पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मई 2020 के लिए मौसम की स्थिति और उसका सत्यापन और अगले चार सप्ताह (05 जून से 02 जुलाई 2020) के लिए परिदृश्‍य को जारी किया

Posted On: 16 JUN 2020 8:30PM by PIB Delhi

     भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मई 2020 के लिए मौसम की स्थिति एवं उसका सत्‍यापन और अगले चार सप्‍ताह (05 जून से 02 जुलाई 2020) के लिए परिदृश्‍य को जारी कर दिया है। उसके अनुसार:

 

मई 2020 की महत्‍वपूर्ण विशेषताएं

सुपर चक्रवाती तूफान 'अम्‍फान':

 

  • सुपर चक्रवाती तूफान (एसयूसीएस) 'अम्‍फान' की उत्पत्ति एक कम दबाव वाले क्षेत्र (एलपीए) से हुई जो दक्षिण-अंडमान सागर और इससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी (बीओबी) में 1 से 5 मई के दौरान भूमध्‍यरेखीय पूर्वी लहर गर्त के समीप पैदा हुआ था। हालांकि एलपीए 6 मई को शिथिल पड़ गया था लेकिन 6 मई - 12 मई के दौरान इसके अवशेष परिसंचरण दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर हो गया। इसके प्रभाव में 13 मई को सुबह (0830 बजे आईएसटी) दक्षिण पूर्व अंडमान और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में एक नया एलपीए बन गया।
  • वह अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों में 16 मई की सुबह (0530 बजे आईएसटी) दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के डिप्रेशन (डी) के रूप में केंद्रित हुआ और उसी दिन दोपहर (1430 बजे आईएसटी) तक वह भारी डिप्रेशन (डीडी) में बदल गया। उसके बाद वह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और 16 मई 2020 की शाम (1730 बजे आईएसटी)  तक  दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान 'अम्‍फान' के रूप में तेज हो गया। फिर वह करीब उत्तर की ओर बढ़ते हुए 17 मई की सुबह (0830 बजे आईएसटी) दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक भीषण चक्रवाती तूफान (एससीएस) के रूप में बदल गया। बाद के चौबीस घंटों के दौरान उसकी तीव्रता काफी अधिक हो गई और 17 मई की दोपहर (1430 बजे आईएसटी) तक यह एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीए) में बदल गया। उसके बाद 18 मई को (0230 बजे आईएसटी) के शुरुआती घंटों में वह एक बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान (ईएससीएस) के रूप में और 18 मई 2020 की दोपहर (1130 बजे आईएसटी) के आसपास एक सुपर चक्रवाती तूफान (एसयूसीए) के रूप में परिवर्तित हो गया। यह 19 मई की दोपहर (1130 बजे आईएसटी) के आसपास पश्चिम मध्‍य बंगाल की खाड़ी के ऊपर ईएससीएस के रूप में कमजोर पड़ने से पहले लगभग 24 घंटे (18 और 19 मई को 1130 बजे आईएसटी) के लिए पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एसयूसीएस की तीव्रता बनाए रखा। इसके बाद, यह थोड़ा कमजोर हो गया और 20 मई के 1530 बजे आईएसटी से 1730 बजे आईएसटी के दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार के साथ वीएससीएस के रूप में पश्चिम बंगाल- बांग्लादेश के तटों पर 21.65 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश और 88.3 डिग्री पूर्वी देशांतर के समीप सुंदरबन को पार कर गया। बाद में वह उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए 20 मई को मध्यरात्रि (2330 बजे आईएसटी) के आसपास बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के समीप एससीएस के रूप में कमजोर पड़ गया। फिर वह 21 मई को तड़के (0230 बजे आईएसटी) बांग्लादेश में डीडी के रूप में कमजोर हो गया और उसी दिन शाम (1730 बजे आईएसटी)  तक डिप्रेशन के रूप में उत्तर बांग्लादेश में मौजूद रहा। 16 मई से 21 मई के दौरान किया गया निरीक्षण संलग्‍नक 1 में प्रस्तुत किया गया है।
  • इस प्रणाली के कारण 20 मई को तटीय ओडिशा और गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई, गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल एवं इससे सटे बांग्लादेश, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 21 मई को भारी वर्षा हुई। जबकि 22 मई को असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम में अलग-अलग स्‍थानों पर भारी वर्षा हुई। 20 मई को कोलकाता (दम दम) में 1855 बजे आईएसटी पर 130 किमी प्रति घंटे और कोलकाता (अलीपुर) में 1752 बजे आईएसटी पर 112 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की सूचना मिली। एसीडब्ल्यूसी कोलकाता द्वारा किए गए चक्रवात के बाद भूस्‍खलन के सर्वेक्षण के अनुसार, पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों के निचले इलाकों में 15 फीट ऊंची ज्वारीय लहरें दिखीं।
  • 24, 48 और 72 घंटे के लिए भूस्‍खलन संभावित जगहों के लिए पूर्वानुमान त्रुटियां क्रमश: 5.5, 11, और 37.4 किमी के लिए थींजबकि वर्ष 2015-19 के दौरान लंबी अवधि की औसत त्रुटियां क्रमश: 44.7, 69.4 और 109.3 किमी की थीं। 24, 48 और 72 घंटे की अवधि के लिए भूस्‍खलन समय के पूर्वानुमान संबंधी त्रुटियां 0.5, 0, और 2.0 घंटे थी जबकि वर्ष 2015-19 के दौरान एलपीए क्रमश: 3.0, 5.4 और 8.6 घंटों की थीं। 24, 48 और 72 घंटे की अवधि के लिए ट्रैक पूर्वानुमान त्रुटियां क्रमशः 59.4, 59.9 और 61.0 किमी की थीं जबकि एलपीए त्रुटियां क्रमशः 80.6, 125.5 और 171.2 किमी थीं। ट्रैक पूर्वानुमान की त्रुटियां असाधारण रूप से पिछले पांच वर्षों की तुलना में सभी अवधियों के लिए औसत त्रुटियों से कम थीं। इसी प्रकार ट्रैक पूर्वानुमान कौशल 24 घंटे से अधिक की सभी अवधि के लिए पिछले पांच वर्षों के औसत कौशल से अधिक थी। इसके अलावा, सभी तीन प्रकार के मौसम जैसे भारी वर्षा, आंधी या हवा का झोंका और तूफान की भविष्यवाणी अच्छी तरह से की  गई। इस दौरान 3 सूचनात्मक संदेशों के साथ-साथ कुल 48 राष्ट्रीय बुलेटिन जारी किए गए।

