सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय
खादी और ग्रामोद्योग गतिविधियों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए पहाड़ी एवं सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है-खादी और ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष श्री मनोज कुमार
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10 JAN 2023 9:23PM by PIB Delhi
देश के पूर्वोत्तर इलाकों में शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में 9 जनवरी, 2023 को आयोजित समारोह में कई कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। इसके साथ-साथ स्फूर्ति योजना के तहत पश्चिम त्रिपुरा बांस चटाई क्लस्टर और नए केवीआईसी भवन का उद्घाटन भी किया गया। इस अवसर पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग-केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि हमारी प्राथमिकता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों तथा योजनाओं के माध्यम से देश में अतिरिक्त रोजगार के अवसर सृजित करना है। प्रधानमंत्री के स्वप्न को साकार करने के लिए हमें अपना पूरा योगदान देना होगा, ताकि इस क्षेत्र से जुड़े अधिक से अधिक कारीगर, सूत कातने वाले लोग और बुनकर आदि सम्मान के साथ अपना पारिश्रमिक अर्जित कर सकें।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नारायण राणे और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने उनकी गरिमामयी उपस्थिति में अगरतला में विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के शुभारंभ के अवसर पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग इस क्षेत्र के विकास के उद्देश्य से शुरू किए गए केवीआई कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, ताकि खादी और ग्रामोद्योग गतिविधियों को जमीनी स्तर की तुलना में पहाड़ी तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर तरीके से लागू किया जा सके।
केवीआईसी अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री पिछले 8 वर्षों से खादी को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने खादी को पुनः प्रचलित करने को प्राथमिकता दी है और वे 'खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन एंड खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन' के आदर्श वाक्य के साथ 'खादी' को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं। श्री मनोज कुमार ने बताया कि भारत सरकार ने विनिर्माण क्षेत्र में पीएमईजीपी के तहत दी जाने वाली मार्जिन मनी सब्सिडी के लिए अधिकतम परियोजना लागत को 25 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया है, जिससे पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत आने वाली परियोजनाओं को लागू करना आसान हो गया है।
केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2021-22 में खादी और ग्रामोद्योग की बिक्री एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये को पार कर गई है। इसी साल 2 अक्टूबर को दिल्ली के खादी भवन में एक दिन में सबसे ज्यादा 1 करोड़ 36 लाख रुपए की रिकॉर्ड बिक्री हुई थी और नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से आयोजित हुए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के दौरान खादी पवेलियन ने 200 से अधिक स्टालों के माध्यम से 12 करोड़ रुपये की बिक्री की थी।
केवीआईसी अध्यक्ष ने बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने देश में अब तक का पहला प्रमुख कार्यक्रम 'हनी मिशन' शुरू किया है, जिसका उद्देश्य शहद का उत्पादन बढ़ाना, पर्यावरण की रक्षा करना और ग्रामीण जनता, जिनमें ज्यादातर किसान, महिलाएं, आदिवासी तथा बेरोजगार युवा आदि शामिल हैं, उनको स्थायी रोजगार प्रदान करना है। इसी तरह से 'कुम्हार सशक्तिकरण योजना' कार्यक्रम भी शुरू किया गया है। इसके अलावा, अनुपयोगी तथा बंजर जमीन पर बांस के पौधे लगाने के उद्देश्य से एक और योजना भी शुरू की गई है, जो अगरबत्ती, फर्नीचर और कलात्मक हस्तकला के उत्पाद बनाने के लिए कच्चे माल का प्रमुख स्रोत है।
पिछले 3 वर्षों में 346 खादी कारीगरों के लिए वर्कशेड बनाए गए हैं, मधुमक्खी पालन हेतु 15710 मधुमक्खी कालोनियों का वितरण किया गया, 'कुम्हार सशक्तिकरण योजना' के तहत 1020 कुम्हारों को इलेक्ट्रॉनिक पॉटर चाक वितरित किए गए और पीएमईजीपी योजना के तहत करीब 23,00 इकाइयों को लगभग 467 करोड़ की सब्सिडी स्वीकृत तथा वितरित की गई, इनमें 1,83,616 लोग कार्यरत थे। इस बीच, पूर्वोत्तर क्षेत्र में 2021-22 के दौरान खादी का उत्पादन 13 करोड़ 11 लाख रुपये और बिक्री 15 करोड़ 55 लाख रुपये हुई, जिससे क्षेत्र के 5,827 लोगों को रोजगार मिला है।
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