युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
ग्रामीण और स्वदेशी/आदिवासी खेलों जैसे मल्लखंब, कलारीपयट्टू, गतका, थांग-ता, योगासन और सिलंबम की खेलो इंडिया योजना के 'ग्रामीण और स्वदेशी/आदिवासी खेलों के प्रचार' घटक के तहत पहचान की गई है: श्री अनुराग ठाकुर
Posted On:
26 JUL 2022 7:45PM by PIB Delhi
विभिन्न राज्यों में उनकी संस्कृति और परंपरा के अनुसार कई स्वदेशी खेल खेले जा रहे हैं। 'खेल' एक राज्य का विषय होने के कारण, देश में स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने और पारंपरिक खेलों के विकास और उन्हें बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की प्राथमिक जिम्मेदारी संबंधित राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों की है। केन्द्र सरकार उनके प्रयासों को पूरा करती है।
यह मंत्रालय केन्द्रीय क्षेत्र की एक योजना चलाता है, जिसका नाम है, 'खेलो इंडिया - खेल के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम' योजना (खेलो इंडिया योजना), जिसमें से 'ग्रामीण और स्वदेशी/आदिवासी खेलों को बढ़ावा देने' वाला एक घटक, विशेष रूप से देश में ग्रामीण और स्वदेशी/आदिवासी खेलों के विकास और उन्हें बढ़ावा देने को समर्पित है। स्वदेशी खेल मल्लखंब, कलारीपयट्टू, गतका, थांग-ता, योगासन और सिलंबम खेलों की इस घटक के तहत प्रोत्साहन देने के लिए पहचान की गई है। इस घटक के अंतर्गत बुनियादी ढांचे के विकास, उपकरण सहायता, कोचों की नियुक्ति, कोचों का प्रशिक्षण और छात्रवृत्तियों के लिए अनुदान स्वीकृत किए जाते हैं। इसके अलावा, हरियाणा के पंचकुला में हाल ही में संपन्न खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे संस्करण में मल्लखंब, कलारीपय्याट्टू, गतका, थांग-ता और योगासन को भी शामिल किया गया था।
इसके अलावा, इस मंत्रालय ने विभिन्न देशी खेलों को प्रदर्शित करने और उन्हें बढ़ावा देने / पुनर्जीवित करने के लिए वृत्तचित्र भी बनाए हैं, जैसे, गतका, रोल बॉल, रस्साकशी, कलारीपयट्टू, थांग-ता, खो-खो, मल्लखंब, शूटिंग बॉल, स्के, कबड्डी, गिल्ली डंडा, सिक्किम तीरंदाजी, धूप खेल और कौड़ी खेल, पाइका अखाड़ा और छऊ और अखाड़ा कुश्ती, हेक्को, मिजोरम खेल, सिलाबम, लागोरी और लंगड़ी। वृत्तचित्रों को एक भारत श्रेष्ठ भारत वेबसाइट के डिजिटल भंडार, फिट इंडिया मूवमेंट के फेसबुक पेज, फिट इंडिया मूवमेंट के यूट्यूब चैनल और मायगव इंडिया के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है।
यह मंत्रालय भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के माध्यम से देश भर में विभिन्न खेल प्रोत्साहन योजनाओं को लागू करता है, जैसे राष्ट्रीय उत्कृष्टता केन्द्र (एनसीओई), एसएआई प्रशिक्षण केन्द्र (एसटीसी), एसटीसी का विस्तार केन्द्र, राष्ट्रीय खेल प्रतिभा प्रतियोगिता (एनएसटीसी) - (नियमित स्कूलों, स्वदेशी खेलों और मार्शल आर्ट्स (आईजीएमए) स्कूल और अखाड़ों के लिए अपनी उप-योजनाओं के साथ) जहां विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, खेल उपकरण, बोर्डिंग और लॉजिंग, खेल किट, प्रतियोगिता प्रदर्शन, शैक्षिक व्यय, चिकित्सा/बीमा और वजीफे मंजूर योजना नियमों के अनुसार प्रदान किए जाते हैं। इन योजनाओं में कबड्डी, तीरंदाजी, कुश्ती, खो-खो आदि जैसे पारंपरिक भारतीय खेल शामिल हैं।
यह जानकारी युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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एमजी/एएम/केपी
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