इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय

आजादी का डिजिटल महोत्सव


सीएससीने टेली-परामर्श और अन्य नई पहलों के लिए सीएससीपे, चैट बॉट का शुभारंभ किया

Posted On: 02 DEC 2021 3:58PM by PIB Delhi

सीएससी एसपीवी ने सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के तहत प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह के एक अंग के रूप में 'डिजिटल इंडिया के तहत नागरिकों को सशक्त बनाने' पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।

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इस कार्यशाला-डिजिटल इंडिया के तहत सीएससी का नागरिकों को सशक्त बनाने का उद्देश्य देश भर में जमीनी स्तर पर सीएससी के माध्यम से विभिन्न जी2सी सेवाओं को बढ़ावा देने और वितरित करने में ग्राम स्तर के उद्यमियों (वीएलई) द्वारा किए गए कार्यों को प्रदर्शित करना है। इस कार्यक्रम में देश भर से लगभग 2,500 वीएलई ने भाग लिया। इलेक्ट्रॉनिक और सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री अजय साहनीने कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने देश में सेवाएं प्रदान करने में उद्यमी वीएलई के प्रयासों की सराहना की।

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इलेक्ट्रॉनिक और सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री अजय साहनीने कहा, “आज विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस है। हम इसे सीएससी के साथ मना रहे हैं। हमारे वीएलई ने पीएमजीदिशा के तहत 4 करोड़ लोगों के लिए डिजिटल साक्षरता को सक्षम बनाया है। सीएससी आंदोलन पूर्ण क्षमता के साथ शक्ति की ओर आगे कदम बढ़ा रहा है। जन धन के तहत, हमने लगभग 30 करोड़ बैंक खाते खोले हैं। वीएलई के समर्थन के बिना, ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेशन के लक्ष्यों को प्राप्त करना संभव नहीं था। 4 महीने की अवधि के भीतर, हमारे वीएलई ने 8 करोड़ ईश्रम पंजीकरण किए हैं जो वास्तव में सराहनीय है। सीएससी विशेष रूप से ग्रामीण भारत में सेवा वितरण के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं।

भारत में 4.15 लाख केंद्रों के नेटवर्क ने एईपीएस, डिजिटल साक्षरता, टेली-मेडिसिन, बीमा, टेली-लॉ, कौशल विकास में उत्कृष्ट कार्य किया है। मुझे विश्वास है कि हम ग्रामीण भारत के हर गांव में सीएससी को ले जाने में सक्षम होंगे। सीएससी सामाजिक उद्यमिता का जीवंत उदाहरण है। मुझे विश्वास है कि सीएससी ग्रामीण भारत में नागरिकों की सभी आवश्यकताओं के लिए सिंगल स्टॉप समाधान होगा।

इलेक्ट्रॉनिक और सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय अपर सचिव डॉ. राजेंद्र कुमारने कहा, “मुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है कि वीएलई सक्रिय रूप से ग्रामीण भारत को सशक्त बना रहे हैं। देश तेजी से बदल रहा है और डिजिटल समावेश और सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है। वीएलई स्टार्ट-अप इंडिया का एक अभिन्न अंग होना चाहिए और एमईआईटीवाई देश भर में सीएससी द्वारा किए गए नवाचारों का समर्थन करेगा। सीएससी आंदोलन के माध्यम से, हम एक नए भारत को डिजिटल रूप से सशक्त, वित्तीय रूप से सक्षम बनाते हुए राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहते हैं। डिजिटल इंडिया सभी जाति, पंथ और धर्मों के लिए है, इस प्रकार यह सामाजिक समावेश को बढ़ावा देता है।

कार्यशाला में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सीएससी एसपीवी के प्रबंध निदेशक डॉ. दिनेश त्यागी ने कहा, “वीएलई राष्ट्र के परिवर्तन का निर्माता हैं। कोविड के दौरान वीएलई ने उल्लेखनीय कार्य किया है। हमने समावेशन का एक अनूठा मॉडल विकसित किया है। हमने बहुत कम समय में सीएससी के माध्यम से अब तक 20 करोड़ आधार, 9 करोड़  आयुष्मान कार्ड, 8 करोड़ ईश्रम तैयार किए हैं। सीएससी ग्रामीण स्टोर ने विभिन्न उत्पादों के लिए 450 करोड़ और 35 लाख लेनदेन का कारोबार किया है। यदि हम सभी नागरिकों को उनके दरवाजे पर बैंकिंग, बीमा और पेंशन प्रदान करते हैं, तो यह समावेशी विकास और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव में योगदान देगा।

