इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय

एसीटी अनुदान, स्वस्थ गठबंधन और फीडिंग इंडिया की मई के महीने में राष्ट्रीय स्तर पर 50,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स दान करने की योजना है।


विभिन्न हितधारकों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने के लिए माई गॉव,पहल का समर्थन कर रहा है

Posted On: 07 MAY 2021 8:09PM by PIB Delhi

कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच में, भारत के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को तेजी से बढ़ाने की जरूरत है। अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने के लिए, एसीटी अनुदान (भारत में वीसी और स्टार्ट-अप समुदाय द्वारा बिना किसी लाभ के लिए चलाया जा रहा अभियान), स्वस्थ गठबंधन (150 से अधिक स्वास्थ्य संगठनों का एक बिना किसी लाभ के लिए बनाया गया गठबंधन) और फीडिंग इंडिया (बिना किसी लाभ के लिए जोमैटो द्वारा संचालित संस्था) 50,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का प्रबंध और वितरण के लक्ष्य की दिशा में काम कर रहे हैं। ये ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स पूरे देश में मुफ्त में उपलब्ध कराए जाएंगे, मुख्य रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए काम कर रहे विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों और गैर-सरकारी संगठनों को इनकी आपूर्ति की जाएगी। डेल्हीवेरी (लॉजिस्टिक्स साझेदार), अमेजॉन (लॉजिस्टिक्स साझेदार), टेमासेक फाउंडेशन (सोर्सिंग एंड फंडिंग साझेदार), पेटीएम (सोर्सिंग साझेदार) और इकोसिस्टम के कई अन्य लोग इस प्रयास में सहयोग कर रहे हैं। माई गॉव विभिन्न हितधारकों के साथ, विशेष रूप से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स के सबसे उचित उपयोग के लिए जिला कलेक्टरों के साथ उचित समन्वय सुनिश्चित करके इस पहल का समर्थन कर रहा है।

ये ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स मई के महीने के भीतर दान कर दिए जाएंगे। 2500 से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स पहले ही वितरित किए जा चुके हैं। अगले 7 दिनों में 7500 और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स भेज दिए जायेंगे। शेष ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स को अगले 3 सप्ताह तक खेपों में भेज दिया जाएगा। 

 

वितरण प्रक्रिया की निगरानी और समान तथा पारदर्शी आवंटन सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी की विचारधारा के अंतर्गत एक संयुक्त समिति का गठन किया गया है। समिति के सदस्यों में शामिल हैं -–

    • संजीव बिखचंदानी - संस्थापक, इंफो एज और समिति के अध्यक्ष 
    • अभिषेक सिंह - मुख्य कार्यकारी अधिकारी, माई गॉव इंडिया, भारत सरकार  
    • डॉ.राजीव गर्ग - पूर्व डीजीएचएस, भारत सरकार और वर्तमान में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, भारत सरकार में उत्कृष्ट प्रोफेसर।
    • प्रो. वी. कामकोटि - आईआईटी मद्रास में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रोफेसर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य
    • डॉ. अरविंद कुमार, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में लंग केयर फाउंडेशन के पूर्व प्रोफेसर
    • अभिराज सिंह बहल - संस्थापक और सीईओ, अर्बन कंपनी और एसीटी के प्रतिनिधि
    • मोहित भटनागर - एमडी, सिकोइया इंडिया - एसीटी के प्रतिनिधि
    • दीपिन्दर गोयल - संस्थापक और सीईओ, जोमैटो और फीडिंग इंडिया के प्रतिनिधि

वर्तमान में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की आपूर्ति के लिए भारी मांग है, यह देखते हुए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कोविड-19 डेटा का लाभ उठाते हुए एक आवंटन पद्धति को विकसित किया गया है। इस पद्धति को भविष्य में बनने वाले हॉटस्पॉट्स के लिए आरोग्य सेतु इतिहास (आईटीआईएचएएस) इंटरफेस (आईआईटी मद्रास द्वारा विकसित) द्वारा किये गये विश्लेषण का उपयोग करके परिष्कृत किया गया है।

यह कार्यप्रणाली माई गॉव (एमवाईजीओवी.आईएन), स्वस्थ (एसडब्ल्यूएएसटीएच.एपीपी) और एसीटी वेबसाइटों पर प्रकाशित की गई है। जिला-स्तर पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का वितरण भी : https://self4society.mygov.in/ and https://www.swasth.app/oc-deployment पर उपलब्ध कराया जाएगा।

अग्रिम पंक्ति से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की मांग प्राप्त कर सभी के लिए स्वस्थ गठबंधन द्वारा जारी किए गए एक फॉर्म (https://www.swasth.app/covid19) के माध्यम से और जिला कलेक्टरों के लिए MyGov.in (https://self4society.mygov.in/collector) पर एकत्रित की जा रही है। विभिन्न जिला मजिस्ट्रेट, राज्य सरकारों और बिना लाभ के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को इस फॉर्म में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की उनकी आवश्यकताओं को भरने की आवश्यकता होती है।

समिति का ध्यान इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स को जल्दी से उपलब्ध कराने पर केंद्रित है ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोगों के जीवन को को बचाया जा सके।

