापित किया गया। जून 2018 और नवंबर 2022 में कंबोडिया में भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बहुत आगे ले जाने के लिए नई प्रेरणा प्रदान की।
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