17 वीएलई को विभिन्न सेवाओं में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

इस कार्यशाला में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव के अलावा, इस कार्यक्रम में एनईजीडी के अध्यक्ष श्री अभिषेक सिंह, मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री जयदीप मिश्रा, रेलटेल के सीएमडी श्री पुनीत चावला, इंडिया चैनल्स, डेल टेक्नोलॉजीज के उपाध्यक्ष श्री अनिल सेठी, डेल टेक्नोलॉजीज के वरिष्ठ निदेशक श्री कमल अरोड़ा, वोडाफोन इंडिया के मुख्य कॉर्पोरेट अधिकारी श्री पी बालाजी, इंफोसिस स्प्रिंग बोर्ड के श्री विक्टर सुंदरराजन, इफको के विपणन निदेशक श्री योगेंद्र कुमार सहित अन्य गणमान्यों ने भाग लिया।

इस अवसर पर निम्नलिखित सेवाओं का शुभारंभ किया गया।

1. रेलटेल के साथ समझौता: डिजिटल अंतर को दूर करने के लिए ग्रामीण/अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड की पहुंच बढ़ाने के लिए एक-दूसरे की क्षमता का लाभ उठाने हेतु रेलटेल और सीएससी के बीच साझेदारी हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। जहाँ एक ओर रेलटेल सबसे बड़ी तटस्थ दूरसंचार सेवा और आईसीटी समाधान प्रदाता है, जिसकी अखिल भारतीय स्तर पर पहुँच है, तो वहीं सीएससी ग्रामीण आबादी को डिजिटल समावेशन के लिए ई-गवर्नेंस सेवाओं की मेजबानी के साथ सक्षम कर रहा है। रेलटेल द्वारा ग्रामीण/अर्ध शहरी रेलवे स्टेशनों पर स्थापित डिजिटल कियोस्क नागरिकों को ई-सक्षम करने और रेलवायर सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सीएससी के वीएलई द्वारा संचालित किए जाएंगे।

साझेदारी पर अपने विचार रखते हुएरेलटेल के मुख्य प्रबंध निदेशकश्री पुनीत चावलाने कहा, 'डिजिटल सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्टेशनों पर अपने बुनियादी ढांचे का उपयोग करने के लिए सीएससी के साथ हाथ मिलाकर हमें प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। हम साथ मिलकर डिजिटल समावेशन के लिए भारत सरकार की पहल में मदद कर सकते हैं जो डिजिटल अंतर को समाप्त करने और डिजिटल इंडिया के माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को पूरा करते हुए इस दिशा में एक लंबा मार्ग तय करेगा।'

2. मोबाइल वैन के माध्यम से डिजिटल और वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण

वोडाफोन इंडिया फाउंडेशन एंड लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन, सीएससी अकादमी को 8 मोबाइल वैन उपलब्ध करा रहा है, जिन्हें 8 जिलों में तैनात किया जाएगा। डिजिटल और वित्तीय साक्षरता के तहत जुड़ाव और पहुँच योजना के माध्यम से ग्रामीण और अर्ध-शहरी नागरिकों, हितधारकों और आम जनता के बीच योजना के बारे में जागरूकता पैदा करना है। इन वैनों के माध्यम से ग्रामीण और अर्ध-शहरी परिवारों के कुल 40 लाख लोगों को कवर किया जाएगा।

डेल टेक्नोलॉजीज, सीएससी अकादमी को 6 मोबाइल वैन उपलब्ध करा रही है जिसे 6 जिलों में तैनात किया जाएगा। परियोजना का उद्देश्य मोबाइल वैन के माध्यम से कौशल पाठ्यक्रम, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता और अन्य नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करना है।

