युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय

गुजरात की प्रज्ञा मोहन ने शानदार तरीके से महिला ट्राइथलॉन का स्वर्ण पदक जीता

Posted On: 09 OCT 2022 6:52PM by PIB Delhi

गुजरात की चैंपियन ट्राइथलीट प्रज्ञा मोहन रविवार को राष्ट्रीय खेल में महिलाओं की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के प्रति इतनी आश्वस्त थीं कि उन्होंने खुद के सामने एक कठिन लक्ष्य रखा: पांच मिनट के अंतर से जीत।

इसमें कोई हैरानी नहीं कि आईआईटी गांधीनगर के परिसर भीतर और उसके बाहर इस दौड़ के लगभग दो-तिहाई हिस्से तक उनके साथ दौड़ने वाला कोई दूसरा खिलाड़ी दृश्य में नहीं था। यहां तक कि साइकिल चलाने के दौरान तेज हवा या उनके दौड़ने के दौरान जबरदस्त नमी भी उन्हें अपने मिशन से नहीं डिगा सकी।

लगभग जुनूनी सी दिख रही प्रज्ञा मोहन ने जब विजेता वाले अंदाज में फिनिश लाइन को पार किया, तो उनका हौसला बढ़ाने आई एक बड़ी भीड़ की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

राष्ट्रीय खेलों में अपना पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने के बाद, उन्होंने कहा, “मेरा प्रशिक्षण इतना अच्छा रहा कि मैंने इस स्पर्धा में अपने लिए एक व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित किया: मैदान पर हावी रहना और कम से कम पांच मिनट के अंतर से जीतना। इसने मुझे पूरी दौड़ में आगे बनाए रखा और मैं एक बार भी ढीली नहीं पड़ी।

केरल में पिछली बार 10वें स्थान पर रहने के बाद प्रज्ञा को खुद को साबित करना था। वैसे 1 घंटे 7 मिनट और 32 सेकंड में जीते गए उनके इस स्वर्ण पदक ने गुजरात के स्वर्ण पदकों की संख्या को 12 के प्रभावशाली स्तर पर पहुंचा दिया।

अपनी हृदय गति और शक्ति सूचकांक जैसे डेटा की ओर इंगित करते हुए, उन्होंने संतुष्टि भरे मुस्कान के साथ यह स्वीकार किया कि यह मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक रहेगा।

उन्होंने तैराकी चरण में अच्छी शुरुआत की, लेकिन साइकिल चालन के लिए जाने के दौरान वह महाराष्ट्र की मानसी मोहिते और संजना जोशी की जोड़ी से पिछड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गईं। पलाज के पास हाल ही में बनी सड़क पर स्थित आईआईटी परिसर से निकलकर पास के स्टेट हाईवे पर पहुंचने वाले सवारों से उसे कुछ ही सेकंड पीछे रहने के बाद, उनके लिए सबसे आगे निकलना बहुत मुश्किल नहीं रहा।

मैंने साइकिल की सवारी का आनंद लिया। थोड़ी हवा थी जिसने मेरी गति को प्रभावित किया। लेकिन चूंकि मैं शक्ति के लिए प्रशिक्षण लेती हूं, मेरे लिए साइकिल चालन एक सीधा चरण था।” “जब मैं आईआईटी परिसर में वापस आई, तो मैं अकेली दौड़ी और एक बेहद नम सुबह में दो सहायता केंद्रों के पानी का उपयोग अपने शरीर को ठंडा करने के लिए किया। जिन लोगों ने मुझे वहां देखा होगा, उन्हें पता होगा कि मैं हांफ रही थी।

निस्संदेह, समग्र प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश है। मैं तैराकी चरण में कई मोड़ों के लिए तैयार थी क्योंकि यह एक पूल में आयोजित किया जा रहा था। मैंने अधिकारियों से अंतिम 50 मीटर वाले हिस्से की शुरुआत में घंटी बजाने के लिए कहा था ताकि प्रतिस्पर्धियों को यह संकेत मिल सके कि उन्हें 750 मीटर तैरने के बाद बदलाव वाले क्षेत्र की ओर भागना है।

प्रज्ञा मोहन ने कहा, “अपने घरेलू मैदान पर और घरेलू दर्शकों के सामने जीतकर बहुत खुशी मिलती है। यहां राष्ट्रीय खेल आयोजित करने के सरकार के निर्णय की वजह से मुझे यह अवसर मिला।” “मैं खासतौर पर यह जानकर बेहद उत्साहित हुई कि कुछ युवा विशेष रूप से मेरा हौसला बढ़ाने के लिए आए थे। मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही कोई खेल अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।

जहां तक उम्मीदों के दबाव का सवाल है, भले ही वह चिंता से निपटने के मामले में खुद को बहुत अच्छा नहीं मानती है, लेकिन उन्होंने पूरे समय इस तरह के शोरगुल सुनते रहने के बावजूद आज प्रतियोगिता के दौरान अपने प्रशिक्षण को प्रदर्शन में बदलने पर ध्यान केन्द्रित किया। उन्होंने कहा, “मुझे पहले से पता था कि दबाव होगा। लेकिन मैंने पिछले कुछ वर्षों में यह सीखा है कि कैसे अपना ध्यान प्रतिस्पर्धा में अपनाई जाने वाली जरूरी बातों पर केन्द्रित करना है।

