स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय
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केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध पर तीसरे वैश्विक उच्च-स्तरीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में रोगाणु-रोधी प्रतिरोध (एएमआर) का मुकाबला करने पर भारत का राष्ट्रीय वक्तव्य प्रस्तुत किया


"भारत द्वारा सभी क्षेत्रों में एएमआर की रोकथाम के लिए राज्य कार्य योजनाओं के विकास और कार्यान्वयन को प्राथमिकता देना एक सर्वोत्तम पहल है जिसका अन्य देशों द्वारा अनुकरण किया जा सकता है"

एएमआर की रोकथाम के लिए भारत की राष्ट्रीय कार्य योजना एक एकीकृत एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण पर केंद्रित है और इसमें राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय शामिल है

Posted On: 25 NOV 2022 5:40PM by PIB Delhi

ओमान के मस्कट में रोगाणुरोधी प्रतिरोध पर तीसरे वैश्विक उच्च-स्तरीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में रोगाणु-रोधी प्रतिरोध का मुकाबला करने पर भारत का राष्ट्रीय वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीन पवार ने कहा, "भारत सरकार ने अपनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017 में एक प्रमुख प्राथमिकता के रूप में रोगाणु-रोधी प्रतिरोध (एएमआर) की पहचान की है। हमने कई पहल की हैं जो समग्र रूप से एएमआर का मुकाबला करने के लिए एक तंत्र बनाने का प्रयास करती हैं।"
इस अवसर पर बोलते हुए स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस अत्याधुनिक स्तर पर सभी क्षेत्रों में एएमआर की प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए रोगाणुरोधी प्रतिरोध की रोकथाम के लिए राज्य कार्य योजनाओं के विकास और कार्यान्वयन को प्राथमिकता देने का भारत का उदाहरण एक सर्वोत्तम पहल है जिस पर आगे चर्चा की जा सकती है और इसका अन्य देश अनुकरण कर सकते हैं।
डॉ. पवार ने विस्तार से बताया कि एएमआर (एनएपी-एएमआर) की रोकथाम के लिए भारत की राष्ट्रीय कार्य योजना आधिकारिक तौर पर 19 अप्रैल 2017 को जारी की गई थी। एएमआर पर दिल्ली घोषणा, जो एक अंतर-मंत्रालयी सहमति है, पर एनएपी-एएमआर की शुरुआत के समय संबंधित मंत्रालयों के मंत्रियों ने एएमआर नियंत्रण में पूर्ण समर्थन देने का संकल्प लेते हुए हस्ताक्षर किए थे।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने जोर दिया कि "एएमआर की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना एक एकीकृत एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण पर केंद्रित है और इसमें राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों के बीच समन्वय शामिल है"।
इसके अलावा, स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि एएमआर की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना एएमआर निगरानी प्रयोगशाला नेटवर्क का समन्वय करने के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद जैसे विभिन्न संस्थानों की ताकत का लाभ उठाने, स्वास्थ्य सुविधाओं में रोगाणुरोधी खपत की निगरानी करने, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण को मजबूत करने और रोगाणुरोधी के उपयोग को अनुकूलित करने के लिए रोगाणुरोधी नेतृत्व को बढ़ावा देने का काम करती है। खाद्य सुरक्षा की निगरानी भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा की जाती है। इसी तरह, इंडियन नेटवर्क फॉर फिशरीज एंड एनिमल एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस जीव-जंतु क्षेत्र में एएमआर की निगरानी करता है।
मंत्री ने भारत की जी20 अध्यक्षता के 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत के अनुरूप एक परिवार के रूप में एएमआर द्वारा प्रस्तुत विकास चुनौती से निपटने के लिए सभी सरकारों और भागीदारों से अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करने का आग्रह करते हुए अपना भाषण समाप्त किया।


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(Release ID: 1893502)
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