संस्कृति मंत्रालय
आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर 'कथा क्रांतिवीरों की' प्रदर्शनी का उद्घाटन आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में रवीन्द्र भवन, नई दिल्ली में आयोजित हुआ।
स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों जैसे अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम जैसे नेताओं को उनका हक नहीं मिला है, हम सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें उचित रूप से सम्मान मिले: श्री जी किशन रेड्डी
Posted On:
15 AUG 2021 7:02PM by PIB Delhi
मुख्य बिंदु
• श्री जी. किशन रेड्डी ने संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और श्रीमती मीनाक्षी लेखी की उपस्थिति में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (डीओएनईआर) श्री जी किशन रेड्डी ने आज नई दिल्ली में ललित कला गैलरी, रवींद्र भवन में “क्रांतिवीरों की एक कथा” प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें अल्लूरी सीतारामराजू पर एक समर्पित पेंटिंग प्रदर्शनी और शहीद दिवस, चंपारण सत्याग्रह और जलियावाला बाग के चित्रों का प्रदर्शन किया गया था। कार्यक्रम में संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और श्रीमती मीनाक्षी लेखी भी शामिल हुए।
आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर मनाए जा रहे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत रवींद्र भवन में प्रदर्शनी “कथा क्रांतिवीरों की” लगाई गई है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री तरुण विजयानंद प्रोटेम ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ उत्तम पचरने भी मौजूद थे। कार्यक्रम में बोलते हुए, श्री जी किशन रेड्डी ने कहा, "एक तस्वीर 1000 शब्दों के बराबर होती है। विभिन्न कलाकारों द्वारा बनाई गई ये पेंटिंग आंदोलन के सार को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं। कलाकारों को इन आंदोलनों के इतिहास को किताबों के रूप में चित्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, क्योंकि केवल लिखित शब्द उनकी वीरता और साहस के साथ न्याय नहीं कर सकते।
मंत्री ने यह भी कहा, "प्रधानमंत्री ने अक्सर ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ हमारे संघर्ष में और हमारी सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक विरासत की रक्षा में गुमनाम और कम प्रशंसित नायकों तथा अनजान घटनाओं का जश्न मनाने के बारे में बात की है। अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम जैसे नेताओं को उनके योगदान के अनुसार इतिहास में मान्यता नहीं मिली है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें उनकी जगह दी जाए। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि शहीद दिवस, चंपारण सत्याग्रह और जलियांवाला बाग की घटना को उचित रूप से मनाया जाए।
इस अवसर पर बोलते हुए संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने उधम सिंह, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि जैसे महान शहीदों के जीवन और उनके बलिदानों पर कलाकृतियों की "गाथा क्रांतिवीरों की" प्रदर्शनी की व्यवस्था करने के लिए एलकेए की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश के प्रति समर्पण और उनके बीच बलिदान के मूल्यों को विकसित करने के लिए युवा पीढ़ी के सामने उनके सर्वोच्च बलिदान को सामने लाना बेहद महत्वपूर्ण है।
संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने भारत की आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने के शुभ अवसर पर दर्शकों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के महान शहीदों के जीवन पर प्रदर्शनी देखना बहुत अच्छा है। उनकी कहानियां भारत माता की खातिर वीरता और बलिदान से भरी पड़ी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एलकेए जैसे राष्ट्रीय महत्व के सभी संस्थान प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के "संकल्प से सिद्धि" सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। ।'
प्रदर्शनी "कथा क्रांतिवीरों की" में अल्लूरी सीताराम राजू, शहीद दिवस, चंपारण सत्याग्रह और जलियांवाला बाग शिविर के दौरान बनाई गई कलाकृति जैसे गुमनाम नायकों को पहचानने वाली 100 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शित हैं। प्रदर्शनी 30 अगस्त, 2021 तक सुबह 11.00 बजे से शाम 7.00 बजे तक जनता के लिए खुली रहेग। इसके अलावा सात दिवसीय कला शिविर भी शुरू किया गया है जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार भाग ले रहे हैं।
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