एसीटी अनुदान के बारे में

एसीटी अनुदान, भारतीय स्टार्टअप संस्थापकों और वीसी फर्मों का एक गठबंधन, पहली बार मार्च 2020 में महामारी से लड़ने के लिए एक साथ आया था। इस विश्वास के साथ कि हम सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए उद्यमशीलता की ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं, एसीटी अनुदान ने पिछले साल बडे स्तर पर तुरंत प्रभाव डालने वाले समाधान उपलब्ध कराने वाली तकनीक-संचालित कंपनियों को अनुदान प्रदान करने के लिए 13 मिलियन डॉलर (100 करोड़ रुपये) का फंड एकत्र किया था। आज तक, एसीटी अनुदान ने 27 राज्यों में कोविड-19 से लड़ने वाले 55 नवीन स्टार्ट-अप्स को वित्त पोषित किया है, जिन्होंने 49 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।

कोविड की दूसरी लहर के प्रकाश में, एसीटी युद्ध स्तर पर ऑक्सीजन की आपूर्ति की तत्काल कमी को पूरा करने पर केंद्रित है। उनका लक्ष्य ऑक्सीजन समाधानों की तैनाती का समर्थन करना है, जिसमें भारत भर के अस्पतालों में कंसंट्रेटर्स और ऑक्सीजन संयंत्र उपलब्ध कराना शामिल हैं। इसके साथ ही चिकित्सा कर्मियों की वृद्धि, होमकेयर और भारत के टीकाकरण के प्रयासों में मदद कर रहे हैं।

अधिक जानकारी के लिए, www.actgrants.in पर जाएं।

स्वस्थ गठबंधन के बारे में

स्वस्थ, देश का 150 से अधिक स्वास्थ्य संगठनों का एक गठबंधन है, जिसमें अस्पताल, ग्रामीण स्वास्थ्य, गैर सरकारी संगठन, बीमाकर्ता, स्वास्थ्य तकनीक, चिकित्सा-तकनीक और अन्य शामिल हैं। गठबंधन की दृष्टि व्यापक, एकीकृत देखभाल मॉडल को सक्षम करने पर विशेष ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य सेवा समावेशन और परिणामों को संचालित करने के लिए डिजिटल स्वास्थ्य तकनीकों का लाभ उठाने में मदद करना है। इस नज़रिए से, पिछले 6 महीनों में, स्वस्थ गठबंधन ने स्वास्थ्य प्रणाली के लिए प्रमुख सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे का विकास किया और साथ ही भारत के कुछ सबसे दूर-दराज़ के जिलों में सार्वजनिक और गैर-लाभकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स उपलब्ध कराए गए हैं। ये कंसंट्रेटर्स, महामारी की वर्तमान लहर में जीवन रक्षक का काम कर रहे हैं।

कोविड महामारी की इस दूसरी लहर के दौरान, स्वस्थ ने बड़े पैमाने पर यह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कार्यक्रम बडे स्तर पर चला रहा है, सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ऑक्सीमीटर वितरित कर रहा है, चिकित्सा संसाधनों और संकट रेखा के लिए भीड़ पर आधारित, सत्यापित सर्च इंजन (https://liferesources.in/) शुरू किया है और स्व-प्रबंधन पर स्थानीय भाषा सामग्री वितरित करने के लिए एक व्हाट्सएप स्व -सहायता चैटबोट (https://cutt.ly/ChatwithSwasthSakhi ) शुरू किया है।

अधिक जानने के लिए : https://www.swasth.app/ पर जाएं।

फीडिंग इंडिया के बारे में:

फीडिंग इंडिया, ज़ोमैटो द्वारा एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य भारत में अयोग्य समुदायों के भीतर भूख की समस्या को कम करना है। भारत में इसकी 185 से अधिक शहरों में उपस्थिति है और अब तक, इसने खाद्य सुरक्षा का लाभ न पाने वाले 120 मिलियन से अधिक लोगों को भोजन प्रदान किया है। फीडिंग इंडिया जनवरी 2019 में ज़ोमैटो का हिस्सा बन गया, और भूख मिटाने और भोजन के भविष्य को आकार देने के लिए मिलकर काम कर रहा है। यह एक स्वतंत्र रूप से चलाया जा रहा है, गैर-वाणिज्यिक, स्वयंसेवक के नेतृत्व में, बिना किसी लाभ के लिए संगठन है।

अधिक जानकारी के लिए www.feedingindia.org पर जाएं।

माई गॉव के बारे में

माई गॉव भारत सरकार का नागरिक सहभागिता और क्राउडसोर्सिंग प्लेटफॉर्म है, जिसे 2014 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य शासन और नीति निर्धारण में सक्रिय नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देना था। अपने अभिनव पोर्टल, ऐप और सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर मौजूदगी के माध्यम से, माई गॉव नागरिकों से प्रामाणिक जानकारी और विचारों तथा सुझावों को प्रसारित करके सहभागी शासन को सक्षम बनाता है। इसका समर्पित कोविड-19 पोर्टल https://www.mygov.in/covid-19 सभी कोविड संबंधित जानकारी के लिए सही जानकारी का एकल स्रोत बन गया है। इसका सेल्फ फॉर सोसाइटी पोर्टल - https://self4society.mygov.in/ निगमों और नागरिकों को स्वयं सेवा करने और सामाजिक कारणों से दान करने में सक्षम बनाता है।

अधिक जानकारी के लिए, www.mygov.in पर जाएं।

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