वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय

श्री पीयूष गोयल ने स्टॉक ब्रोकर्स, म्यूचुअल फंड और डिपॉजिटरी आदि के लिए

समान केवाईसी प्रणाली को और सक्षम बनाने हेतु एकल विंडो पोर्टल का आह्वान किया

श्री पीयूष गोयल ने निवेशों को प्रोत्साहित करने के अलावा परिवारों और निवेश को सशक्त बनाने के लिए शेयर बाजारों में पारदर्शिता और अखंडता लाने का आह्वान किया

"एनएसई कई अनुपयोगी कार्यप्रणालियों को समाप्त करने और एक्सचेंज के कामकाज में अधिक पारदर्शिता लाने में सक्षम रहा है"- श्री पीयूष गोयल

भारत ने बड़े व्यापार संस्करणों को संभालने के लिए अपने मजबूत तकनीकी समाधानों के साथ विश्व स्तर पर सम्मान अर्जित किया है: श्री गोयल

श्री गोयल ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को उद्धृत करते हुए कहा- "भारत वैश्विक स्तर की प्रतिभूतियों और वस्तुओं के बाजार के बिना एक विकसित देश नहीं बन सकता"

श्री पीयूष गोयल ने निफ्टी इंडेक्स के 25 वर्ष और भारत में डेरिवेटिव मार्केट शुभारंभ के 20 वर्ष के रजत जयंती समारोह को चिह्नित करने के लिए

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) समारोह को संबोधित किया

Posted On: 05 JAN 2022 8:52PM by PIB Delhi

 

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज शेयर बाजारों में पारदर्शिता और उच्चतम स्तर की अखंडता लाने का आह्वान किया है। निफ्टी इंडेक्स के 25 वर्ष और भारत में डेरिवेटिव मार्केट्स के शुभारंभ के 20 वर्ष के रजत जयंती समारोह को चिह्नित करने के लिए आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह विदेशी निवेशकों को प्रोत्साहित करने के अलावा परिवारों को निवेश के माध्यम से अधिक आय अर्जित करने में सशक्त बनाएगा।

श्री पीयूष गोयल ने कहा कि उनका मानना है कि वित्तीय दुनिया में धारणा मायने रखती है, और इसलिए यह जरूरी है कि हमें उच्चतम स्तर की अखंडता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक मजबूत प्रणाली स्थापित करनी चाहिए, जो प्रत्येक भारतीय को शेयर बाजार में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगी और विदेशी निवेशकों को प्रोत्साहन देने के अलावा परिवारों को निवेश के माध्यम से अधिक आय अर्जित करने में सशक्त बनाएगी।

श्री गोयल ने कहा कि एनएसई कई अनुपयोगी कार्यप्रणालियों को समाप्त करने और एक्सचेंज के कामकाज में अधिक पारदर्शिता लाने में सक्षम रहा है।

उन्होंने कहा कि बहुत से लोग व्यापार के आकर्षण और उत्साह का स्मरण कर रहे हैं और वर्तमान स्थिति में यह प्रतीत होता है कि मौजूदा बाजार की गतिशीलता और बाजारों के आकार को देखते हुए, यह विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि व्यापार की व्यापकता के मद्देनजर इसके अनुरूप ही व्यापक स्तर की व्यवस्था भी आवश्यक है।

श्री गोयल ने कहा कि भारत ने व्यापक स्तर पर कारोबार को संभालने के लिए अपने मजबूत तकनीकी समाधानों के साथ विश्व स्तर पर सम्मान अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि यह समान रूप से प्रासंगिक है कि सभी वित्तीय उत्पाद 'विश्वास, पारदर्शिता और जवाबदेही' की कसौटी पर कसे जाते हैं ताकि वे निवेशकों के लिए विभिन्न लाभकारी स्थितियों में परिवर्तित हो सकें।

श्री गोयल ने कहा कि स्टॉक एक्सचेंज उद्योग और सेवा क्षेत्र दोनों को पूंजी उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और हम पूंजी निर्माण के लिए घरेलू बचत और संस्थागत प्रवाह को एक सही मार्ग दे सकते हैं।

श्री गोयल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि धन सृजन अच्छा है, लेकिन मेरा मानना है कि हमारे प्रतिभूति बाजार का वास्तविक मूल्य राष्ट्र के विकास, सभी क्षेत्रों के सुधार और अधिकांश नागरिकों के व्यापक कल्याण में उनके योगदान में निहित है।

उन्होंने कहा कि इस भावना में, पूंजी बाजार बुनियादी ढांचे और कृषि जैसे उत्पादक उद्देश्यों के लिए वित्त का स्रोत बन सकता है, जिससे हमारी आबादी का एक बड़ा हिस्सा लाभान्वित हो सकता है। साथ ही वस्तु डेरिवेटिव बाजारों का उपयोग किसानों के जोखिम को समाप्त करने के लिए किया जा सकता है।