मोबाइल वैन/बसों का माध्यम जागरूकता का सबसे मजबूत माध्यम है क्योंकि यह देश के कोने-कोने में प्रवेश कर सकती हैं। मोबाइल वैन निम्नलिखित विषयोंमें सूचना का प्रसार और प्रशिक्षण प्रदान करेगी:

3. डिजिटल साक्षरता

4. वित्तीय साक्षरता

5. सीएससी सेवाएं

6. कौशल पाठ्यक्रम

7. कोविड-19 उचित व्यवहार

3. सीएससी पे का शुभारंभ: सीएससीपे सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड द्वारा विकसित यूपीआई आधारित एप्लिकेशन है। यह एप्लिकेशन पूरे देश में सभी को नकदी रहित लेनदेन के लिए एक सुरक्षितऔर सुविधाजनक समाधान प्रदान करती है। यूपीआईप्रारूप के भीतर सीएससीपे व्यापारियों के रूप में लगभग 4 लाख वीएलई को शामिल करेगा। एप्लिकेशन की विशेषताएं:

उपयोगकर्ता कर सकते हैं

ए) भुगतान भेज सकते हैं

बी) भुगतान का अनुरोध और प्राप्त कर सकते हैं

सी) स्कैन और भुगतान कर सकते हैं

ऑन-बोर्ड डिजिटल मर्चेंट जो इन-स्टोर और ऑनलाइन भुगतान दोनों प्राप्त कर सकते हैं।

4. सीएससी एसपीवी और इफको ने ग्रामीण भारत में पर्यावरण परिवर्तन लाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए: सीएससी एसपीवी और इफको ने नैनो यूरिया और विशेष उर्वरकों के माध्यम से ग्रामीण भारत में पर्यावरणीय आर्थिक परिवर्तन लाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

5. व्हाट्सएप पर टेलीपरामर्श समाधान: सीएससी एसपीवी ने भारत के ग्रामीण और दूरदराज के हिस्सों सहित लोगों के लिए डिजिटल रूप से समावेशी टेलीपरामर्श समाधान प्रदान करने के लिए व्हाट्सएप पर 'सीएससी हेल्थ सर्विसेज हेल्पडेस्क' नामक एक समर्पित हेल्पलाइन शुरू की है। व्हाट्सएप पर हेल्पडेस्क लोगों के लिए प्रशासन से समर्थन लेना, डॉक्टरों से परामर्श करना, कोविड से संबंधित संसाधनों की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच बनाना और उनके प्रश्नों का समाधान करने को आसान बनाती है।

व्हाट्सएप पर सीएससी स्वास्थ्य सेवा हेल्पडेस्क का उपयोग निःशुल्क है और यह हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होगा। हेल्पडेस्क का उपयोग करने के लिए, व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं को केवल +917290055552 नंबर पर 'Hi' भेजना है और डॉक्टर से जुड़ने के लिए विकल्पों का चयन करना है।

व्हाट्सएप इंडियाके पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर श्री शिवनाथ ठुकरालने कहा, "पिछले एक वर्ष में, हमने यह सुनिश्चित करने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं कि नागरिकों के लिए प्रशासन को अधिक आकर्षक और आसान, सरल और कुशल बनाने के लिए व्हाट्सएप पर नागरिक केंद्रित सेवाएं दी जा सकें। इस क्षेत्र में हमने जो काम किया है, उस पर हमें गर्व है, विशेष रूप से स्वास्थ्य और कोविड संसाधनों तक पहुंच पर। व्हाट्सएप पर सीएससी की स्वास्थ्य सेवा हेल्पलाइन भारत में अपनी तरह की पहली टेली-परामर्श चैटबॉट होगी। हम आशान्वित हैं कि यह चैटबॉट भारत में लोगों के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं का एक आसान, सुविधाजनक और विश्वसनीय स्रोत साबित होगा। सीएससी के साथ हमारी साझेदारी के माध्यम से हम स्वास्थ्य सेवा और अन्य सेवाओं को अधिक डिजिटल और सामाजिक रूप से समावेशी बनाने के नए तरीके खोजना जारी रखेंगे।

 

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