शिक्षा मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

भारत की बौद्धिक क्षमता, नवाचार और ठोस नीतियों से ऊर्जा के नये भविष्य के निर्माण में मदद मिलेगी: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान


"हमारा लक्ष्य आने वाले वर्षों में भारत को उच्च शिक्षा में आत्मनिर्भर बनाना है": केंद्रीय शिक्षा मंत्री

Posted On: 27 MAR 2022 9:26PM by PIB Delhi

केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि भारत की बौद्धिक क्षमता, नवाचार और ठोस नीतियां वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन को गति देंगी और ऊर्जा के एक नये भविष्य के निर्माण में योगदान देंगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत वर्तमान में ऊर्जा का आयात करने वाला देश है, लेकिन आने वाले वर्षों में देश ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सौर ऊर्जा, जैव ऊर्जा और हाइड्रोजन ऊर्जा जैसे लंबे समय तक बने रहने वाले हरित ऊर्जा स्रोतों की खोज कर रहा है। माननीय मंत्री ने यह बात आज मुंबई में आयोजित वर्ष 2021 के लोकसत्ता तरुण तेजांकित पुरस्कारों की प्रस्तुति समारोह में कही।

मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे भारत के ज्ञान ने दुनिया को लाभान्वित किया है और दोनों दिशा में चलने वाली राह के रूप में ज्ञान का आदान-प्रदान किया है। प्रतिभा पलायन के संबंध में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें प्रतिभा पलायन परिदृश्य को प्रतिभा संग्रह परिदृश्य में बदलना होगा और देश को ज्ञान का भंडार बनाना होगा। “21वीं सदी भारत के लिए एक महान अवसर है। देश की क्रय शक्ति बढ़ी है और इसके परिणामस्वरूप देश के अंदर ही एक बड़ा बाजार विकसित होने जा रहा हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि ये इनोवेटर्स को देश में रहने और भारत के बाजारों को और समझने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

शिक्षा मंत्री ने भारत में उच्च शिक्षा के लिए अधिक अवसर तैयार करने, शिक्षा में सुधार, शिक्षा को रोजगार से जोड़ने और शिक्षा को सस्ती, समावेशी और न्यायसंगत    बनाने के दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों को भी विस्तार से बताया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/Pradhan1.JPEGCCBX.jpg

उच्च अध्ययन के लिए विदेश यात्रा करने वाले छात्रों के बारे में पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश में उच्च शिक्षा का चयन करने वाले छात्रों की कुल संख्या चार करोड़ है। “अगले दस वर्षों में, यह संख्या बढ़कर 10 करोड़ होने जा रही है। हम इस क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने के लिए काम कर रहे हैं। निकट भविष्य में हमें अपने भारतीय छात्रों को देश में ही शिक्षित करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं देनी होंगी।

नई शिक्षा नीति पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कौशल विकास और उद्यमिता पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली डिग्री आधारित या नौकरी पाने पर आधारित नहीं रहनी चाहिए।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/Pradhan2.JPEG7FWS.jpg

***

 

एमजी/एएम/एसएस

 


(Release ID: 1810792) Visitor Counter : 204


Read this release in: English , Urdu , Marathi