महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के विशेष अभियान 2.0 के तहत 2,758 स्वच्छता स्थलों की पहचान की गई और स्वच्छता अभियान पूरे किए गए
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जूबिन इरानी ने एनआईपीसीसीडी में वर्षा जल संचयन प्रणाली के पुनरुद्धार और वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया
Posted On:
31 OCT 2022 8:17PM by PIB Delhi
- मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने तीन भवनों में मंत्रालय के परिसरों/कमरों/अनुभागों का दौरा किया
- समीक्षा के लिए 1,00,625 भौतिक फाइलों में से 88,113 फाइलों को हटा दिया गया
- 2,05,321/- रुपये के राजस्व की प्राप्ति
- 614 फिल्में/दस्तावेज/किताबें भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार को हस्तांतरित की जाएंगी
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पेंडेंसी को कम करने और जगह के प्रभावी प्रबंधन के लिए विशेष अभियान 2.0 का आयोजन किया, इसमें मंत्रालयों और संबद्ध/अधीनस्थ कार्यालयों के अलावा फील्ड/बाहरी कार्यालयों पर विशेष ध्यान दिया गया।
प्रारंभिक चरण (दिनांक 14 से 30 सितंबर, 2022) के दौरान मंत्रालय ने अपने विभागों और स्वायत्त निकायों/ संबद्ध कार्यालयों को अभियान के उद्देश्यों के प्रति सजग बनाया, अभियान के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं को संगठित किया, साथ ही लंबित संदर्भों की पहचान की और अभियान स्थलों को अंतिम रूप दिया।
मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने समय-समय पर तीन भवनों में मंत्रालय के परिसरों/कमरों/अनुभागों का दौरा कर स्वच्छता, जगह के प्रबंधन आदि की स्थिति का निरीक्षण किया, इसके बाद निपटान की स्थिति की समीक्षा करने के लिए ब्यूरो प्रमुखों/ मंडल प्रमुखों के साथ अनेक बैठकें आयोजित कीं।
विशेष अभियान 2.0 के तहत स्वच्छता अभियान हेतु 2758 स्वच्छता अभियान स्थलों की पहचान की गई। इसमें 2000 चाइल्ड केयर संस्थान, देश के विभिन्न जिलों में स्थित 708 वन स्टॉप सेंटर और मंत्रालय के संबद्ध/ अधीनस्थ कार्यालय अर्थात सीएआरए, एनसीडब्ल्यू, एनआईपीसीसीडी, एनसीपीसीआर और सीएसडब्ल्यूबी शामिल हैं। अभियान के दौरान निम्नलिखित उपलब्धियां हासिल की गईं :
- समीक्षा के लिए पहचानी गई 1,00,625 भौतिक फाइलों में से 88,113 फाइलों को हटा दिया गया है।
- समीक्षा के लिए चिन्हित 85,015 ई-फाइलों में से 3875 फाइलों को बंद कर दिया गया है।
- 2,05,321/- रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है।
- कुल 2187.70 वर्ग फुट का स्थान मुक्त किया गया है।
- 614 फिल्मों/दस्तावेजों/पुस्तकों को नेशनल आर्काइव ऑफ इंडिया को हस्तांतरित किया जाना है।
- 2,758 स्वच्छता स्थलों की पहचान की गई और स्वच्छता अभियान पूरा किया गया।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव ने दिनांक 20 अक्टूबर, 2022 को दूरदर्शन स्टूडियो, नई दिल्ली में आयोजित विशेष अभियान 2.0 के संबंध में एक पैनल चर्चा में भाग लिया। इसके अलावा सचिव, डब्ल्यूसीडी ने दिनांक 25 अक्टूबर, 2022 को विशेष अभियान 2.0 के तहत मंत्रालय में की जा रही स्वच्छता गतिविधियों का निरीक्षण करने के लिए कार्यालय का दौरा किया।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, श्रीमती स्मृति जूबिन इरानी ने दिनांक 29 अक्टूबर, 2022 को एनआईपीसीसीडी, नई दिल्ली का दौरा किया और परिसर में आयोजित किए जा रहे वर्षा जल संचयन प्रणाली के पुनरुज्जीवन और वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया। उन्हें पुरानी किताबों, वीडियो और वृत्तचित्रों से भी अवगत कराया गया, जिन्हें भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार के सहयोग से संग्रहीत किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री डॉ. मुंजपरा महेन्द्रभाई ने विशेष अभियान 2.0 के तहत हुई प्रगति का निरीक्षण करने के लिए दिनांक 31.10.2022 को जीवन विहार और जीवन तारा भवनों में स्थित मंत्रालय के कार्यालयों का दौरा किया।
अभियान के दौरान आयोजित स्वच्छता गतिविधियों की वीडियो/तस्वीरें मंत्रालय के सोशल मीडिया हैंडल के साथ-साथ फील्ड/बाहरी कार्यालयों द्वारा साझा की गई हैं। सचिव, डीएआरपीजी की मंत्रालय के एक स्वायत्त निकाय, एनआईपीसीसीडी, गुवाहाटी की यात्रा पर एक लघु फिल्म दूरदर्शन पर प्रसारित की गई और उसी की तस्वीरें सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की गईं।
सचिव, डब्ल्यूसीडी द्वारा साप्ताहिक आधार पर और संयुक्त सचिव/उप सचिव द्वारा दैनिक आधार पर लंबित संदर्भों के निपटान की प्रगति की समीक्षा की गई। डीएआरपीजी पोर्टल पर नियमित आधार पर निपटान की स्थिति अपडेट की जाती है।
अभियान के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तहत क्षेत्रीय कार्यालयों/संस्थानों द्वारा निम्नलिखित सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाया गया है –
- वन स्टॉप सेंटर, इंदौर द्वारा बेकार सामग्री से उपयोगी उत्पाद बनाने के लिए कुछ मुफ्त प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए। ओएससी ने दिनांक 19.10.2022 को लाभार्थियों के सशक्तिकरण के लिए इन उत्पादों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की।
- कृष्णा कुटीर विधवा गृह, वृंदावन, उत्तर प्रदेश में प्रयुक्त फूलों से अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- एनआईपीसीसीडी, गुवाहाटी से सटी सड़क का स्वच्छता अभियान।
- एनआईपीसीसीडी, मोहाली में संस्थान में सेप्टिक टैंक में और उसके आसपास सफाई और वृक्षारोपण।
- एनआईपीसीसीडी, लखनऊ में अपशिष्ट निपटान और जल भराव के मुद्दों का समाधान।
- एनआईपीसीसीडी, नई दिल्ली में बंद पाइपलाइनों की सफाई, वर्षा जल संचयन प्रणाली और वृक्षारोपण अभियान।
एनआईपीसीसीडी, मोहाली द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाएं
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