नीति आयोग

अटल नवाचार मिशन ने अटल कैटेलिस्ट आईएसबी कार्यक्रम के साथ मिलकर 100 अग्रणी छात्रो के लिए एटीएल टिकेंरप्रीनियर 2021 का आयोजन किया

Posted On: 20 MAY 2022 6:48PM by PIB Delhi

एटीएस टिंकरप्रीनियर वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=K5MCkFAFQ6s&t=1so

दिसंबर 2021 में अटल नवाचार मिशन (ऐम) और नीति आयोग ने विख्यात इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के साथ साझेदारी कर एक विशेष कार्यक्रम- "अटल कैटेलिस्ट @ISB" का निर्माण किया था, जिसका उद्देश्य 100 शानदार व्यापारिक विचारों को पोषण देना था, जो एटीएल टिंकेरप्रीनियर बूटकैंप से उपजे थे।

टिंकेरप्रीनियर बूटकैंप, ऐम द्वारा शुरु किया गया, अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जहां बच्चों को गर्मियों की छुट्टी में उद्यमशीलता का प्रशिक्षण दिया जाता है। छात्र यहां आधुनिक तकनीकी कौशल, उत्पाद का निर्माण, व्यापारिक मॉडल, प्रचार-प्रसार, व्यापारिक वित्त, ऑनलाइन स्टोर के निर्माण के तरीके और अपने उद्यम को कैसे शुरू करें, इस तरह के कौशल सीखते हैं। एटीएल टिंकेरप्रीनियर में 9000 से ज़्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया और 650 से ज़्यादा मार्गदर्शकों का ज्ञान और साथ पाया, ताकि बूटकैंप के समापन पर एक संपूर्ण डिजिटल व्यापारिक उपक्रम खड़ा किया जा सके। 100 शुरुआती छात्रों/टीमों को आईएसबी को सौंपा गया, ताकि वे अपने विचारों को आगे पोषित कर सकें। 

आई वेंचर @ आईएसबी, जो संस्थान की सारी उद्यमी गतिविधियों का निर्माण और स्टार्टअप को प्रोत्साहन देता है, उसने छात्रों के उद्यमी बनने की यात्रा के दूसरे चरण के निर्माण और कार्यपालन का प्रभार लिया। इसके बाद 100 सबसे ज़्यादा संभावनायुक्त अग्रणी विचारों वाली टीमों/छात्रों ने कई तरह की मास्टरक्लास में हिस्सा लिया है, जिन्होंने उनका और उनके उत्पादों का मूल्यवर्धन किया है।

कम से कम 6 मास्टर क्लास आयोजित की गईं, हर किसी में केस स्टडी और वास्तविक दुनिया के उदाहरणों का उपयोग कर छात्रों को सिखाया गया। इन मास्टर क्लास में व्यापक स्तर के विषयों का समावेश किया गया था:

1. उद्यमिता परितंत्र और मनोस्थिति

2. प्रतिस्पर्धी विश्लेषण और बाजार शोध

3. विचारों का अभिपोषण, उत्पादों और विचार का विकास

4. डिजिटल मार्केटिंग और ब्रॉन्डिंग

5. वित्त और मानव संसाधन

6. निवेशकों के सामने अपने विचार को पेश करना और इसकी तकनीक

जहां मास्टर क्लास से छात्रों के ज्ञान में बढ़ोत्तरी हुई, वहीं अटल कैटालिस्ट @आईएसबी में उनमें से हर छात्र की यात्रा को प्रदर्शित किया गया था। इसके लिए उनके इस अनुभव के दौरान बिताए गए पलों को इकट्ठा किया गया था।

इस कार्यक्रम में 65 से ज़्यादा मार्गदर्शकों ने हिस्सा लिया था, इनमें से हर किसी ने अपनी पढ़ाई आईएसबी से की थी। हर कोई अलग-अलग पृष्ठभूमि और क्षेत्र से आया था और अपने साथ अलग तरह की क्षमताओं को लेकर आया था। अटल कैटेलिस्ट @आईएसबी की टीम ने सावधानी से हर विचार को बेहतर बनाने पर काम किया और उसे सही मार्गदर्शक को सौंपा। इससे तय हो सका कि छात्रों को अपने उत्पादों और जरूरी उद्यमिता कौशल के विकास के लिए सही मार्गदर्शन मिले। मार्गदर्शन सत्र में एक-एक छात्र से अलग-अलग बात की गई, ताकि हर किसी पर व्यक्तिगत ध्यान दिया जा सके।

