Posted On:
03 MAR 2020 8:49PM by PIB Delhi
ललित कला अकादमी के 61वें वार्षिक पुरस्कार राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद द्वारा 04 मार्च, 2020 को प्रात: 11 बजे नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में 15 कलाकारों को प्रदान किए जाएंगे। संस्कृति मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल और अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पाचारणे भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
ज्यूरी के सम्मानित पैनल द्वारा चयनित किए गए 15 पुरस्कार विजेता ये हैं - अनूप कुमार मन्झुखी गोपी (त्रिसूर, केरल), डेविड मलाकार (कोलकाता, पश्चिम बंगाल), देवेन्द्र कुमार खरे (वडोदरा, गुजरात), दिनेश पांड्या (मुम्बई, महाराष्ट्र), फारूख अहमद हलदर (24 परगना, कोलकाता, पश्चिम बंगाल), हरि राम कुम्भावत (जयपुर, राजस्थान), केशरी नंदन प्रसाद (जयपुर, राजस्थान), मोहन कुमार टी (बेंगलुरू, कर्नाटक), रतन कृष्ण साहा (मुम्बई, महाराष्ट्र), सागर वसंत काम्बले (मुम्बई, महाराष्ट्र), सतविंदर कौर (नई दिल्ली), सुनील थिरुवयुर (एर्नाकुलम, केरल), तेजस्वी नारायण सोनावाने (सोलापुर, महाराष्ट्र), यशपाल सिंह (दिल्ली) और यशवंत सिंह (दिल्ली)। अकादमी ने प्रथम स्तरीय ज्यूरी द्वारा चयनित की गई 283 कलाकृतियों में से पुरस्कार विजेता कलाकारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए देश भर के प्रख्यात कला प्रोफेशनलों, कलाकारों और आलोचकों की सात सदस्यीय चयन ज्यूरी को मनोनीत किया। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी न केवल देश भर की उत्कृष्ट कलाकृतियों और प्रतिभाओं को एकजुट करती है, बल्कि पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति एवं सौंदर्यबोध की बारीकियों को भी दर्शाती है और इस प्रकार ये अंतर्राष्ट्रीय कला बाजार में भारतीय कलाकृतियों को बढ़ावा देती है।
संस्कृति मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल 04 मार्च को सायं 5 बजे मंडी हाउस स्थित रविन्द्र भवन के अकादमी प्रांगण में 61वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी और राष्ट्रीय कला मेले का उद्घाटन करेंगे। दिल्ली के उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पाचारणे की गरिमामयी उपस्थिति में इस समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
इस प्रदर्शनी में ‘विशेष निमंत्रण’ श्रेणी के तहत जाने-माने कलाकारों अंजलि इला मेनन, परमजीत सिंह, अर्पिता सिंह, गोगी सरोजपाल, स्वर्गीय जॉन फर्नांडीस और वासुदेव कामत की कलाकृतियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं का चयन प्रख्यात कलाकारों की एक ज्यूरी द्वारा किया गया है। यह अकादमी समाज में कला एवं सौंदर्यबोध को प्रदर्शित करने और इसके साथ ही असाधारण प्रतिभाओं को पुरस्कृत करने के लिए हर वर्ष कला प्रदर्शनियों एवं पुरस्कार समारोहों का आयोजन करती है, ताकि ये प्रतिभाएं भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकें। यह प्रदर्शनी देश भर की प्रतिभाओं की कलाकृतियों को एक स्थान पर लाती है और उभरती कला प्रतिभाओं को पेंटिंग, मूर्तिकला, ग्राफिक्स, फोटोग्राफी, ड्राइंग, स्थापना कला और मल्टीमीडिया इत्यादि की दुनिया में नए रुझानों एवं माध्यमों को सीखने के लिए प्रोत्साहित करती है। 61वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी 2019-20 का आयोजन 22 मार्च, 2020 तक जारी रहेगा और कला मेले का समापन 09 मार्च, 2020 को होगा।
ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पाचारणे ने कहा, ‘राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का 61वां संस्करण रचनात्मक प्रतिभा की अभिव्यक्ति में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन वाले नए भारत में एक नई रचनात्मक लहर उत्पन्न करेगा और इसके साथ ही दर्शकों को देश में सर्वोत्तम कला की सराहना करने का अवसर प्रदान करेगा।’ डॉ. उत्तम पाचारणे ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, ‘61वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी देश भर के कला विशेषज्ञों की भागीदारी एवं योगदान के लिए किए गए विशेष प्रयासों से भी कहीं अधिक है।’ डॉ. उत्तम पाचारणे ने कहा, ‘यह इस सच्चाई को बयां करती है कि कला दरअसल कला प्रेमियों और कलाकारों के बीच महज एक संवाद से कहीं अधिक है; यह सृजन करने वालों और दर्शक के बीच एक जुड़ाव है। मैं सभी पुरस्कार विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई देता हूं।’
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एएम/आरआरएस/वीके-6091