यही सीख उनके काम आई और वह बाकी प्रतिस्पर्धियों को कमतर पदक के लिए छोड़कर आगे निकल गईं।

इस बीच, आज सुबह आदर्श मुरलीधरन सिनिमोल और विश्वनाथ यादव द्वारा पुरुषों के व्यक्तिगत ट्राइथलॉन में 1-2 से जीत हासिल करने के बाद कैनोइंग और कयाकिंग के दोनों स्वर्ण पदकों पर कब्जा जमाते हुए, सेना अब तक 48 स्वर्ण, 32 रजत और 28 कांस्य के साथ कुल 108 पदक जीतकर शीर्ष स्थान पर बनी हुई है। हरियाणा ने 30 स्वर्ण पदकों के साथ महाराष्ट्र पर दो स्वर्ण पदक का अंतर बरकरार रखा है।

परिणाम (फाइनल):

कैनोइंग और कयाकिंग

पुरुष

सी1 1000 मीटर दौड़: 1. सलाम सुनील सिंह (सेना); 2. नीरज वर्मा (मध्य प्रदेश); 3. फिरेमबम अमित कुमार सिंह (तेलंगाना)।

के1 1000 मीटर दौड़: 1. वरिंदर सिंह (सेना); 2. तोमथिलंगानबा नगशेपम (ओडिशा); 3. नितिन वर्मा (मध्य प्रदेश)।

साइकिल चालन

पुरुष 119 किलोमीटर मास स्टार्ट: 1. हर्षवीर सिंह सेखों (पंजाब); 2. अरविंद पंवार (उत्तर प्रदेश); 3. श्रीनाथ लक्ष्मीकांत (तमिलनाडु)।

महिला 30 किलोमीटर व्यक्तिगत टाइम ट्रायल: 1. कविता सियाग (राजस्थान); 2. मीनाक्षी (हरियाणा); 3. प्रणिता सोमण (महाराष्ट्र)।

गोल्फ

पुरूष

व्यक्तिगत: 1. करणदीप कोचर (चंडीगढ़) 267 (68, 66, 65, 68); 2. अभिनव लोहान (हरियाणा) 277 (68, 66, 72, 71); 3. सुनहित बिश्नोई (हरियाणा) 281 (73, 69, 69, 70)

टीम: 1. चंडीगढ़ (करणदीप कोचर और अनंत सिंह अहलावत) 571; 2. कर्नाटक (आर्यन रूप आनंद और त्रिशूल चिनप्पा) 581; 3. दिल्ली (सचिन बैसोया और शौर्य भट्टाचार्य) 582

महिला

व्यक्तिगत: 1. अवनि प्रशांत (कर्नाटक) 288 (71, 74, 71, 72); 2. अमनदीप कौर (पंजाब) 292 (72, 69, 71, 80); 3. वाणी कपूर (हरियाणा) 295 (75, 74, 75, 71)

टीम: 1. कर्नाटक (अवनि प्रशांत और दुर्गा नित्तूर) 590; 2. हरियाणा (लवन्या जादोन और वाणी कपूर) 599; 3. पंजाब (अमनदीप कौर और मन्नत बराड़) 601

ट्राइथलॉन

पुरुष: 1. आदर्श मुरलीधरन सिनिमोल (सेना) 1:01:13 (तैराकी 9:59, साइकिल चालन 31:12, दौड़ 18:02); 2. विश्वनाथ यादव (सेना) 1:04:34; 3. क्षेत्रीमयुम कबीदाश सिंह (मणिपुर) 1:05.19

महिला: 1. प्रज्ञा मोहन (गुजरात) 1:07:32 (तैराकी 11:29, साइकिल चालन 33:34, दौड़ 20:12); 2. मानसी मोहिते (महाराष्ट्र) 1:13:10; 3. एस. आरती (तमिलनाडु) 1:13:17

अन्य परिणाम

बीच वॉलीबॉल

पुरुष सेमीफ़ाइनल: पी. कृष्णा चैतन्य और महेश (तेलंगाना) ने रमा धवस्कर और आरोन परेरा (गोवा) को 21-15, 16-21, 15-8 से हराया; टी. नरेश और एम. कृष्णम राजू (आंध्र प्रदेश) ने नितिन और सर्वेश नायक (गोवा) को 22-20, 21-19 से हराया।

महिला सेमीफाइनल: वी.शशिकला और ए.कनिमोझी (पुडुचेरी) ने शिबानी प्रियदर्शिनी और मोनालिसा पात्रा (ओडिशा) को 17-21, 21-14, 15-13 से हराया; मनीषा ज़ाला और निप्पा निपा बराड (गुजरात) ने पी.श्रीकृति और वी.ऐश्वर्या (तेलंगाना) को 15-21, 21-10, 15-12 से हराया।

हॉकी

महिला सेमीफ़ाइनल: हरियाणा ने झारखंड को 5-2 से हराया (हाफ- टाइम: 3-0)।    

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