 

दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2020 की प्रगति:

 

     मॉनसून की शुरुआत के सभी मानदंड 17 मई 2020 को निकोबार द्वीप समूह पर पूरे हो गए और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में मॉनसून की शुरुआत की घोषणा की है। मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) 17 मई 2020 को 5 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 85 डिग्री पूर्वी देशांतर,  8 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 90 डिग्री पूर्वी देशांतर, कार निकोबार, 11 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 95 डिग्री पूर्वी देशांतर से होकर गुजरी। उसके बाद एक सप्ताह से अधिक समय के बाद उसमें प्रगति हुई। तदनुसार 27 मई 2020 को दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ अन्‍य हिस्सों, अंडमान सागर और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश हिस्से में प्रगति देखी गई। उस दिन एनएलएम 5 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 82 डिग्री पूर्वी देशांतर, 7 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 86 डिग्री पूर्वी देशांतर, 10 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 90 डिग्री पूर्वी देशांतर, पोर्ट ब्लेयर और 15 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 97 डिग्री पूर्वी देशांतर से होकर गुजरी। आगे चलकर 28 मई 2020 को यह मालदीव- कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों, दक्षिण्‍ बंगाल की खाड़ी के कुछ अन्‍य हिस्सों, अंडमान सागर के शेष हिस्‍सों और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के शेष हिस्सों में चला गया। उस दिन एनएलएम 5 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 72 डिग्री पूर्वी देशांतर, 6 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 79 डिग्री पूर्वी देशांतर, 8 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 86 डिग्री पूर्वी देशांतर, 11 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 90 डिग्री पूर्वी देशांतर, 14 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 93 डिग्री पूर्वी देशांतर और 16 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 95 डिग्री पूर्वी देशांतर से होकर गुजरी। बाद में यह 29 मई 2020 को दक्षिण पश्चिम और दक्षिण पूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों और मालदीव कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्‍सों में फैल गया। उस दिन एनएलएम 7 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 50 डिग्री पूर्वी देशांतर, 7 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 60 डिग्री पूर्वी देशांतर, 7 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 70 डिग्री पूर्वी देशांतर, 6 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 75 डिग्री पूर्वी देशांतर, 6 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 79 डिग्री पूर्वी देशांतर, 8 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 86 डिग्री पूर्वी देशांतर, 11 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 90 डिग्री पूर्वी देशांतर, 14 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 93 डिग्री पूर्वी देशांतर और 16 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश/ 95 डिग्री पूर्वी देशांतर से होकर गुजरी। इसे संलग्‍नक 2 में दर्शाया गया है।

 

(विस्‍तृत जानकारी एवं ग्राफिक प्रस्‍तुति के लिए कृपया संलग्‍नक देखें।)

 

कृपया अद़यतन जानकारी के लिए www.imd.gov.in पर जाएं।

 

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