गृह मंत्रालय
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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात में बनासकांठा जिले के नडाबेट में सीमा दर्शन के लिए नवनिर्मित पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण किया

Posted On: 10 APR 2022 3:45PM by PIB Delhi

श्री अमित शाह ने नडाबेट बॉर्डर आउटपोस्ट सैनिक सम्मेलन को संबोधित किया और जवानों के साथबड़ा खाना व संवाद भी किया

सभी देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं, जीवन में हर भूमिका किस प्रकार निभानी चाहिए उसके लिए मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जीवन सर्वश्रेष्ठ आदर्श है

भगवान श्री राम इस प्रकार का जीवन जी कर गए जिसमें उन्होंने एक शब्द बोले बगैर एक आदर्श बेटे, आदर्श पति, आदर्श राजा और आदर्श सेनापति की भूमिका किस प्रकार से निभानी चाहिए, इसका सर्वश्रेष्ठ आदर्श प्रस्तुत किया जिससे लोग सालों-साल और युगो-युगो तक प्रेरणा लें

आज नडाबेट के इस सीमा दर्शन वाले पर्यटन स्थल पर आया हूं तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की कल्पना को दोनों हाथ जोड़कर नमन करना चाहता हूं

प्रधानमंत्री मोदी जी की इस परिकल्पना को जब तक कोई यहां आकर स्वयं नहीं देख लेता तब तक इस बहुआयामी परिकल्पना को कोई समझ ही नहीं सकता

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने सभी सीएपीएफ के जवानों और उनके परिवारों की सुविधाएं बढ़ें, इसके लिए भी काफ़ी काम किया है,जिसमें हेल्थ चेकअप और हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेश्यो से लेकर ड्यूटी का रेशनलाइजेशन किया जा रहा है

आयुष्मान सीएपीएफ कार्ड के तहत अगर आपके परिवार में किसी भी व्यक्ति को कोई भी बीमारी आती है तो वह कार्ड लेकर अस्पताल में अपना इलाज करावा  सकता है

जबसे श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने तबसे देश को दुनिया में हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने का आयोजनबद्ध तरीक़े से प्रयास हो रहा है

ये प्रयास इसीलिए सफल होगा क्योंकि हमारे सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमा पर अभेद्य सुरक्षा का सुदर्शन चक्र लिए हुए खड़े हैं, आप सीमाओं की सुरक्षा करते हो इसीलिए सीमाओं पर विकास संभव हो रहा है

रेतीली आंधियां, चिलचिलाती गर्मी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड, इन सबके बीच एकाग्रता के साथ जीवनपर्यंत कर्तव्य के मंत्र को साकार करते हुए बीएसएफ़ के जवान देश की 6385 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं

1965 में 25 बटालियनों के साथ शुरू हुआ ये संगठन, आज 193 बटालियन और 60 आर्टिलरी रेजीमेंट की 2,65,000 जवानों की नफ़री के साथ है

पूरा देश और देश का हर नागरिक मानता है कि ये संगठन और 2,65,000 की ये नफ़री भारत की सुरक्षा की गारंटी है

कश्मीर घाटी में घुसपैठ रोकनी हो, नॉर्थ-ईस्ट में और कुछ वामपंथी उग्रवाद वाले क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा को संभालना हो, क्रीक के कठिन क्षेत्र में भी घुटनों तक दलदल में घंटों तक सजग रहना हो, विश्व में इतनी कठिन परिस्थितियों में काम करने वाला बीएसएफ़ के सिवा कोई और सीमा सुरक्षा बल नहीं होगा

यहां बीएसएफ़ की वीरगाथाओं को देखकर छोटे-छोटे बच्चे हमारे बॉर्डर गार्डिंग फ़ोर्स के प्रति सम्मान की भावना को संस्कार के रूप में आत्मसात करें, वे भी निश्चय करें कि देश की सुरक्षा के क्षेत्र में मुझे भी कुछ करना चाहिए

मैं आज पूरे देश की जनता की ओर से जीवनपर्यंत कर्तव्य के नारे को चरितार्थ करने वाले बीएसएफ के छोटेसे छोटे जवान से लेकर डीजी तक सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहता हूं और आपकीवीरता को सैल्यूट भी करना चाहता हूं

