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'द डोमेन' फिल्म कार्नेशन क्रांति के पहले और बाद के पुर्तगाली समाज की तस्वीर प्रस्तुत करती है: अभिनेता जोओ पेड्रो मैमडे
फिल्म "द डोमेन / ए हर्डेड को पूरा बनाने में लगभग 10 वर्ष लग गए। यह फिल्म एक परिवार पर फिल्माये गए अंतरंग दृश्यों के माध्यम से उस कार्नेशन क्रांति से पहले और बाद के समय के पुर्तगाली समाज की तस्वीर प्रस्तुत करती है, जिसने उस दौर में तानाशाही का अंत कर दिया था। अभिनेता जोओ पेड्रो मैमडे ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आज यह बात कही। उन्होंने बताया कि, यह फिल्म उनके और निर्माताओं के लिए बहुत ही खास है। दरअसल यह फिल्म दक्षिण पुर्तगाल में मौजूद कुछ परिवारों की वास्तविकता को दर्शाती है। इस फिल्म को बनाने का विचार निर्माता पाउलो ब्रांको की बहुत तीव्र इच्छा से पनपा था, जो कि साधारण चरित्रों पर असाधारण फिल्म बनाना चाहते थे।"
अभिनेता जोओ पेड्रो मैमडे गोवा के पणजी में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 51वें संस्करण में आज 22 जनवरी 2021 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। फिल्म 'द डोमेन' को आधिकारिक तौर पर वेनिस फिल्म फेस्टिवल, टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म समारोह के लिए चुना गया था और ऑस्कर पुरस्कार के लिए यह पुर्तगाल की आधिकारिक प्रविष्टि रही है। आईएफएफआई -51 के अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में कल इस फिल्म का इंडियन प्रीमियर था।
टियागो गुएड्स द्वारा निर्देशित फिल्म 'द डोमेन' एक ऐसे परिवार की कहानी है, जिसके पास पुर्तगाल में टॉगस नदी के दक्षिणी तट पर यूरोप में सबसे बड़ी सम्पदा में से एक का मालिकाना हक़ है। यह वर्ष 1940 के बाद के वक़्त से पुर्तगाल के ऐतिहासिक, राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन को चित्रित करती है, जो कि कार्नेशन क्रांति से लेकर वर्तमान तक का समय है। प्रसिद्ध पुर्तगाली अभिनेता अल्बानो जेरोनिमो ने फिल्म में जोआओ फर्नांडीस की प्रमुख भूमिका निभाई है।
अभिनेता मैमडे ने बताया कि, “इस फिल्म की शुरुआत वर्ष 1945 से होती है, जबकि क्रांति का आरम्भ 1970 में होता है और फिल्म 1990 के दौर तक चलती है। फिल्म की वास्तविक लोकेशन एक रियल एस्टेट में है।”
गोवा और पुर्तगाल के बीच संबंधों में पुर्तगाल के औपनिवेशिक शासन के बारे में पूछे जाने पर, श्री मैमडे ने कहा: "पुर्तगाल के प्रधानमंत्री का गोवा से बहुत पुराना रिश्ता है। मैं औपनिवेशिक इतिहास के बारे में बहुत ज्यादा नहीं जानता। लेकिन मैं इतना ज़रूर समझता हूं कि, गोवा की वास्तुकला पर महान पुर्तगाली का प्रभाव दिखता है।” उन्होंने कहा कि, वह स्वयं इतिहास के बारे में अधिक जानना चाहते हैं। "दोनों देशों के औपनिवेशिक इतिहास के संदर्भ में जानने के लिए एक विशाल अतीत है"।
कार्नेशन क्रांति लिस्बन में 1974 का सैन्य तख्तापलट है, जिसके कारण एस्टाडो नोवो शासन का पतन हुआ और आखिरकार इसने पुर्तगाल में होने वाली लोकतांत्रिक घटनाओं की एक श्रृंखला को जन्म दिया।
एमजी/एएम/एन
(Release ID: 1691515)
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