शिक्षा मंत्रालय

शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए संस्थानों की नवोन्मेष परिषद (आईआईसी4.0) के वार्षिक प्रदर्शन का विमोचन

Posted On: 18 NOV 2022 8:50PM by PIB Delhi

शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने आज शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए संस्थानों के नवोन्मेष परिषद (आईआईसीएस) के वार्षिक प्रदर्शन की रिपोर्ट का अनावरण किया और रिपोर्ट के ई-संस्करण को भी जारी किया। कार्यक्रम के दौरान, आईआईसी संस्थानों के लिए युक्ति इनोवेशन चैलेंज 2023 की भी घोषणा की गई ताकि इनोवेटरों को आगामी सलाह देने और वित्त पोषण सहायता के लिए शिक्षा मंत्रालय के अभिनव प्रकोष्ठ में युक्ति इनोवेशन रिपोजिटरी पोर्टल के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ नवाचारों को नामांकित किया जा सके।

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डॉ. सरकार ने देश के नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम क्षेत्र में विकास के लिए अपने दूरदर्शी नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को इसका श्रेय दिया। उन्होंने युवाओं से युक्ति इनोवेशन चैलेंज में सक्रिय रूप से भाग लेने, नई तकनीकों को विकसित करने, नवाचार करने का आह्वान किया है। उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा, "शिक्षण रचनात्मकता देता है, रचनात्मकता सोच की ओर ले जाती है, सोच ज्ञान प्रदान करती है, ज्ञान आपको महान बनाता है।" उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों से आगे आते हुए स्वयं को नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित करने एवं भारत को एक ज्ञान अर्थव्यवस्था, नवाचार और स्टार्टअप के लिए वैश्विक केन्द्र बनाने का आग्रह किया।

उच्च शिक्षण संस्थानों में 6400 से अधिक संस्थानों की नवोन्मेष परिषद (आईआईसी) की स्थापना की गई है जिनके माध्यम से परिसरों में एक जीवंत नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास के दौर में नवाचार और उद्यमिता गतिविधियों का संचालन करने के लिए एक व्यवस्थित और संरचित दृष्टिकोण प्रदान किया जाता है।

शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के दौरान, इन आईआईसी द्वारा कुल 63288 आईएंडई गतिविधियों का संचालन किया गया, जो पिछले वर्ष की गई गतिविधियों की संख्या की तुलना में दोगुना है। वार्षिक प्रदर्शन से यह स्पष्ट है कि प्रति वर्ष नवाचार और उद्यमिता गतिविधियों में भाग लेने के लिए आईआईसी संस्थानों में एक व्यक्ति का औसत जोखिम 2018-19 में 4 से बढ़कर 2020-21 में 8 और 2021-22 में 10 संख्या हो गया है। इसके अलावा, एचईआई में आईआईसी बड़ी संख्या में नवाचार और उद्यमिता गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं, इसके परिणामस्वरूप, छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच नवाचार और उद्यमिता के प्रति जागरूकता के स्तर में महत्वपूर्ण रूप से सकारात्मक और कई गुना वृद्धि हुई है।

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शिक्षा मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ के मुख्य नवाचार अधिकारी डॉ. अभय जेरे ने संस्थान नवोन्मेष परिषद के प्रदर्शन पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि एचईआई में संस्थान का नवोन्मेष परिषद बौद्धिक संपदा (आईपी) उत्पादन, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, नवाचार को बढ़ाने और शैक्षणिक संस्थानों से स्टार्ट-अप आउटपुट को बढ़ावा देने के लिए एक बहु-विषयक वार्तालाप और साझेदारी दृष्टिकोण को सुनिश्चित कर रहा है।

कार्यक्रम का समापन इस विचार के साथ हुआ कि संस्थान के नवोन्मेष परिषद जैसे कार्यक्रम निश्चित रूप से एचईआई में नवाचार परिदृश्य में बदलाव लाएंगे और उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को प्रभावी ढंग से लागू करने में भी सहायता करेंगे।

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एसजी/एएम/एसएस

 



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