यहां आकर जब हम नडाबेट की पूर्ण प्रदर्शन स्थली और यहां से बॉर्डर तक जाएंगे तब जाकर हमें मालूम पड़ेगा कि हमारे सीमा प्रहरी कितनी कठिन परिस्थिति में हमारी सुरक्षा का काम करते हैं

यहां आने पर बच्चों के मन में देशभक्ति के साथ-साथ हमारे सशस्त्र बलों और हमारी सीमाओं की सुरक्षा के साथ जुड़ने का एक जज्बा पैदा होगा

जब लोग यहां आएंगे तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और सीमावर्ती गांवों से पलायन की जो एक बहुत बड़ी समस्या है वह दूर होगी और रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, देश के अंदर जो विकास हो रहा है उसके सीमा के अंतिम गांव तक पहुंचने की ये एक शुरुआत है

नडाबेट में सीमा दर्शन कार्यक्रम पर 125 करोड़ रूपए का ख़र्च गुजरात सरकार ने किया है

मैं आज बहुत अच्छे तरीके से परिकल्पित कर सकता हूं कि 10 साल बाद नडाबेट का यह सेक्टर बनासकांठा जिले में कम से कम पाँच लाख लोगों के रोजगार का केंद्र बनेगा

इसकी प्रसिद्धि करनी चाहिए, यहाँ छोटे बच्चे ज्यादा से ज्यादा आएं इस प्रकार की व्यवस्था करनी चाहिए और यहाँ आने वाले लोग बनासकांठा में कम से कम एक रात रुक कर बनासकांठा को भी देख करजाएँ

बच्चों को खेलने की सुविधाएं और आसमान को छूता 100 फुट ऊंचा तिरंगा ये सभी यहां आकर्षक के केंद्र बनेंगे

यहां पर 6 गैलरियाँ बनी है जो हमें देश की सभी सीमाओं का परिचय कराएँगी

गुजरात के पर्यटन के लिए एक गैलरी व नडाबेट और बनासकांठा के लिए भी एक गैलरी बनाई गई है

हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने बॉर्डर टूरिज्म का एक बहुत बड़ा स्वप्न देखा है, यहां बीटिंग रिट्रीट समारोह आकर्षण का केंद्र बनेगा

मुझे पूरा विश्वास है कि बॉर्डर टूरिज्म के माध्यम से बॉर्डर की सुरक्षा, बॉर्डर के सीमा प्रहरियों के साथ जनता का संवाद और सीमा प्रहरियों के प्रति जनता के मन में एक आकर्षण का भाव के तीनों उद्देश्य इस कार्यक्रम से पूरे होंगे

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात में बनासकांठा जिले के नडाबेटमें सीमा दर्शन के लिए नवनिर्मित पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण किया। श्री अमित शाह ने नडाबेट बॉर्डर आउटपोस्ट सैनिक सम्मेलन को संबोधित किया और जवानों के साथ बड़ा खाना व संवाद भी किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और सीमा सुरक्षा बल (BSF) केमहानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कोई भी सीमा सुरक्षा बल हो, विशेषकर बीएसएफ़, उसका काम बहुत कठिन होता है। रेतीली आंधियां, चिलचिलाती गर्मी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड, इन सबके बीच एकाग्रता के साथ जीवनपर्यंत कर्तव्य के मंत्र को साकार करते हुए बीएसएफ़ के जवान देश की 6385 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं। जबसे श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने तबसे देश को दुनिया में हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने का आयोजनबद्ध तरीक़े से प्रयास हो रहा है। ये प्रयास इसीलिए सफल होगा क्योंकि हमारे सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमा पर अभेद्य सुरक्षा का सुदर्शन चक्र लिए हुए खड़े हैं, आप सीमाओं की सुरक्षा करते हो इसीलिए सीमाओं पर विकास संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये तो वो सीमा है जहां बीएसएफ़ और सेना के जवानों ने उत्कृष्ट पराक्रम दिखाया है। लढ़ाई में लगभग 1000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को पाकिस्तान से छीनकर विजय पताका फहराने का काम बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स ने किया। बहुत लंबे समय तक, जब तक समझौता नहीं हुआ, बीएसएफ़ एडमिनिस्ट्रेशन में भी लगी रही और 1965 में 25 बटालियनों के साथ शुरू हुआ ये संगठन, आज 193 बटालियन और 60 आर्टिलरी रेजीमेंट की 2,65,000 जवानों की नफ़री के साथ है। पूरा देश और देश का हर नागरिक मानता है कि ये संगठन और 2,65,000 की ये नफ़री भारत की सुरक्षा की गारंटी है।