जब उत्पाद और प्रस्तुतियों को परिष्कृत कर लिया गया, तब सबसे बेहतर विचारों को चुनने का सबसे कठिन काम शुरु हुआ. द बिग पिच कार्यक्रम में टीमों ने अपने विचार एक पैनल के सामने पेश किए थे, यह कार्यक्रम दो सप्ताह तक चला था। द बिग पिच के प्रायोजक आई-वेंचर @ आईएसबी, पीकेएफ, श्रीधर & संथानम और प्रसाद मेडिकोंडा थे। पैनल में शामिल लोगों ने कहा कि उनके सामने प्रस्तुत किए गए 20 विचारों में से 10 को चुनने में उन्हें बहुत मुश्किल हुई।

प्रायोजक मिलने के बाद, चयनित छात्र/टीम ऐप या वेबसाइट बनाने पर काम करेंगी, उसके बाद उन्हें बाजार में उतारेंगी।

द बिग पिच से 10 सबसे ज्यादा संभावना वाले विचार रहे:

छात्र का नाम

ऐप्लीकेशन

प्रायोजक

युवती

 एस-वीमेन एक एंड्रॉयड एप्लीकेशन है, जो उन महिलाओं के लिए है, जिन्हें मासिक धर्म और यौवन के समय दिक्कत महसूस होती है। इसमें एक ई-वाणिज्य प्लेटफॉ़र्म भी है, जो उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद मददगार और सरल है और इसमें सारे महिला उत्पाद एक ही जगह उपलब्ध हैं।  

आई-वेंचर @ आईएसबी

 

अभय कुमार दास

डिजाइनर डेस्क का विश्वास "सीखना-बनाना और कमाना" के सिद्धांत पर है। वह भारत की भूली जा चुकी पारंपरिक कला को नए तरीके से पेश करते हैं, इसके तहत इन्हें डिजिटल कैनवास पर उकेरा जाता है। एनएफटी के दौर में इन कलाकृतियों को एनएफटी के तौर पर भी बेचने का मौका मिलता है, जहां 360 डिग्री वर्चुअल आर्ट गैलरी, मतलब चारों तरफ से इन्हें देखा जा सकता है। आखिर अब दुनिया मेटावर्स की तरफ बढ़ रही है।

आई-वेंचर @आईएसबी

 

हर्षिता रामराखायनी और राधिका सिंह

मेट एक ऑनलाइन छात्र सामुदायिक मंच है, जहां समान हितों वाले छात्र इकट्ठे होते हैं और जरूरी संपर्क बनाते हैं।

 आई वेंचर @आईएसबी

वंशिका मनचंदा

मेड इन इंडिया-गेन इंडिया एक सामाजिक उद्यम उपक्रम है, जो एक ई-बाजार उपलब्ध करवाता है, जहां गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले कलाकारों और कुम्हारों द्वारा बनाए गई मिट्टी की चीजें शहरी इलाकों में लक्षित ग्राहकों को उपलब्ध करवाई जाती हैं।

आई वेंचर @आईएसबी

ऋषभ अरोरा

एडॉप्ट अ पेरेंट का लक्ष्य वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को एक नया परिवार उपलब्ध करवाना है। ऐसे युवा जो अपने माता-पिता को खो चुके हैं, वे ऐसे बुजुर्गों को गोद ले सकते हैं।

पीकेएफ श्रीधर और संथानम

अक्षरा सिंह

पीन्यूचेक का लक्ष्य कंप्यूटर विजन का उपयोग कर गलत जांच परीक्षण की समस्या का खात्मा करना और डॉक्टर के लिए ज्यादा मददगार व अधिक सक्रिय ईऐमआर का निर्माण करना है।

श्री प्रसाद मेडिकोंडा, आईएसबी के पूर्व छात्र

 

श्रीयांश डालमिया, अशेष मिश्रा और रचित कुमार

फिटफ्रेम एक व्यक्तिगत योग प्रशिक्षक ऐप्लीकेशन है। यह योग दिखाकर ना केवल योग सिखाती है, बल्कि गलतियों को भी सुधारती है।

पीकेएफ श्रीधर और संथानम

शांभवी प्रकाश

ईलाज एक संपूर्ण व्यक्तिगत चिकित्सकीय समाधान ऐप्लीकेशन है।

पीकेएफ श्रीधर और संथानम

 

शिवांश कुलश्रेष्ठ

स्मार्ट आईओटी, घरों के भीतर मौजूद पौधों को पानी देने के तंत्र को नियंत्रण करने में उपकरणों को सक्षम बनाती है। भले ही घर में कोई काम करने वाला इंसान मौजूद ना हो।

पीकेएफ श्रीधर और संथानम

अंश  शावरिकर

इनका उत्पाद छोटे वीडियो के माध्यम से एक वेबसाइट में उपयोग होने वाले हर तत्व के लिए कोडिंग कोर्स उपलब्ध करवाता है। इसमें लक्षित वर्ग स्कूली छात्र हैं।

पीकेएफ श्रीधर और संथानम

 

