सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय

वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के लिए सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान

Posted On: 27 NOV 2020 5:30PM by PIB Delhi

1. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के लिए स्थिर (2011-12) एवं वर्तमान दोनों मूल्‍यों में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान जारी किए हैं। साथ ही जीडीपी के व्यय घटकों के तिमाही अनुमान भी जारी किए गए हैं।

2. वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में स्थिर (2011-12) मूल्‍य पर जीडीपी का अनुमान 33.14 लाख करोड़ रुपये है, जबकि वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 35.8 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस प्रकार वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 7.5 प्रतिशत का संकुचन दिख रहा है जबकि वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में स्थिर (2011-12) मूल्‍य पर बुनियादी मूल्‍य में तिमाही जीवीए 30.49 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जबकि वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 32.78 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस प्रकार इसमें  7.0 प्रतिशत का संकुचन दिखता है।

3. वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में वर्तमान मूल्‍य पर जीडीपी का अनुमान 47.22 लाख करोड़ रुपये है जबकि वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 49.21 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस प्रकार वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 4.0 प्रतिशत का संकुचन दिख रहा है जबकि वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में वर्तमान मूल्‍य पर बुनियादी मूल्‍य में जीवीए 42.80 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जबकि वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 44.66 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस प्रकार इसमें 4.2 प्रतिशत का संकुचन दिखता है।

4. वर्ष 2020-21 के एच 1 में स्थिर (2011-12) मूल्‍य पर जीडीपी का अनुमान 60.04 लाख करोड़ रुपये है, जबकि वर्ष 2019-20 के एच 1 में यह आंकड़ा 71.20 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस प्रकार वर्ष 2020-21 के एच 1 में जीडीपी में  15.7 प्रतिशत का संकुचन दिख रहा है जबकि वर्ष 2019-20 एच 1 में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। एच 1 2020-21 के लिए वर्तमान मूल्य पर जीडीपी का अनुमान  85.30 लाख करोड़ है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह आंकड़ा 98.39 लाख करोड़ था, इस अवधि के दौरान इसमें 13.3 प्रतिशत का संकुचन दिखा जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान इमें 7.0 फीसदी की वृद्धि देखी गई थी।

5. वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही से वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी के व्‍यय घटकों की दरों और प्रतिशत में बदलाव के साथ-साथ स्थिर (2011-12) एवं वर्तमान मूल्‍यों पर जीडीपी में व्‍यय और आर्थिक गतिविधि के लिहाज से बुनियादी मूल्य पर जीवीए के साथ-साथ जीडीपी के अनुमान विवरण 1 से 8 में दिए गए हैं।

6. दूसरी तिमाही के अनुमान वर्ष 2019-20 के खरीफ सीजन के दौरान अग्रिम अनुमानों पर आधारित है। ये आंकड़े कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग से प्राप्त किए गए हैं। उत्‍पादन के अनुमान, मुख्य रूप से पशुधन क्षेत्र के लिए दूध, अंडा, मांस और ऊन के उत्पादन लक्ष्य के रूप में, पशुपालन एवं डेयरी से और मछली उत्पादन के आंकड़े मत्स्य पालन विभाग से प्राप्‍त किए गए।

7. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी), जुलाई-सितंबर 2020-21 की अवधि के लिए नियंत्रक महालेखाकार (सीजीए) द्वारा तैयार केंद्र सरकार के मासिक व्‍यय खातों और भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) द्वारा तैयार राज्य सरकार के व्यय आंकड़ों का उपयोग किया गया है। अनुमानों के संकलन के दौरान अप्रैल से जून 2020-21 की अवधि में रेलवे, सड़क, वायु एवं जल परिवहन आदि, संचार, बैंकिंग एवं बीमा आदि प्रमुख क्षेत्रों के प्रदर्शन को ध्यान में रखा गया है। बीएसई/ एनएसई से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर अप्रैल से जून 2020-21 के दौरान कॉर्पोरेट क्षेत्र के प्रदर्शन को भी ध्यान में रखा गया है।

8. अनुमान में उपयोग किए गए मुख्य संकेतकों में प्रतिशत बदलाव को निम्‍नलिखित तालिका में दर्शाया गया है:

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9. कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंधों की वजह से पहली तिमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियां प्रभावित रही। हालांकि प्रतिबंधों को धीरे-धीरे हटा लिया गया जिसका प्रभाव आर्थिक गतिविधियों पर भी पड़ा है।  इन परिस्थितियों में, सामान्य डेटा स्रोतों को जीएसटी, पेशेवर संस्‍थाओं से बातचीत आदि विकल्पों द्वारा प्रतिस्थापित किया गया जो स्पष्ट रूप से सीमित थे।

10. इसलिए जारी कैलेंडर के अनुसार बाद में उपरोक्त कारणों से अनुमानों में संशोधन किए जाने की संभावना है।

11. जीडीपी का अगला तिमाही अनुमान अक्टूबर-दिसंबर 2020 (वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही) की अवधि के लिए 26.02.2021 को जारी होगा।

विवरण 1 : वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में बुनियादी मूल्य पर जीवीए के  तिमाही अनुमान (वर्ष 2011-12 के मूल्‍य पर)(करोड़ रुपये में)

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विवरण 2 : वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में जीडीपी पर व्‍यय के तिमाही अनुमान (वर्ष 2011-12 के मूल्‍य पर)

(करोड़ रुपये में)

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विवरण 3 : वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में बुनियादी मूल्य पर जीवीए के  तिमाही अनुमान (वर्तमान मूल्‍य पर)

(करोड़ रुपये में)

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image005XVII.png

विवरण 4 : वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई- सितंबर) में जीडीपी पर व्‍यय के तिमाही अनुमान (वर्तमान मूल्‍य पर)

(करोड़ रुपये में)

 

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विवरण 5 : वर्ष 2020-21 के एच 1 (अप्रैल-सितंबर) में बुनियादी मूल्य पर जीवीए का अनुमान (वर्तमान मूल्‍य पर)

 (करोड़ रुपये में)

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विवरण 6 : वर्ष 2020-21 के एच 1 (अप्रैल-सितंबर) में जीडीपी व्यय अनुमान  (2011-12 की कीमतों पर)

(करोड़ रुपये में)

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विवरण  7 : वर्ष 2020-21 के एच 1 (अप्रैल-सितंबर) में बुनियादी कीमतों पर जीवीए का अनुमान  (मौजूदा कीमतों पर)

(करोड़ रुपये में)

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image009U1SZ.png

विवरण 5 : वर्ष 2020-21 के एच 1 (अप्रैल-सितंबर) में जीडीपी पर व्यय अनुमान  (वर्तमान कीमतों पर)

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image010JQXM.png

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एमजी/ एएम/ केजे



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