श्री गोयल ने कहा कि भारत अभूतपूर्व आर्थिक विकास की राह पर है। बढ़ते आर्थिक संकेतकों ने भारत और इसकी वास्तविक क्षमता और क्षमता को प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा कि हमने भारत के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक निर्यात किया है। दिसंबर 2021 के दौरान, माल का निर्यात 37 बिलियन डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 37% अधिक है। निर्यात लगातार 9 महीनों से 30 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है, जो अप्रैल 2021 से निरंतर हर महीने एक रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मूडीज ने हाल ही में भारत की रेटिंग को अपग्रेड किया है, हमने अब तक का सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश दर्ज किया है, और इसके अलावा एक शानदार जीएसटी संग्रह, जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम, रिकॉर्ड एमएफजी और सर्विसेज पीएमआई जैसे बेहतर के साक्षी बने हैं।

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने अनुपालन बोझ को कम करने के लिए मिशन मोड में काम किया है। उन्होंने एनएसई से एनएसडब्ल्यूएस जैसे सभी व्यापार और वित्तीय लेनदेन के लिए एकल केवाईसी प्रणाली बनाने का आह्वान किया।

श्री गोयल ने कहा कि हाल ही में हमने राष्ट्रीय एकल विंडो प्रणाली, वन स्टॉप पोर्टल का शुभारंभ किया है, जिसे पायलट आधार पर शुरू किया गया है, यह व्यवसायों द्वारा आवश्यक अनुमोदन और मंजूरी के लिए वन-स्टॉप पोर्टल है। उन्होंने कहा कि स्टॉक ब्रोकर्स, म्यूचुअल फंड और डिपॉजिटरी आदि के लिए समान केवाईसी प्रणाली को और सक्षम बनाने के लिए सिंगल विंडो पोर्टल को कार्याविन्ति करना चाहिए।

2019 और 2020 के लिए विश्व स्तर पर सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज के रूप में पहचाने जाने के लिए एनएसई की सराहना करते हुए, श्री गोयल ने आशा व्यक्त की कि यह भारत की विकास कहानी में मजबूती से योगदान देगा।

उन्होंने कहा कि जैसे कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, प्रधानमंत्री ने एक तरह से भारत के भविष्य और भारत में निवेश के भविष्य को परिभाषित करते हुए कहा कि अगले 25 वर्ष भारत और एनएसई दोनों के लिए 'अमृत काल' होंगे। एनएसई इस गति को अपने निफ्टी 50 इंडेक्स के साथ जोड़ रहा है, जो एक तरह से 'राष्ट्र का स्टॉक' बन गया है। पिछले 25 वर्षों में इंडेक्स 15 गुना बढ़ गया है जो भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास क्षमता का प्रतीक है। इसने आम आदमी को भारत की विकास गाथा का हिस्सा बना दिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि निफ्टी 50 गिफ्ट सिटी को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। एनएसई मजबूत आर्थिक विकास के लिए न्यू इंडिया की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

श्री गोयल ने शेयर बाजार के विकास के लिए दिया सात सूत्रीय मंत्र:

i. छोटे खुदरा निवेशकों और एमएसएमई की वित्तीय साक्षरता में सुधार करके, उनकी जोखिम उठाने की क्षमता के लिए उपयुक्त वित्तीय उत्पादों का शुभारंभ करके और उनकी निवेश जरूरतों को पूरा करते हुए उनके हितों की रक्षा करना

ii. प्रतिभागियों को उन उत्पादों के बारे में अच्छी तरह से सूचित करने की अत्यधिक आवश्यकता है जिनमें वे निवेश कर रहे हैं; ऐसे अभियानों को बढ़ाना जिससे निवेशकों में जागरूकता बनी रहे।

iii. क्षणिक लाभ से दीर्घकालिक पोर्टफोलियो बनाने के लिए अनुमान से विविधीकरण की भावना में बदलाव को प्रोत्साहित करें

iv. उत्पादों में आसानी और सरलता लाना जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं में उत्पाद का शुभारंभ करना शामिल है

v. कम उम्र में निवेश और व्यापार कौशल को आत्मसात करने के लिए स्कूलों और कॉलेजों के साथ सहयोग करना

vi. निवेशक आधार को बढ़ाने और मजबूत पूंजी निर्माण को प्रेरित करने के लिए अस्थिरता और अचानक प्रवाह परिवर्तन को कम करें, और

vii.यह महत्वपूर्ण है कि हम अंतर्राष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं (वॉल स्ट्रीट, एनएएसडीएक्यू, आदि) का पालन करें और दुनिया के शीर्ष 3 एक्सचेंजों में शामिल होने का लक्ष्य रखें।

श्री गोयल ने कहा कि आइए हम सभी नए वर्ष का संकल्प लें ताकि स्टॉक एक्सचेंजों को अग्रणी बनाते हुए 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिल सके। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी का उदाहरण देते से कहा कि भारत विश्व स्तर की प्रतिभूतियों और वस्तुओं के बाजार के बिना विकसित देश नहीं बन सकता है।

उन्होंने कहा कि आइए हम अपने बाजारों को मजबूत और आत्मानिर्भर वित्तीय बाजार बनाने के लिए मिलकर कार्य करें ताकि भारतीय कॉरपोरेट्स को वित्त पोषण और जोखिम प्रबंधन आवश्यकताओं के लिए अन्य बाजारों पर निर्भर न होना पड़े।

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