संस्‍कृति मंत्रालय

संस्कृति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के एक साल पूरे होने के अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया


कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी व संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने हिस्सा लिया

आजादी का अमृत महोत्सव हमारे इतिहास व हमारी परंपरा का उत्सव है और इसके साथ ही यह अंधेरे में गुम स्वतंत्रता के अज्ञात नायकों को प्रकाश में लाने का काम रहा है: श्री जी. किशन रेड्डी

भारत ने जरूरत की घड़ी में हमेशा अन्य देशों को बिना शर्त सहायता की है: श्रीमती मीनाक्षी लेखी

Posted On: 12 MAR 2022 10:47PM by PIB Delhi

संस्कृति मंत्रालय ने आज शाम नई दिल्ली स्थित कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में आजादी का अमृत महोत्सव के एक साल के पूरा होने का उत्सव मनाने के लिए एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री जी किशन रेड्डी, संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, संस्कृति मंत्रालय में सचिव श्री गोविंद मोहन, मॉरीशस की उच्चायुक्त श्रीमती एस बी हनुमानजी और कई अन्य देशों के राजनयिक उपस्थित थे।

 

भारत सरकार की एक पहल - आजादी का अमृत महोत्सव ने आज अपना एक साल पूरा किया है। इस महोत्सव की शुरुआत 12 मार्च, 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती आश्रम से की थी। उसके बाद से क्षेत्र व भागीदारी के मामले में महोत्सव के प्रयास व समारोह को इस प्रकृति के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक बनाने को सुनिश्चत करने के लिए सरकार के प्रयासों की न केवल गति तेज हुई है, बल्कि लक्ष्य समूहों और भौगोलिक क्षेत्रों के विविध समूहों तक भी पहुंच गई है। आजादी का अमृत महोत्सव 28 राज्यों, 8 केंद्रशासित प्रदेशों और वैश्विक स्तर पर 150 से अधिक देशों में 16,000 से अधिक समारोह और कार्यक्रमों के साथ भारत को अमृत काल में स्थापित करने के लिए भारत@2047 की राह पर अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। इस अभियान ने एक राष्ट्र को अतीत का स्मरण रखने, वर्तमान का उत्सव मनाने और बेहतर भविष्य की आकांक्षा करने में सक्षम बनाने में संस्कृति व विरासत की व्यापक भूमिका पर अपना ध्यान केंद्रित किया है।

 

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केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आजादी का अमृत महोत्सव पहल के बारे में कहा, “हमें भारत की आजादी के 75 वर्ष मनाने पर गर्व है और हम अमृत महोत्सव मनाने के लिए पूरे भारत में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। ये सभी विचार भारत माता की सेवा करने पर आधारित हैं, इसलिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “आजादी के बाद से हमने काफी लंबी यात्रा तय की है। इसके 75 साल हमें उन महान नेताओं की आकांक्षाओं को पूरा करने की याद दिलाते हैं जिनके बलिदान व कड़ी मेहनत ने भारत का भविष्य सुरक्षित किया है।” उन्होंने आगे यह भी कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हमारे इतिहास, हमारी परंपरा का उत्सव है और इसके साथ ही यह स्वतंत्रता के उन अज्ञात नायकों को प्रकाश में लाने का काम कर रहा है, जो लंबे समय से अंधेरे में थे।

 

श्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि भविष्य युवाओं का है। मंत्री ने आगे अनुरोध किया कि युवाओं को अपनी पूरी क्षमता का अनुभव करने के लिए स्वामी विवेकानंद की विचारधारा का अनुपालन करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि भारत सबसे बड़ी युवा आबादी वाला देश होने के चलते युवा शक्ति का एक मूर्त रूप है। और यह युवा शक्ति ही है जो भारत को विश्व गुरु बनाने का नेतृत्व करेगा। एक वैश्विक शक्ति के रूप में हम आत्मविश्वास से भारत@100 की ओर बढ़ रहे हैं।

 

इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव भारत की संस्कृति, इसकी लोकतांत्रिक परंपराओं और उपलब्धियों का उत्सव है और अगले 25 वर्षों में अमृत काल का अगुआ है, जो आने वाले दिनों में भारत को एक विश्व नेता बना देगा। मंत्री ने आगे बताया कि भारत ने बड़े पैमाने पर विश्व के लिए केवल अच्छा किया है और जरूरत के समय में हमेशा अन्य देशों को बिना शर्त सहायता की है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि कैसे भारत महामारी के समय में अन्य देशों के साथ खड़ा था। श्रीमती लेखी ने आगे कहा कि विश्व में महिलाओं के संबंध में भारत को लेकर गलत धारणा है। भारत एक ऐसा देश है जहां महिलाएं राजनीति और अन्य क्षेत्रों, चाहे वेदों में अपना योगदान देना हो, या शासक या पुजारी या शिक्षक के रूप में प्रमुख भूमिका निभाती हैं।

 

सत्ता में महिलाएं (संविधान सभा के लिए निर्वाचित) को समर्पित 'अमर चित्र कथा' के एक विशेष संस्करण का विमोचन किया गया। इसके बाद आईजीएनसीए के अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद जोशी की लिखित एक पुस्तक 'महात्मा ऑन कल्चर एंड सिविलाइजेशन' का भी विमोचन किया गया।

 

वहीं, आजादी का अमृत महोत्सव के एक साल की यात्रा को मल्टी मीडिया प्रस्तुति के जरिए दिखाया गया। इसके अलावा समारोह में शहीदों के लिए एक डिजिटल श्रद्धांजलि- "डिजिटल ज्योत" को भी लॉन्च किया गया।

 

शाम में सुनील ग्रोवर, ध्वनि भानुशाली और अरमान मलिक जैसे कलाकारों के साथ प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने अपनी कला का प्रदर्शन करके दर्शकों के मन को मोहने का काम किया।

आजादी का अमृत महोत्सव के पांच स्तंभ वे तत्व हैं, जो इस कार्यक्रम की यात्रा की रचना करते हैं। इसके अलावा राष्ट्र की प्रगति, इसकी उपलब्धियों, विचारों, भावी पीढ़ियों के लिए योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

  1. स्वतंत्रता संघर्ष: इतिहास की उपलब्धि, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायक, जिलों की अज्ञात कहानियां
  2. विचार@75: उन विचारों का उत्सव मनाना, जो भारत को आकार दे रहे हैं और इसका निर्माण कर रहे हैं
  3. उपलब्धियां@75: विभिन्न क्षेत्रों की उपलब्धियों और प्रगति का उत्सव मनाना
  4. संकल्प@75: विशिष्ट लक्ष्यों और उद्देश्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को सुदृढ़ करना
  5. कार्रवाई@75: नीतियों को लागू करने और प्रतिबद्धताओं को साकार करने के लिए उठाए जा रहे कदमों को रेखांकित करना

आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम 'संपूर्ण सरकार' के दृष्टिकोण (विभिन्न सरकारी निकायों के बीच सहयोग) के साथ आयोजित किए जाते हैं, साथ ही, इसमें यथासंभव 'जनभागीदारी' सुनिश्चित की जाती है। इसके ऐतिहासिक कार्यक्रमों में राष्ट्रगान अभियान, नेताजी@125, काशी उत्सव, पतंग उड़ान महोत्सव, जन जाति गौरव दिवस, राष्ट्रीय युवा दिवस, उमंग रंगोली रचना महोत्सव, नदी उत्सव, भारत में संग्रहालयों की पुनर्कल्पना, स्वच्छाग्रह, विज्ञान सर्वत्र, 75 सूर्यनमस्कार, धारा, तंजावुर (मंदिर वास्तुकला) और प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड शामिल हैं। इनमें से कई कार्यक्रमों के आयोजन विभिन्न मंत्रालयों के संयुक्त प्रयासों से किए जा रहे हैं।

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