ग्रामीण विकास मंत्रालय
मिजोरम के आइजोल का ऐबॉक क्लस्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तहत पूरा होने वाला पहला क्लस्टर बना
ऐबॉक रुर्बन क्लस्टर ने एसपीएमआरएम के तहत नियोजित सभी 48 परियोजनाओं को पूरा किया
Posted On:
04 NOV 2022 5:47PM by PIB Delhi
मिजोरम के आइजोल जिले का ऐबॉक क्लस्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) के तहत पूरा होने वाला पहला क्लस्टर बन गया है। एसपीएमआरएम को फरवरी 2016 में प्रधानमंत्री द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों को सुविधाएं प्रदान करने के दृष्टिकोण के साथ लॉन्च किया गया था, जिन्हें शहरी माना जाता है और स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने की क्षमता रखते हैं। ऐसे समूहों को सुनियोजित और समग्र विकास के लिए चुना गया था।
ग्रामीण विकास मंत्री श्री गिरिराज सिंह के नेतृत्व में ऐबाक रुर्बन क्लस्टर ने एसपीएमआरएम के तहत नियोजित सभी 48 परियोजनाओं को पूरा किया। 11 गांवों में 522 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैले और 10,963 की आबादी को कवर करते हुए, आइजोल शहर के निकट होने के कारण ऐबॉक क्लस्टर का स्थानीय लाभ भी है। मिशन के तहत मूल्य श्रृंखला में सुधार और बाजार पहुंच विकसित करने के लिए केंद्रित प्रयास किए गए हैं। बाजार पहुंच में सुधार के लिए किए गए कार्यों में कृषि-लिंक सड़क, पैदल यात्री फुटपाथ और एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं आदि का निर्माण शामिल है। अन्य क्रियाकलापों में कृषि और संबद्ध गतिविधियों तथा पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय पर्यावरण और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए गए।
• आइजोल जिले में ऐबॉक क्लस्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तहत मिजोरम के पूरा होने वाला पहला क्लस्टर बन गया है।
• बाजार तक पहुंच में सुधार के लिए कृषि-लिंक सड़क, पैदल यात्री फुटपाथ और एक गांव को दूसरे गांव से जोड़ने वाली सड़क परियोजनाएं शुरू की गईं।
• सृजित बुनियादी ढांचे में सड़कें, फुटपाथ, नालियां, पानी की आपूर्ति और कार पार्किंग तथा एक सम्मेलन केंद्र, खेल के बुनियादी ढांचे जैसे सामाजिक बुनियादी ढांचे शामिल हैं।
• आजीविका में सुधार के लिए किए गए क्रियाकलापों से स्थानीय जनसंख्या के आर्थिक हितों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
आजीविका में सुधार के लिए किए गए क्रियाकलापों से स्थानीय जनसंख्या के आर्थिक हितों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इनमें से कुछ में ड्रैगन फ्रूट की खेती, सुअर पालन और पोल्ट्री गतिविधियां, नेचर ट्रेल प्रोजेक्ट, रुर्बन इको एस्टेट फूलपुई और नेचर पार्क शामिल हैं। थोक बाजार सातेक परियोजना ने क्लस्टर के भीतर और आसपास की स्थानीय लोगों को अपने कृषि उत्पादों के विपणन में मदद की है।
इसके अलावा, सड़कों, फुटपाथों, नालियों, पानी की आपूर्ति, और कार पार्किंग और एक सम्मेलन केंद्र, खेल के बुनियादी ढांचे, और शैक्षिक संस्थानों में सुविधाओं के उन्नयन सहित सामाजिक बुनियादी ढांचे जैसे बुनियादी ढांचे को प्रदान करने के लिए एक समग्र विकास दृष्टिकोण के साथ योजना तैयार की गई थी। बैडमिंटन कोर्ट और फुटसल ग्राउंड जैसे खेल बुनियादी ढांचे ने आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों को जिला और राज्य स्तरीय टूर्नामेंट का प्रतिनिधित्व करने में मदद की है।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी के साथ केंद्र और राज्य द्वारा किए गए संयुक्त प्रयास ग्रामीण विकास के दूसरे चरण के लिए एक ठोस आधार साबित हुए हैं, जो गरीबी उन्मूलन से परे है और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करता है।
*******
एमजी/ एएम/ एसकेएस/वाईबी
(Release ID: 1873814)
Visitor Counter : 423