रक्षा मंत्रालय

राष्ट्रपति ने ग्रुप कैप्टन रवि नंदा (27686) फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना मेडल (वीरता) प्रदान किया

Posted On: 14 AUG 2022 8:36PM by PIB Delhi

EMBARGO : NOT TO BE PUBLISHED/BROADCAST/

OR USED ON SOCIAL MEDIA BEFORE 15 AUG 22, 0001 HRS

 

ग्रुप कैप्टन रवि नंदा (27686) फ्लाइंग (पायलट) सी-130जे ट्रांसपोर्ट स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर हैं।

20 अगस्त 2021 को ऑपरेशन देवी शक्ति के एक हिस्से के तौर पर अफगानिस्तान के अस्थिर युद्धग्रस्त राष्ट्र में एक विशेष ऑपरेशन का जिम्मा उन्हें दिया गया। वहां से दूतावास के कर्मचारियों को 16 अगस्त 21 को ही निकाल लिया गया था, इसलिए जमीनी स्तर की भरोसेमंद खुफिया जानकारी हासिल करने का कोई स्रोत नहीं था। वे काबुल के संघर्ष क्षेत्र के बीचों बीच उड़ान भर कर जाने के मिशन के कमांडर थे, ताकि वहां जान के आसन्न खतरे का सामना कर रहे भारतीयों को तत्परता से निकालने के लिए एक 'विशेष सरकारी टीम' को वहां दाखिल किया जा सके।

उन्होंने इस आधी रात के बेहद उच्च जोखिम वाले मिशन का नेतृत्व किया। इसमें उन्होंने अत्यधिक खतरों का सामना किया। उनके सामने एक पूरी तरह से अनियंत्रित हवाई क्षेत्र था, अज्ञात हवाई प्लेटफार्मों का घना यातायात था, बेहद कठिन पहाड़ी इलाकों के बीच में बेहद सीमित विजुअल संकेत थे और इनसे भी अधिक ये कि वहां एक शत्रुतापूर्ण ज़मीनी स्थिति थी जिसमें छोटे हथियार, रॉकेट से छोड़े जाने वाले ग्रेनेड और शोल्डर लॉन्च मिसाइलें मौजूद थीं। लक्षित हवाई क्षेत्र में खुफिया जानकारी की कमी के कारण ऊंचे स्तर की अप्रत्याशितता और खतरे मौजूद थे। कट्टरपंथी लड़ाकों की उपस्थिति में एक अस्थिर युद्ध क्षेत्र में पैदा हुए अभूतपूर्व खतरों के बीच इस खतरनाक मिशन में उड़ान भरते हुए उन्होंने असाधारण पेशेवर साहस, धैर्य और नेतृत्व का प्रदर्शन किया। एक उथल पुथल भरी जमीनी स्थिति के बीच, हवाई अड्डे के आसपास छिटपुट गोलीबारी और जीवन और उपकरणों के लिए संभावित खतरे के बीच, उन्होंने काबुल में सुरक्षित रूप से उतरने के लिए नाइट विजन गॉगल्स (एनवीजी) का प्रभावी ढंग से उपयोग किया। उन्होंने इस परिस्थिति में तीव्र जागरूकता, गतिशील निर्णय क्षमता दिखाई और एक घंटे से अधिक समय तक विमान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्पेशल फोर्सेज़ की अपनी टीम को नियंत्रित किया। उन्होंने अंधेरी रात में एक कुशलतापूर्ण सामरिक प्रस्थान की योजना बनाई और 87 भारतीयों को सुरक्षित रूप से दुशांबे पहुंचाया।

असाधारण साहसपूर्ण इस कृत्य के लिए ग्रुप कैप्टन रवि नंदा को वायु सेना मेडल (वीरता) से सम्मानित किया जाता है।

***

एमजी/एएम/जीबी/एजे



(Release ID: 1851941) Visitor Counter : 217


Read this release in: English , Urdu