आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने 'स्वच्छता' को हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए विशेष अभियान 2.0 चलाया


इसके तहत लंबित लोक शिकायतों का निपटारा, 12670 भौतिक रूप में उपलब्ध फाइलों और 207 ई-फाइलों की समीक्षा प्रमुख क्षेत्र हैं

देशभर के करीब 300 कार्यालय स्वच्छता अभियान में पूरे उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं

रिसाइक्लिंग और 'रिड्यूस, रियूज, रिसाइकल' को बढ़ावा देने के लिए एसएचजी कार्यालय के अपशिष्ट इकट्ठा करने में जुटे हैं

Posted On: 20 OCT 2022 7:55PM by PIB Delhi

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय में अक्टूबर 2022 के दौरान विशेष अभियान 2.0 चलाया जा रहा है। बड़े पैमाने पर इसी तरह का अभियान सभी मंत्रालयों और विभागों में चल रहा है। पिछले साल अक्टूबर 2021 में विशेष अभियान 1.0 के प्रभावशाली नतीजे सामने आए थे। इस बार भी बेहतर परिणाम की उम्मीद है। इसकी शुरुआत 14 से 30 सितंबर 2022 तक प्रारंभिक चरण के साथ हुई जिसमें अभियान की अवधि के दौरान स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित किए गए। इस साल फील्ड कार्यालयों और संबद्ध/अधीनस्थ कार्यालयों पर फोकस है।

प्रारंभिक चरण में पहचान के बाद, जिन महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान देने की तैयारी की गई है, उसमें लंबित लोक शिकायतों का निपटारा (335), सांसदों के संदर्भ (72), लोक शिकायत अपील (94) के साथ ही 12,670 भौतिक फाइलों और 207 ई-फाइलों की समीक्षा शामिल है।

देशभर के सभी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान इस कैंपेन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमारे जीवन में 'स्वच्छता' को अभिन्न अंग के रूप में मानते हुए इसे अभ्यास में लाने और सच मायने में 'जन आंदोलन' बनाने की दिशा में यह एक और कदम है। देशभर के लगभग 300 कार्यालय स्वच्छता अभियान में पूरे उत्साह के साथ शामिल हो रहे हैं। 19 अक्टूबर 2022 तक लंबित मामलों का निपटारा तेजी से हुआ है और मंत्रालय के अपने लक्ष्य को हासिल करने की पूरी संभावना है। देशभर के विभिन्न कार्यालयों में अपने कवरेज के एक हिस्से के रूप में दूरदर्शन की टीम ने मंत्रालय के अधीन कार्यालयों में से एक प्रकाशन विभाग, सिविल लाइंस, नई दिल्ली को कवर किया है। मंत्रालय नियमित रूप से सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियों का प्रचार कर रहा है।

विशेष अभियान के तहत मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के साथ कार्यालयों के संपर्क को सुविधाजनक बनाया है। व्यवस्था के तहत, एसएचजी को संबंधित कार्यालयों में कियोस्क के लिए जगह दी गई है, जहां वे रिसाइक्लिंग के लिए कई तरह के कार्यालय अपशिष्ट इकट्ठा कर सकते हैं। स्वच्छता अभियान के एक हिस्से के रूप में, इसका उद्देश्य 'रिड्यूस, रियूज, रिसाइकल' (3आर) को बढ़ावा देना है।

निर्माण भवन में मंत्रालय ने जीविका स्वयं सहायता समूह की ओर से कियोस्क स्थापित कराया है। यह प्रयोग काफी सफल रहा है और एसएचजी ने बेकार कागज से बने उत्पादों की बिक्री बढ़ने की जानकारी दी है। इस प्रयोग ने अपने छोटे से प्रयास से मधुबनी पेंटिंग्स (एसएचजी द्वारा बनाए उत्पादों पर उकेरी गई) को भी लोकप्रिय बनाया है।

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