अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय

गोवा के पणजी कला अकादमी में 28वें हुनर हाट का आयोजन


हुनर हाट ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की प्रतिबद्धता को सशक्त किया है और जरूरतमंद कारीगरों तथा दस्तकारों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई है : डॉ. प्रमोद सावंत, मुख्यमंत्री, गोवा

हुनर हाट ऑनलाइन पोर्टल http://hunarhaat.org और जीईएम पोर्टल पर उपलब्ध है, जहां से देश और दुनिया के लोग स्वदेशी कारीगरों और दस्तकारों द्वारा बनाए गए उत्पाद ऑनलाइन खरीद सकते हैं

Posted On: 27 MAR 2021 8:05PM by PIB Delhi

गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने आज केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी की गरिमामय उपस्थिति में पणजी के कैंपल स्थित कला केंद्र में स्वदेशी कारीगरों और दस्तकारों के लिए 28वें हुनर हाट का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री श्रीपद नायक, राज्यसभा सदस्य श्री विनय दीनू तेंदुलकर, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य श्री फ्रांसिस्को सारदीना, गोवा के उपमुख्यमंत्री श्री चंद्रकांत कावलेकर, केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय में सचिव श्री पीके दास, वरिष्ठ अपर सचिव श्री एस के देव वर्मन, मानस अध्यक्ष श्री पीके ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

 

 

इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा की हुनर हाट सरकार की स्वदेशी की प्रतिबद्धता को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। हुनर हाट’, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के विचार को भी मजबूती दे रहा है और जरूरतमंद कारीगरों व दस्तकारों को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि हुनर हाट न सिर्फ कारीगरों और दस्तकारों को प्रोत्साहित कर रहा है बल्कि यह गोवा के पर्यटन क्षेत्र के लिए मददगार हो रहा है। देश के विभिन्न भागों में हुनर हाट का आयोजन जान भी जहान भी की प्रतिबद्धता के क्रम में आयोजित किया जा रहा है। कोरोना महामारी के समय यह आवश्यक समझा गया की अफरा-तफरी की नहीं एहतियात की आवश्यकता है।

डॉक्टर सावंत ने कहा कि हुनर हाट भारत की सांस्कृतिक एकता को भी मजबूती दे रहा है। हुनर हाट भारत के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विविधता को समझने का मंच उपलब्ध कराता है।

उन्होंने गोवा के नागरिकों और गोवा आने वाले पर्यटकों से हुनर हाट में सम्मिलित होने का आह्वान किया ताकि कारीगरों और दस्तकारों को प्रोत्साहन मिले।

इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री श्रीपद नायक ने कहा कि हुनर हाट सरकार की आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल मुहिम को मजबूती दे रहा है। उन्होंने कहा कि हुनर हाट की इस व्यवस्था ने देश के कारीगरों और दस्तकारों को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं और यह युवा प्रतिभाशाली कारीगरों तथा दस्तकारों के लिए एक प्रभावशाली मंच बनकर उभरा है।

 

 

 

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य श्री फ्रांसिस्को सारदीना ने कहा कि हुनर हाट भारत की विविधता में एकता को सशक्त कर रहा है। देश की कला और संस्कृति की झलक हुनर हाट जैसे एकीकृत मंच पर उपलब्ध है। राज्यसभा सदस्य श्री विनय दीनू तेंदुलकर ने हुनर हाट का आयोजन करने और कारीगरों तथा काश्तकारों को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी के प्रयासों की प्रशंसा की।

गोवा के उपमुख्यमंत्री श्री चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि हुनर हाट के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों की कारीगरी और कलात्मकता का प्रदर्शन देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि हुनर हाट गोवा के कारीगरों और दस्तकारों के भी लाभ का माध्यम बनेगा।

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय 26 मार्च से 4 अप्रैल के बीच 28वें हुनर हाट का आयोजन गोवा के पणजी में कर रहा है जिसकी थीम है “वोकल फॉर लोकल” और इस आयोजन में 30 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के 500 से अधिक कारीगर, दस्तकार भाग ले रहे हैं।

आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुदुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के कारीगर तथा कलाकार स्वनिर्मित स्वदेशी उत्पादों को “हुनर हाट” में बिक्री और प्रदर्शन के लिए लेकर आए हैं।

राज्यों से आए कलाकारों ने हुनर हाट में विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित किया है जिसमें कलमकारी, बिदरी के बर्तन, उदयगिरि की लकड़ी की बनी कटलरी, बाँस और जुट से बने उत्पाद, मधुबनी पेंटिंग, मूंगा सिल्क, तुसार सिल्क, चमड़े से बने उत्पाद, संगमरमर के उत्पाद, चंदन की लकड़ी से बने उत्पाद, कपड़ों पर खूबसूरत कढ़ाई, चंदेरी साड़ी, काली मिट्टी के बर्तन, कुंदन आभूषण, कांच के उत्पाद, लकड़ी और मिट्टी से बने खिलौने, ब्रास से बने उत्पाद और हैंडलूम इत्यादि शामिल हैं।

हुनर हाट में आने वाले लोगों को भारत के विभिन्न राज्यों के जायके का भी लुफ्त उठाने का मौका है।यहां बावर्ची खाना में मुगलई से लेकर दक्षिण भारतीय, गोवा, मलयाली, पंजाबी, बंगाली व्यंजन उपलब्ध हैं।

हुनर हाट में आने वाले लोगों को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ़ उठाने का भी अवसर होगा। लोकप्रिय कलाकारों के कार्यक्रम इस प्रकार होंगे: श्री रूप सिंह राठौर (27 मार्च); श्री सुदेश भोंसले (28 मार्च); श्री अल्ताफ राजा और सुश्री रानी इंद्राणी (29 मार्च); निज़ामी बंधु (30 मार्च); गुरदास मान जूनियर (31 मार्च); श्री प्रेम भाटिया (1 अप्रैल); श्री विनोद राठौर और हास्य कलाकार श्री सुदेश लेहरी (2 अप्रैल); गुरु रंधावा (3 अप्रैल); सुश्री शिबानी कश्यप (4 अप्रैल)।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट का आयोजन देश के विभिन्न भागों में किया जा रहा है। इसे जबरदस्त प्रोत्साहन मिल रहा है क्योंकि उसमें 5,50,000 से ज़्यादा कारीगर और दस्तकार तथा अन्य लोग जुड़े जिन्हें हुनर हाट के माध्यम से रोजगार या रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं।

श्री नक़वी ने कहा कि हुनर हाट ऑनलाइन पोर्टल http://hunarhaat.org और जीईएम पोर्टल पर उपलब्ध है, जहां से देश और दुनिया के लोग स्वदेशी कारीगरों और दस्तकारों द्वारा बनाए गए उत्पाद ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

अगले हुनर हाट का आयोजन देहरादून और सूरत में किया जाएगा। इन दोनों स्थानों के अलावा कोटा, हैदराबाद, मुंबई, जयपुर, पटना, प्रयागराज, रांची, गुवाहाटी, भुवनेश्वर और जम्मू कश्मीर इत्यादि में भी इस वर्ष हुनर हाट के आयोजन की तैयारी है।

 

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