कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
कौशल भारत ने स्थानीय खाद्य पदार्थ और नमकीन बनाने वालों को अतिरिक्त हुनर सिखाने और उनको प्रमाणित करने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के सेमरा और यारना गांवों में आज आदर्श ग्राम कौशल शिविर लगाए
200 से ज्यादा उम्मीदवारों ने शिविरों के लिए नामांकन कराया
आदर्श ग्राम कौशल शिविरों का लक्ष्य है कि आज़ादी का अमृत महोत्सव पहल भारत की आज़ादी के 75 वर्ष का जश्न मनाए
परियोजना के प्रारंभ होने के बाद से 24 गांवों के 2200 से ज्यादा उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया जा चुका है 14 और 15 दिसम्बर को सेमरा और यरना प्रत्येक में 110 से ज्यादा
उम्मीदवार प्रमाणित किए जाएंगे
Posted On:
14 DEC 2021 7:36PM by PIB Delhi
कार्यबल के कौशलों को मान्यता देने, उन्हें औपचारिक रूप से प्रमाणित करने और रोज़गार के अवसरों से जोड़ने के प्रयास के तहत कौशल भारत मिशन अपने संकल्प (आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता) कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के सेमरा और यारना गांवों के उम्मीदवारों के लिए विशेष पूर्व शिक्षण मान्यता (आरपीएल) कार्यक्रम का संचालन कर रहा है। आदर्श ग्राम कौशल शिविर (एजीएससी) के माध्यम से कार्यान्वित किए जा रहे कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, गुजरात, ओडिशा, असम, त्रिपुरा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के 100 से ज्यादा गांवों में उम्मीदवारों को प्रमाणित करना है।
आज (14 दिसंबर) सेमरा में 100 से अधिक उम्मीदवारों को अचार बनाने वाले तकनीशियन की नौकरी के लिए प्रमाणित किया गया। इसी तरह, कल (15 दिसंबर) यारना में लगभग 116 अतिरिक्त उम्मीदवारों को अचार बनाने वाले और पारंपरिक स्नैक्स और नमकीन बनाने वालों के रूप में प्रमाणित किया जाएगा।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव श्री राजेश अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीण भारत में निश्चित रूप से अपार संभावनाएं मौजूद हैं जिनका उपयोग किया जाना बाकी है और हमें विश्वास है कि उचित कौशल प्रशिक्षण और इसको सकारात्मक रूप से मजबूती प्रदान करने से इन क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा।उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करने से संबंधित प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विज़न की दिशा में आज़ादी का अमृत महोत्सव एक आवश्यक पहल है।उन्होंने कहा कि इस सपने को साकार करने के लिए संकल्प कार्यक्रम के तहत संचालित किए जा रहे आदर्श ग्राम कौशल शिविर मूलभूत स्तर पर श्रमिकों को उनकी रोजगार क्षमता, समाज में उच्च स्तर और उनके कौशलों को औपचारिक रूप प्रदान कर सशक्त बनाने में महत्वपूर्णभूमिका निभाएंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पहल न केवल कार्यबल में विश्वास जगाएगी, बल्कि राष्ट्रीय विकास में प्रमुख योगदानकर्ता भी बनेगी।
आदर्श ग्राम कौशल शिविर परियोजना के अंतर्गत 3-5 दिनों में फैले 12 घंटों की अवधि वाले साप्ताहिक आरपीएल शिविर आयोजित किए जा रहे हैं और प्रत्येक प्रमाणित उम्मीदवार को सफल प्रमाणन के बाद ईनाम की राशि के रूप में 500 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। इस परियोजना का उद्देश्य 15,000 से अधिक श्रमिकों को कौशल-आधारित प्रमाणन प्रदान करके कुशल श्रमिकों के प्रतिशत में वृद्धि करना है।अब तक, 24 गांवों में 2,200 से अधिक उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इच्छुक उम्मीदवार https://sankalp.msde.gov.in/#/web/agsc पर जाकर भविष्य के शिविरों के लिए खुद को पंजीकृत कर सकते हैं।
