वित्त मंत्रालय
आयकर विभाग ने पश्चिम बंगाल में तलाशी कार्रवाई की
Posted On:
18 NOV 2021 10:13PM by PIB Delhi
आयकर विभाग ने 16 नवंबर, 2021 को कोलकाता स्थित सीमेंट और रियल इस्टेट के एक बड़े समूह के यहां तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की। उल्लेखनीय है कि कोलकाता, दिल्ली सहित असम और मेघालय राज्यों में समूह के 24 परिसरों को खंगाला गया।
दस्तावेजों और डिजिटल आंकड़ों के रूप में बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री मिली, जिनसे पता चला कि उक्त समूह ने बिना किसी हिसाब-किताब के भारी रकम जमा कर रखी थी। इस नकदी को जब्त कर लिया गया। इन सबूतों से पता चलता है इस रकम पर कर की चोरी की गई और इसके लिये विभिन्न तिकड़में लगाई गईं, जैसे उत्पादन कम दिखाना, बिक्री के बिल को कम दिखाना और उनका हिसाब न रखना, खरीद की रकम को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना और इसके लिये बोगस पार्टियों का हवाला देना तथा नकदी के रूप में खर्च का हिसाब-किताब न रखना। फ्लैटों की नकदी बिक्री की रसीद भी पकड़ी गई, जो इसी समूह की थी। सारे सबूतों की आगे जांच में पता चला कि समूह की कई कागजी कंपनियां चलाई जा रही हैं, ताकि उसके मुख्य व्यापार की कमाई को सही दिखाया जा सके।
तलाशी के दौरान बिना हिसाब-किताब के कर्ज देने की बात सामने आई और ऐसे लेन-देन के आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किये गये। इसिके अलावा बोगस कमीशन के भुगतान, शेयर पूंजी और शेयर प्रीमियम का भी कोई हिसाब-किताब नहीं था। ये सब शेल कंपनियों के जरिये किया गया था। इन सब दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया।
समूह की फर्मों के बारे में भी पता चला, जिन्हें कुछ व्यक्तियों/कर्मचारियों के नाम से चलाया जा रहा था, जबकि ये सभी साधारण लोग हैं। इन कर्मचारियों का वेतन बहुत मामूली है, लेकिन इन फर्मों को इनके नाम पर करोड़ों रुपयों का भुगतान किया गया है। ये सभी फर्में समूह की फैक्ट्री के परिसर से ही चलाई जाती हैं।
तलाशी अभियान के दौरान 1.30 करोड़ रुपये की बिना हिसाब की नकदी को जब्त किया गया तथा छह बैंक लॉकरों को सील कर दिया गया। अब तक की तलाशी कार्रवाई में लगभग 200 करोड़ रुपये के कुल आय का पता चला है, जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं है।
इस संबंध में जांच अभी जारी है।
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एमजी/एएम/एकेपी
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