इन अटल टिंकेरिंग प्रयोगशालाओं/छात्रों और आईएसबी मार्गदर्शकों के लिए एक और अहम चीज हुई है। जिन उन्नत तकनीकी विचारों पर वे काम कर रहे हैं, उनके साथ-साथ छात्र और मार्गदर्शकों को ऐम और आई वेंचर @ आईएसबी की तरफ से प्रशंसा प्रमाणपत्र पाकर भी यह लोग बहुत उत्साहित थे। यह प्रमाणपत्र, हालिया ब्लॉकचेन तकनीक के लिए सुरक्षा, पारदर्शिता और पता लगाने की क्षमता पर जारी किए गए थे। 

एक छात्र ने कहा, "आईबीएस के पूर्व छात्रों द्वारा मार्गदर्शित होना वाकई में एक बहुत शानदार अनुभव था। हमारे कोर्स के दौरान, मुझे ना केवल सोचने के कौशल की बुनियादी चीजों के बारे में जानने को मिला, बल्कि मैं अपने उत्पाद को भी बेहतर बना पाया। यह देखना बहुत सुंदर था कि केवल कुछ ही महीनों में मेरा उत्पाद कितना बेहतर हो गया था।"

एक मार्गदर्शक ने भी ऐसी ही भावनाओं का प्रदर्शन करते हुए कहा, "धन्यवाद आई-वेंचर @आईएसबी, अटल नवाचार मिशन के अधिकारीगण और नीति आयोग, क्योंकि आपने हमें कुछ बेहतरीन युवाओं और उनके स्टार्टअप विचारों को मार्गदर्शन देने का हमें मौका दिया। यह देखना बेहद आकर्षक था कि कैसे इतनी कम उम्र में भी स्कूली छात्र व्यापारिक धारणाओं और विचारों को तेजी से पकड़ने में कामयाब रहते थे। मेरे लिए भी यह बहुत सीखने वाला अनुभव रहा।"

मिशन के निदेशक डॉ चिंतन वैष्णव ने कहा, "टिंकेरप्रीनियर बूटकैंप हम सबके लिए बहुत खास है। यह पहली बार है जब ऐम ने एटीएल के छात्रों के लिए इस स्तर की महत्वाकांक्षी उद्यम यात्रा शुरु की और वह भी महामारी के दौर में ऐसा किया गया। मैं इस बूटकैंप में हिस्सा लेने वाले सभी छात्रों और बदला लाने वाले मार्गदर्शकों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने अपने व्यस्त समय में दो महीने तक रोज इन छात्रों के लिए समय निकाला। मैं टिकेंरप्रीनियर के अग्रणी छात्रों के लिए अटल कैटेलिस्ट @आईएसबी और द बिग पिच कार्यक्रम के सफल आयोजन पर भी खुश हूं। मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि इससे इन सभी लोगों का आत्म विश्वास और ऊर्जा बढ़ी होगी और यह भविष्य में और भी ज़्यादा व्यापारिक विचारों के उत्पादन को प्रेरणा देगा।"

फैकल्टी डॉयरेक्टर प्रोफेसर भगवान चौधरी कहते हैं, "आईएसबी देश में तेज-तर्रार उद्यमशील परितंत्र को बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अटल कैटेलिस्ट @आईएसबी की अटल नवाचार मिशन के साथ अटल टिनकेरिंग लैब के भारतीय युवा उद्यमियों को मार्गदर्शन देने के लिए बनाई गई साझेदारी लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए एक प्रशंसनीय कदम है।"

आई-वेंचर @आईएसबी की निदेशिका, सौम्या कहती हैं, "आई वेंचर @आईएसबी में हम प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें खुशी है कि अटल कैटेलिस्ट @आईएसबी कार्यक्रम से डिजिटल उद्यमियों को इतना कुछ सीखने को मिला। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और भविष्य में ऐसे ही कार्यक्रमों को बनाने का वायदा करते हैं।"

ऐम, नीति आयोग और आई वेंचर @आईएसबी की साझा कोशिशें अब सामने आने की कगार पर हैं, क्योंकि इस समूह के सबसे बेहतरीन 10 विचार अब विकास स्तर तक पहुंच गए हैं। छात्रों और टीमों के लिए अब अगला पड़ाव ऐप स्टोर पर ऐप लाना या वेबसाइट चालू करना है। पिछले साल एटीएल टिंकेरप्रीनियर में विचारों के साथ शुरुआती संपर्क के बाद अब इस गर्मी में अपने उत्पाद को वास्तविकता में पेश होते देखना, निश्चित तौर पर हमारे डिजिटल उद्यमी और युवा अपनी उद्मयशीलता की इस यात्रा में काफी दूर तक आ गए हैं।

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एमजी/एएम/केसीवी



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