आदर्श ग्राम कौशल शिविर छह क्षेत्र कौशल परिषदों (एसएससी) के माध्यम से कार्यान्वित किए जा रहे हैं। ये क्षेत्र कौशल परिषदें परियोजना की संकल्पना तैयार करने, गांवों और प्रशिक्षण साझेदारों की पहचान करने, उम्मीदवारों को संघटित करने के साथ ही साथउनके प्रशिक्षण और प्रमाणन के लिए भी उत्तरदायी हैं। कार्यान्वयन के लिए चुनी गई एसएससी में शामिल हैं:
- पेंट एंड कोटिंग्स स्किल काउंसिल (पीसीएससी) असिस्टेंट डेकोरेटिव पेंटर की नौकरी में आरपीएल प्रमाणन प्रदान करेगी
- इंडियन प्लंबिंग स्किल काउंसिल (आईपीएससी) प्लम्बर और असिस्टेंट प्लम्बर व्यवसायों में आरपीएल प्रमाणन प्रदान करेगी
- ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) टैक्सी ड्राइवर तथा दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए ऑटोमोटिव सर्विस टेक्निशियन की नौकरी के लिए प्रमाणन की पेशकश करेगी
- सहायक बढ़ई व्यवसाय के लिए फर्नीचर एंड फिटिंग स्किल काउंसिल
- डेयरी किसान/उद्यमी और मत्स्य पालन कामगारों की नौकरियों के लिए भारतीय कृषि कौशल परिषद (एएससीआई)
- फूड इंडस्ट्री कैपेसिटी एंड स्किल इनिशिएटिव (एफएसएसएआई)फलों और सब्जियों के चयन के प्रभारी, अचार बनाने वाले तकनीशियन, जैम जेली और केचप प्रसंस्करण तकनीशियन, पारंपरिक स्नैक और नमकीन निर्माता, बेकिंग उत्पाद बनाने वाले और मल्टी-स्किल तकनीशियन (खाद्य प्रसंस्करण) की नौकरी के लिए आरपीएलप्रमाणन प्रदान करेगी।
ये शिविर, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और संबंधित राज्य कौशल विकास मिशनों (एसएसडीएम), जिला कौशल समितियों (डीएससी) और ग्राम पंचायतों के बीच एक सहयोगपूर्ण प्रयास हैं। ग्राम पंचायते बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि वे संभावित उम्मीदवारों के बीच इस बारे में जागरूकता जगाने की उत्तरदायी हैं कि किन नौकरियों का चयन उनके लिए उपयुक्त रहेगा। वे कार्यक्रम से जुड़े कुशल और प्रमाणित उम्मीदवारों के लिए रोजगार संयोजन में सहायता करेंगी।
कोविड-19 महामारी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है, लेकिन अब हम सुधार के पथ पर अग्रसर हैं। आदर्श ग्राम कौशल शिविर, ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार और लोगों की प्रगति को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे जिसकी प्रबल आवश्यकता है। उम्मीदवार अपने लिए चुनी हुई नौकरी के संबंध में कौशल-आधारित प्रमाण पत्र प्राप्त करने में सक्षम होंगे और तदनुसार अपनी आजीविका में वृद्धि करेंगे।
साथ ही, आदर्श ग्राम कौशल शिविर आत्मनिर्भर भारत के मिशन के अनुरूप ग्राम पंचायतों को अपने विकास के लक्ष्य हासिल करने में सहायता करेंगे।
संकल्प के बारे में
आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (संकल्प ) कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत विश्व बैंक की ऋण सहायता से संचालित कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के जरिए अल्पावधि कौशल प्रशिक्षण में गुणात्मक और मात्रात्मक सुधार लाना, बाज़ार के साथ बेहतर कनेक्टिविटी बनाना तथा समाज में हाशिए पर पड़े लोगों का समावेशन करना है।
संकल्प के बारे में अधिक जानकारी के लिए www.sankalp.msde.gov.in विजिट करें।
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एमजी/एएम/आरके
(Release ID: 1781584)