इस्‍पात मंत्रालय
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"इस्पात क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी के लिए रोडमैप" पर तिरुपति में इस्पात मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक


श्री राम चन्‍द्र प्रसाद सिंह ने खनन, इस्पात निर्माण प्रक्रिया और अपने अस्तित्‍व के अंतिम चरण वाले उत्पादों के कचरे के उपयोग की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला

सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देना सरकार के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक है

इस्पात उद्योग सर्कुलर इकोनॉमी का एक अभिन्न अंग है; इस्‍पात आदर्श रूप से पुन: निर्मित, पुन: उपयोग और अंततः पुनर्नवीनीकरण के लिए उपयुक्त

Posted On: 01 JUL 2022 8:47PM by PIB Delhi

सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देना सरकार के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक है। इस्‍पात  उद्योग सर्कुलर इकोनॉमी का एक अभिन्न अंग है। इस्‍पात आदर्श रूप से पुन: निर्माण, पुन: उपयोग और अंततः पुनर्नवीनीकरण के लिए उपयुक्त है।

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इस पृष्ठभूमि में, इस्पात मंत्री की अध्यक्षता में इस्पात मंत्रालय से जुड़ी संसदीय सलाहकार समिति की बैठक आज तिरुपति में "इस्पात क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी के लिए रोडमैप" विषय पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। बैठक के दौरान, सर्कुलर इकोनॉमी की अवधारणा को समझाया गया जिसमें प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को कम करना शामिल है। इसमें सामग्री संसाधन दक्षता बढ़ाने और पर्यावरण पर प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से 6आर रिड्यूस, रियूज, रिसाइकल, रिकवर, रिडिजाइन और रिमैन्‍यूफैक्‍चर के सिद्धांत को अपनाना शामिल है।

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समिति के अध्यक्ष, इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने खनन, इस्पात निर्माण प्रक्रिया और अस्तित्‍व के अंतिम चरण वाले उत्पादों से उत्पन्न कचरे के उपयोग की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला। अध्यक्ष ने सुझावों की सराहना की और जोर दिया कि इससे निवेश, रोजगार और विकास को बढ़ावा मिलेगा और यह सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने की माननीय प्रधानमंत्री की परिकल्‍पना के अनुरूप है। अध्यक्ष ने हितधारकों से इस्पात क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी और कचरे से धन को बढ़ावा देने की दिशा में निश्चित कदम उठाने का आग्रह किया।

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समिति को अवगत कराया गया कि स्क्रैप और अन्य कचरा उत्पादों के माध्यम से इस्‍पात का निर्माण ग्रीन स्‍टील की दिशा में एक कदम है। यह भी बताया गया कि खनन और इस्‍पात  बनाने के दौरान उत्पन्न विभिन्न कचरे, स्क्रैप और उप-उत्पादों का इस्‍पात बनाने और अन्य एप्‍लीकेशन्‍स जैसे सीमेंट निर्माण, सड़क निर्माण, कृषि आदि के लिए प्रभावी उपयोग किया जा सकता है।

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बैठक में समिति के सदस्यों के साथ इस्पात क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी बनाने के अवसरों, लाभों, चुनौतियों और आगे के रास्ते पर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों ने इस्‍पात मंत्रालय द्वारा किए गए कार्य की सराहना की और इस्‍पात क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी के उद्देश्‍यों को हासिल करने के लिए विभिन्‍न कदम उठाने का सुझाव दिया। समिति के सदस्‍यों ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता पैदा करने और इस्‍पात का उपयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इस्‍पात की खपत में वृद्धि से भविष्‍य में स्‍टील स्‍क्रैप की उपलब्धता में वृद्धि होगी। सदस्यों ने सलाह दी कि अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक क्षेत्र में एकीकृत करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए जो कि इस्पात क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी के लिए एक अनुकूल इकोसिस्‍टम बनाने में मदद करेंगे।

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