 

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कश्मीर घाटी में घुसपैठ रोकनी हो, नॉर्थ-ईस्ट में और कुछ वामपंथी उग्रवाद वाले क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा को संभालना हो, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दोनों देशों के रिश्तों में सौहार्द बनाए रखते हुए देश के सभी हिस्सों की सुरक्षा करनी हो, क्रीक के कठिन क्षेत्र में भी घुटनों तक दलदल में घंटों तक चलकर वहां सजग रहना हो, विश्व में इतनी कठिन परिस्थितियों में काम करने वाला बीएसएफ़ के सिवा कोई और सीमा सुरक्षा बल नहीं होगा।

श्री अमित शाह ने कहा कि नडाबेट में सीमा दर्शन कार्यक्रम पर 125 करोड़ रूपए का ख़र्च गुजरात सरकार ने किया है। यहां बीएसएफ़ की वीरगाथाओं को देखकर छोटे-छोटे बच्चे हमारे बॉर्डर गार्डिंग फ़ोर्स के प्रति सम्मान की भावना को संस्कार के रूप में आत्मसात करें, वे भी निश्चय करें कि देश की सुरक्षा के क्षेत्र में मुझे भी कुछ करना चाहिए, देश की सुरक्षा करने वाले प्रहरी के प्रति उसका सम्मान और संवेदना हमेशा के लिए जागृत हो जाएगी। गुजरात सरकार अब ये भी  आयोजन करने वाली है कि पांचवी से आठवीं कक्षा तक के हर छात्र के स्कूल के पर्यटन का सेंटर अब ये नडाबेट बनने जा रहा है। इससे बीएसएफ़ के त्याग, समर्पण, बलिदान और वीरता सबको अपने साथ लेकर वो सिविल सोसायटी में जाएगाऔर जब वह नागरिक बनेगा तब उसके जीवन के अंतिम साल तक यहसम्मान बना रहेगा। गुजरात सरकार आसपास के क्षेत्र में रहने की सुविधा के लिए भी अच्छी प्लानिंग करने जा रही है औरकम से कम 2 दिन बनासकांठा की सरहद पर गुजरात का हरनागरिक बिताए तभी वो सरहद की कठिनाइयों के साथ जुड़ेगा और सरहद को जानने का काम कर पाएगा।

इससे पहले नडाबेट में सीमा दर्शन के लिए नवनिर्मित पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण करने के बादश्री अमित शाह ने सभी देशवासियों को रामनवमीकी शुभकामनाएं देते हुए कहा किरामनवमीं चैत्य नवरात्रि की समाप्ति के साथ ही एक ऐसे व्यक्तित्व का जन्म दिवस भी है जिनका जन्मदिनहजारों सालों से करोड़ों लोग अपने घर में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में हरभूमिका किस प्रकार से निभानी चाहिए उसके लिए मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जीवन सर्वश्रेष्ठ आदर्श है।भगवान श्री राम इस प्रकार का जीवन जी कर गएजिसमें उन्होने एक शब्द बोले बगैर एक आदर्श बेटे, आदर्श पति, आदर्श राजा और आदर्श सेनापति कीभूमिका किस प्रकार से निभानी चाहिए इसकाएकऐसा सर्वश्रेष्ठ आदर्श प्रस्तुत किया जिससे लोग सालों-साल औरयुगो-युगो तक प्रेरणा लें। इसीलिए वे आज हमारे आराध्य है, हम सब उनकी भगवान स्वरूप में पूजा करतेहैं और उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का प्रयास करते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत की कठिन से कठिन सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सीमा सुरक्षा बल(BSF) के हमारे जवान जो -40 डिग्री टेंपरेचर से लेकर 45 डिग्री टेंपरेचर वाली सीमाओं पर जान कीबाजी लगाकर देश की सुरक्षा करते हैं, बीएसएफ के कई जवानों ने अपनी जान गवाई है उन सभी को आज यादकर पूरे देश की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। उन्होने कहा कि मैं आजपूरे देश की जनता की ओर से जीवनपर्यंत कर्तव्य के नारे को चरितार्थ करने वाले बीएसएफ के छोटे से छोटेजवान से लेकर डीजी तक सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहता हूं और आपकी वीरताको सैल्यूट भी करना चाहता हूं। श्री शाह ने कहा कि जब जब देश पर संकट आया, बीएसएफ ने वीरतादिखाने में कोई कमी नहीं की। एक महावीर चक्र, चार कीर्ति चक्र, तेरह वीर चक्र, तेरह शौर्य चक्र औरअनेक बलिदानों की गाथा बीएसएफ अपने साथ लेकर चलती है और यह वीरता का जो अनूठा संगमबीएसएफ में हुआ है इस पर पूरा देश गर्व करता है।

