पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय
'पहला अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन'14-15 मई, 2022 को मुंबई में आयोजित होगा
दो दिवसीय सम्मेलन में भारत के क्रूज पर्यटन क्षेत्र में असीम व्यावसायिक अवसरों का प्रदर्शन किया जाएगा
बीपीएक्स इंदिरा डॉक मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल भारत के क्रूज पर्यटन के अगले कदमों में से एक है; इसे 2024 तक कमीशन किया जाएगा: केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल
मुंबई के देश के समुद्री क्षेत्र का केन्द्रीय स्थान होने के कारण, यह सम्मेलन अधिक वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करेगा: केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल
Posted On:
21 APR 2022 8:09PM by PIB Delhi
मुंबई बंदरगाह प्राधिकरण 14-15 मई, 2022 को मुंबई में अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन 2022 का पहला सम्मेलन आयोजित करेगा। केन्द्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन 2022 के आगामी पहले सम्मेलन के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कार्यक्रम की वेबसाइट www.iiicc2022.inभी लॉन्च की और कार्यक्रम के लिए 'कैप्टन क्रूज़ो' नाम के इवेंट लोगो और शुभंकर का अनावरण किया।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा, "विश्व स्तर पर भारत एक शानदार क्रूज गंतव्य बनने और इस बढ़ते बाजार पर अधिकार प्राप्त करने के लिए पूरा प्रयास कर रहा है। भारतीय क्रूज बाजार में बढ़ती मांगों और व्यय करने योग्य आय से प्रेरित होने के कारण अगले दशक तक दस गुना बढ़ने की क्षमता है।"
दो दिवसीय सम्मेलन में देश के क्रूज पर्यटन क्षेत्र में असीम मात्रा में व्यावसायिक अवसरों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य पहले भारत को क्रूज यात्रियों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करना, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को रेखांकित करना, नए गंतव्यों के और लाइटहाउस जैसे आकर्षणों केनिर्माण को बढ़ावा देना तथाक्रूज पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने कीभारत की तैयारी के बारे में जानकारी का प्रसार करनाहै।
उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन भारत में क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण होगा ताकि देश इस सेक्टर में वैश्विक स्तर पर अग्रणी भूमिका निभा सके। उन्होंने कहा, "क्रूज़ पर्यटन अवकाश उद्योग का सबसे जीवंत और तेजी से बढ़ता घटक है। भारत ने 2017 में एक आशाजनक शुरुआत की थी जब भारत में पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रूज मुंबई बंदरगाह पर रुका था जहां 1800 से अधिक यात्रियों ने किसी भारतीय बंदरगाह से अपनी पहली अंतर्राष्ट्रीय यात्रा का अनुभव किया था।तब से, भारत में क्रूज पर्यटन कई गुना बढ़ गया है। 2017-18 में, 238 क्रूज जहाज 1.76 लाख यात्रियों के साथ भारत के बंदरगाहों पर पहुंचे। सबसे बड़े जहाज 'स्पेक्ट्रम ऑफ द सीज' ने 2019 में मुंबई बंदरगाह का दौरा किया। हालांकि, कोविडमहामारी और इसके परिणाम स्वरूप 2020 में व्यापार के स्थगन ने क्रूज उद्योग को एक बड़ा झटका दिया।"
श्री सोनोवाल ने कहा, बीपीएक्स इंदिरा डॉक मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल पर बनने वाले प्रतिष्ठित समुद्री क्रूज टर्मिनल के 2024 तक चालू होने की उम्मीद है। "यह भविष्य के लिए अगले कदमों में से एक है।" टर्मिनल में प्रति वर्ष 200 जहाजों और एक मिलियन यात्रियों के संचालन की क्षमता होगी। परियोजना की लागत 490 करोड़ रुपये है, जिसमें से 303 करोड़ रुपये मुंबई बंदरगाह प्राधिकरण द्वारा खर्च किए जाएंगे और शेष निजी ऑपरेटरों द्वारा वहन किया जाएगा। मुंबई में हो रहे इस सम्मेलन के महत्व की चर्चा करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा, "देश में समुद्री क्षेत्र का एक केन्द्रीय स्थान होने के नाते, यह सम्मेलन अधिक वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करेगा।" उन्होंने कहा कि रिवर क्रूज टूरिज्म के ऑपरेटर भी सम्मेलन में भाग लेंगे। मंत्री ने कहा कि रिवर क्रूज पर्यटनसेक्टर के कारणदेश में कई लाख पर्यटक आते हैं।
श्री सोनोवाल ने यह भी कहा किमार्च 2021 में लॉन्च किया गया मैरीटाइम इंडिया विजन (एमआईवी) 2030, अपने दस साल के विकास मानचित्र में लाइटहाउस विकास के साथ-साथ महासागर, तटीय और नदी क्रूज को बढ़ावा देने और विकास पर उल्लेखनीय बल देता है। श्री सोनोवाल ने कहा, "उम्मीद है कि इस योजना से दो लाख से अधिक नए रोजगार सृजित होंगे और यह क्रूज आगंतुकों और क्रूज उद्योग की अपेक्षाओं को पूरी करेगीतथाअवसंरचना के विकास के लिए गति प्रदान करेगी।"
सम्मेलन में पश्चिमी तट पर मुंबई, गोवा, कोच्चि, न्यू मैंगलोर और लक्षद्वीप जैसे बंदरगाहों और पूर्वी तट पर कोलकाता, विशाखापत्तनम, चेन्नई और अंडमान बंदरगाहों को भी राष्ट्र के क्रूज हब के रूप में रेखांकित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सम्मेलन क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए क्रूज-लाइनर्स के लिए एक सक्षम और अनुकूल वातावरण बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। देश की घरेलू क्रूज क्षमता, जिसके 2042 तक 40 मिलियन तक बढ़ने का अनुमान है, पर फोकस के साथलंबी अवधि के आधार पर भारत में क्रूज जहाजों की अतिरिक्त तैनाती को प्रोत्साहित किया जाएगा।इस संदर्भ में, छोटे क्रूज निर्माण व्यवसाय के लिए अवसर पैदा करना, टूर ऑपरेटरों के लिए आय सृजन, युवाओं के लिए रोजगार और इस क्षेत्र में संस्थागत ढांचे के माध्यम से कौशल विकास को रेखांकित किया जाएगा।
केन्द्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव डॉ. संजीव रंजन, आईडब्ल्यूएआई के अध्यक्ष श्री संजय बंदोपाध्याय और देश भर के विभिन्न बंदरगाहों के अध्यक्ष और मुंबई बंदरगाह प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री राजीव जलोटा ने भी संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया।
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