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जोज़िला पास औसतन 150 दिन बंद रहने की बजाय 79 दिनों बाद नागरिक यातायात के लिए खोला गया

प्रविष्टि तिथि: 25 MAR 2022 7:12PM by PIB Delhi

25 मार्च, 2022 को नागरिक यातायात के लिए जोज़िला पास खोला गया। ताजा आपूर्ति, दवाओं एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं तथा यात्री वाहनों समेत 560 वाहनों का पहला नागरिक जत्था सोनमर्ग से लद्दाख पहुंचा।

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 19 मार्च 2022 को केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख, जम्मू और कश्मीर के बीच गेटवे कनेक्ट पर यह अभूतपूर्व सफलता पाई और सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने जोज़िला से लद्दाख के लिए पहले परीक्षण जत्थे को झंडी दिखाई। विशेष रूप से छह दशकों में पहली बार एनएच -1 पर जोज़िला पास औसतन 150 दिनों के मुकाबले केवल 73 दिनों के लिए बंद रहा। "माउंटेन पास ऑफ ब्लिजार्ड"के रूप में जाना जाने वाला जोज़िला द्रास, लद्दाख में 11,650 फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित है और ऐतिहासिक रूप से सर्दियों के ज़्यादातर हिस्से के लिए बंद रहता है। इस साल बीआरओ ने इसे 4 जनवरी 2022 तक खुला रखा, जो ज्ञात इतिहास में पहली उपलब्धि है।

सड़क को यातायात के लिए खुला घोषित करने से पहले बीआरओ द्वारा अनेक एहतियाती उपाय किए गए थे।चूंकि सड़क खंड में बड़ी संख्या में हिमस्खलन की संभावना वाले स्थान हैं, इसलिए हिमस्खलन और दुर्घटना की संभावना वाले स्थलों पर स्थिति की निगरानी के लिए समर्पित टीमों को भारी भरकम उपकरणों समेत तैनात रखा गया है। आने वाले दिनों में निर्बाध यातायात सुनिश्चित करने के लिए सड़कों के रखरखाव के लिए टीमों का एक और समूह लगाया गया है, जबकि छोटी टीमें भारी भरकम वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए सड़क को बाधारहित और चौड़ा बनाए रखे हुए है।

बीआरओ ने स्थानीय नागरिक प्रशासन और यातायात पुलिस के साथ आवश्यक समन्वय और संपर्क बनाया, जिसने इन सड़कों पर वाहनों, टीमों तथा उपकरणों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए जनशक्ति और आवश्यक संसाधन प्रदान किए। इसके अलावा चिकित्सा संबंधी आपात स्थितियों के लिहाज से सड़क पर विभिन्न स्थानों पर प्रावधान किए गए और आपातकालीन चिकित्सा स्थितियों में ज़रूरी कदम उठाने के लिए मेटायेन, द्रास में एक चिकित्सा शिविर भी स्थापित किया गया।

एमजी/एएम/एबी/वाईबी


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