श्री अमित शाह ने कहा कि आज नडाबेट के इस सीमा दर्शन वाले पर्यटन स्थल पर प्रधानमंत्रीश्री नरेंद्र मोदी जी की कल्पना को दो हाथ जोड़कर नमन करना चाहता हूं। प्रधानमंत्री मोदी जी की इस परिकल्पना को जब तक कोई यहां आकर स्वयं नहीं देख लेता तब तक इस बहुआयामी परिकल्पना को कोई समझ ही नहीं सकता। यहां पर आकर जब हम नडाबेट की पूर्ण प्रदर्शन स्थली और यहां से बॉर्डर तकजाएंगे तब जाकर हमें मालूम पड़ेगा कि हमारे सीमा प्रहरी कितनी कठिन परिस्थिति में हमारी सुरक्षा का कामकरते हैं। यहां आने पर बच्चों के मन में देशभक्ति के साथ-साथ हमारे सशस्त्र बलों और हमारी सीमाओं की सुरक्षा केसाथ जुड़ने का एक जज्बा पैदा होगा। उन्होंने कहा कि जब लोग यहां आएंगे तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और सीमावर्ती गांवों से पलायन की जो एक बहुत बड़ीसमस्या है वह दूर होगी और रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, देश के अंदर जो विकास हो रहा है उसके सीमा के अंतिम गांव तक पहुंचने की ये एक शुरुआत है। श्री शाह ने कहा कि मैं आज बहुत अच्छे तरीके से परिकल्पित कर सकता हूं कि 10साल बाद नडाबेट का यह सेक्टर बनासकांठा जिले में कम से कम पाँच लाख लोगों के रोजगार का केंद्रबनेगा।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने यहां पर पर्यटकों के लिएफर्नीचर और इंटीरियर वर्क के साथ तीन आगमन प्लाजा बनाए हैं, विश्राम स्थल बनाए हैं, 500 लोगों कीक्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाया है, चेंजिंग रूम बनाया है, 22 दुकानें और रेस्टोरेंट बनाए हैं, डेकोरेटिवलाइटिंग होने वाली है और यहां की 30% बिजली सोलर आधारित है, इस प्रकार यहाँ पर आधुनिक सेआधुनिक सेक्टर बनाने का काम किया है। बच्चों को खेलने की सुविधाएं और आसमान को छूता 100 फुटऊंचा तिरंगा ये सभी यहां आकर्षक के केंद्र बनेंगे। यहां पर 6 गैलरियाँ बनी है जो हमें देश की सभी सीमाओंका परिचय कराएँगी। गुजरात के पर्यटन के लिए एक गैलरी व नडाबेट और बनासकांठा के लिए भी एकगैलरी बनाई गई है। यहां पर बीएसएफ की तीनों विंग समुद्री, वायु और आर्टिलरी का परिचय देने वालीएक गैलरी भी होगी।

श्री अमित शाह ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने बॉर्डर टूरिज्म का एक बहुत बड़ा स्वप्न देखाहै। यहां बीटिंग रिट्रीट समारोह आकर्षण का केंद्र बनेगा। उन्होने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि बॉर्डरटूरिज्म के माध्यम से बॉर्डर की सुरक्षा, बॉर्डर के सीमा प्रहरियों के साथ जनता का संवाद और सीमाप्रहरियों के प्रति जनता के मन में एक आकर्षण का भाव के तीनों उद्देश्य इस कार्यक्रम से पूरे होंगे। श्री शाह नेकहा कि मोदी जी ने सरहदों की सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए ढेर सारे इनीशिएटिव लिए हैं। उन्होनेसभी लोगों और  विशेषकर बनासकांठा के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब बनासकांठा नकेवल गुजरात बल्कि देशभर में नडाबेट के कारण आकर्षण का केंद्र बनेगा। साथ ही इससे हमारीसरहद के अंदर पर्यटन की सुविधाएं मिलेगी और देशभर के लोगों को बीएसएफ की वीरता को नजदीक सेजानने का मौका मिलेगा।

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