आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

एमओएचयूए के सचिव ने पीएमएवाई (यू) के तहत सीएसएमसी की 59वीं बैठक की अध्यक्षता की


देश के 8 राज्यों में 2 लाख से अधिक घरों के निर्माण के लिए परियोजना प्रस्तावों को मंजूरी दी गई

Posted On: 23 MAR 2022 8:18PM by PIB Delhi

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 8 राज्यों असम, बिहार, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और तमिलनाडु में 2.02 लाख के परियोजना निर्माण को मंजूरी दी है। इन घरों का निर्माण पीएमएवाई-यू मिशन के लाभार्थी नेतृत्व निर्माण (बीएलसी) और साझेदारी में किफायती आवास (एएचपी) के तहत किया जाना है। पीएमएवाई-यू के तहत केंद्रीय मंजूरी और निगरानी समिति (सीएसएमसी) की 59वीं बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंस मोड में आज हुई बैठक की अध्यक्षता आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) के सचिव श्री मनोज जोशी ने की।

A group of people sitting at a tableDescription automatically generated with low confidence

बैठक की अध्यक्षता करते हुए, एमओएचयूए के सचिव ने पीएमएवाई (यू) के विभिन्न कार्यक्षेत्रों के तहत विभिन्न राज्यों में घरों के शुरुआती काम और निर्माण शुरू करने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने राज्यों में घरों के निर्माण की गति की समीक्षा की और अधिकारियों को शुरुआती काम और निर्माण प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।

पीएमएवाई-यू के तहत बनने वाले घरों का निर्माण विभिन्न चरणों में है। पीएमएवाई (यू) के तहत स्वीकृत घरों की कुल संख्या अब 115.4 लाख हो गई है, जिनमें से लगभग 95 लाख घरों का निर्माण शुरू हो गया है और लाभार्थियों को लगभग 56.3 लाख घरों की चाबी सौंप दी गई है। मिशन के तहत कुल 7.56 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिसमें से 1.89 लाख करोड़ रुपये की राशि केंद्रीय सहायता के तहत है। अब तक, 1.25 लाख करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता जारी की जा चुकी है।

A group of people sitting at desks in a roomDescription automatically generated with medium confidence

एमओएचयूए के सचिव ने मिशन के संबंध में परियोजनाओं के संशोधन और भाग लेने वाले राज्यों के प्रदर्शन की भी समीक्षा की।

'सभी को घर' के लक्ष्य के साथ, एमओएचयूए सभी पात्र लाभार्थियों को पक्के मकान उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। देश भर में घरों के निर्माण, कम्प्लीशन और वितरण में तेजी लाने पर जोर दिया गया है।

***

एमजी/एएम/एके/एसएस




(Release ID: 1809445) Visitor Counter : 184


Read this release in: English , Urdu