पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव केंद्र सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर डीडी न्यूज द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव में शामिल हुए


पिछले आठ वर्षों में, भारत ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं: श्री भूपेन्द्र यादव

Posted On: 08 JUN 2022 6:18PM by PIB Delhi

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा आठ वर्ष पूरा करने के अवसर पर डीडी न्यूज 3 से 11 जून, 2022 तक आठ साल मोदी सरकार: सपने कितने हुए साकार नामक शीर्षक के साथ एक सप्ताह का न्यूज कॉन्क्लेव' आयोजित कर रहा है।

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन; और श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव 7 जून, 2022 को सम्मेलन के पांचवें दिन इसमें शामिल हुए और ‘पर्यावरण संरक्षण बनी प्राथमिकता विषय पर बात की।

बातचीत के दौरान श्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जलवायु परिवर्तन के सभी क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका अदा की है। उन्होंने टिप्पणी की कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जिन्होंने पेरिस समझौते के अंतर्गत यूएनएफसीसीसी को सौंपे गए अपने अधिकांश स्वैच्छिक एनडीसी को निर्धारित समय से पहले प्राप्त कर लिया है। भारत ने इस दशक के अंत तक गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित स्रोतों से 40 प्रतिशत स्थापित बिजली क्षमता प्राप्त करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे निर्धारित समय से 8 वर्ष पहले ही पूरा कर लिया गया है। पेट्रोल में 10% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य नवंबर 2022 का लक्ष्य था जिसे 5 महीने पहले ही प्राप्त कर लिया गया है।

मंत्री ने आगे बताया कि किस प्रकार से भारत ने जलवायु न्याय और जलवायु समानता के लिए कई वैश्विक मंचों पर अपना नेतृत्व प्रदान किया है। चाहे वह 106 देशों को जुटाने वाले फ्रांस के साथ अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) हो, या यूके, ऑस्ट्रेलिया और स्मॉल आइलैंड डेवलपमेंटिंग स्टेट्स (एसआईडीएस) के साथ रेसिलिएंट आइलैंड स्टेट्स (आईआरआईएस) के लिए अवसंरचना की नई पहल हो, भारत इन सब में सबसे आगे रहा है। मंत्री ने उल्लेख किया कि हाल ही में किस प्रकार से भारत और स्वीडन ने सीओपी 27.22 लक्ष्य की प्राप्ति  के लिए एजेंडा निर्धारित करने में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन 'स्टॉकहोम+50' में योगदान देने वाले लीडआईटी मंच की मेजबानी की।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की वैश्विक पहल 'पर्यावरण के लिए जीवन शैली- लाइफ मूवमेंट' की घोषणा सीओपी26 ग्लास्गो में की गई है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली अपनाने को बढ़ावा देती है जो 'नासमझ और विनाशकारी खपत' के बजाय 'दिमागी और सोच-समझकर  उपयोग' करने पर केंद्रित है।

उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में घरेलू मोर्चे पर, भारत ने लगातार अपने वन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी की है। इसके अलावा, संरक्षित क्षेत्रों की प्रभावी सुरक्षा, निगरानी और प्रबंधन के कारण, शेर, बाघ, हाथी, गैंडे और अन्य जानवरों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी समुदायों के लिए पहुंच और लाभ साझा करने वाले प्रावधानों को मजबूत किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा स्वच्छ हवा, नदी जल शोधन आदि सुनिश्चित करने की दिशा में भी कई प्रकार के कदम उठाए गए हैं। उन्होंने समयबद्ध राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम की स्थापना, 13 प्रमुख नदियों के लिए कायाकल्प योजना, एकल उपयोग प्लास्टिक (120 मिमी से अधिक) पर प्रतिबंध लगाने, परिपत्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की बात की। इसके अलावा, भारत इस वर्ष रामसर स्थलों के रूप में घोषित किए जाने वाले और ज्यादा आर्द्रभूमि को लक्षित कर रहा है।

श्री भूपेन्द्र यादव ने रोजगार के संबंध में कहा कि संस्था और क्षेत्र आधारित सर्वेक्षणों, जीएसटी संग्रहण आंकड़ों, ईपीएफओ पंजीकरणों, एसएमई पंजीकरणों के माध्यम से सरकार नई नौकरियों का निर्माण करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा, श्रम संहिता, शहरी गरीबों के लिए स्वनिधि योजना, प्रवासी कामगारों के लिए ई-श्रम पोर्टल और राष्ट्रीय कैरियर सेवा पोर्टल का एकीकरण जैसी अनेक पहलों के साथ, सरकार ने संगठित और असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सशक्त बनाने का काम किया है।

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