सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय

शिक्षा पर एनएसएस का 75वां दौर (जुलाई 2017 - जून 2018): भारत में परिवारों के सामाजिक उपभोग के प्रमुख संकेतक

Posted On: 23 NOV 2019 5:10PM by PIB Delhi

1. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) के 75वें दौर के एक हिस्से के रूप में शिक्षा पर परिवार के सामाजिक उपभोग पर एक सर्वेक्षण किया है। इससे पहले 64वें दौर (जुलाई 2007 - जून 2008) और 71वें दौर (जनवरी - जून 2014) के दौरान एनएसओ द्वारा इसी विषय पर सर्वेक्षण किए गए थे।

 

2. शिक्षा पर परिवार के सामाजिक उपभोग पर एनएसएस के 75वें दौर के सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य शिक्षा व्‍यवस्‍था में 3 से 35 वर्ष की आयु के व्यक्तियों की भागीदारी, परिवार के सदस्यों की शिक्षा पर खर्च और फिलहाल शिक्षा में भाग न लेने वालों के विभिन्न संकेतकों (अर्थात उन व्यक्तियों के लिए जो कभी नामांकित हुए या नहीं हुए, लेकिन वर्तमान में शिक्षा में भाग नहीं ले रहे हैं) पर संकेतक का निर्माण करना था। 5 वर्ष या इससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए कंप्‍यूटर चलाने, इंटरनेट का उपयोग करने की क्षमता और पिछले 30 दिनों के दौरान इंटरनेट के उपयोग संबंधी जानकारी भी एकत्र की गई थी। इनके अलावा वर्तमान में शिक्षा व्‍यवस्‍था में भाग ले रहे परिवारों के 3 से 35 वर्ष की आयु के सदस्यों के लिए उनकी वर्तमान उपस्थिति और संबंधित व्यय की जानकारी भी जुटाई गई।

 

3. वर्तमान सर्वेक्षण का दायरा पूरे देश में विस्‍तृत था और केंद्रीय नमूने के लिए 1,13,757 परिवारों (ग्रामीण क्षेत्रों में 64,519 और शहरी क्षेत्रों में 49,238) से 5,13,366 व्यक्तियों (ग्रामीण क्षेत्रों में 3,05,904 और शहरी क्षेत्रों में 2,07,462) से आंकड़े जुटाए गए और एक वैज्ञानिक सर्वेक्षण पद्धति के बाद गणना की गई। इस सर्वेक्षण में 3 से 35 वर्ष की आयु के व्यक्तियों की कुल संख्या 2,86,456 (ग्रामीण क्षेत्रों में 1,73,397 और शहरी क्षेत्रों में 1,13,059) थी। प्रतिभागी परिवारों की प्रतिक्रिया के आधार पर इस सर्वेक्षण के महत्वपूर्ण निष्कर्ष निम्नलिखित हैं:

 

3.1   साक्षरता दर और भारत में शिक्षा का स्तर

. 7 वर्ष और इससे अधिक आयु के व्यक्तियों में साक्षरता दर 77.7 प्रतिशत थी। यह ग्रामीण इलाकों में 73.5 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 87.7 प्रतिशत थी।

. ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष या इससे अधिक आयु के व्यक्तियों में 30.6 प्रतिशत लोगों ने माध्यमिक या उससे ऊपर की शिक्षा पूरी की जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 57.5 प्रतिशत था।

. भारत में 15 वर्ष और इससे अधिक आयु के लगभग 10.6 प्रतिशत लोगों ने स्नातक और उससे ऊपर की शिक्षा पूरी की थी। जबकि यह आंकड़ा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 5.7 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों के लिए 21.7 प्रतिशत था।

 

3.2  3 से 35 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के लिए नामांकन एवं उपस्थिति

. 3 से 35 वर्ष की आयु के लोगों में 13.6 प्रतिशत ने कभी नामांकन नहीं किया जबकि 42.5 प्रतिशत ने कभी दाखिला लिया था लेकिन अब उनकी पढ़ाई छूट चुकी है। वर्तमान में 43.9 प्रतिशत शिक्षा व्‍यवस्‍था में भाग ले रहे थे।

. ग्रामीण क्षेत्रों में 15.7 प्रतिशत लोगों ने कभी नामांकन नहीं कराया, 40.7 प्रतिशत ने कभी नामांकन कराया था लेकिन वर्तमान में भाग नहीं ले रहे हैं जबकि 43.5 प्रतिशत लोग वर्तमान में भाग ले रहे हैं।

. शहरी क्षेत्रों में 8.3 प्रतिशत ने कभी नामांकन नहीं कराया 46.9 प्रतिशत ने कभी नामांकन कराया था लेकिन वर्तमान में भाग नहीं ले रहे जबकि 44.8 प्रतिशत लोग वर्तमान में भाग ले रहे हैं।

. पुरुषों में 11.0 प्रतिशत ने कभी नामांकन नहीं कराया, 42.7 प्रतिशत ने कभी नामांकन कराया था लेकिन वर्तमान में भाग नहीं ले रहे जबकि 46.2 प्रतिशत वर्तमान में भाग ले रहे हैं।

. महिलाओं में 16.6 प्रतिशत ने कभी नामांकन नहीं कराया, 42.2 प्रतिशत ने कभी नामांकन कराया था लेकिन वर्तमान में भाग नहीं ले रही हैं जबकि 41.2 प्रतिशत वर्तमान में भाग ले रही हैं।

. प्राथमिक स्तर पर सकल उपस्थिति अनुपात (जीएआर) 101.2 प्रतिशत था। यह आंकड़ा उच्च प्राथमिक/ माध्‍यमिक स्तर पर 94.4 प्रतिशत और प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक/ माध्‍यमिक स्तर पर 98.7 प्रतिशत था।

. प्राथमिक स्तर पर शुद्ध उपस्थिति अनुपात (एनएआर) 86.1 प्रतिशत था। यह आंकड़ा उच्च प्राथमिक/ माध्‍यमिक स्तर पर 72.2 प्रतिशत और प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक/ माध्‍यमिक स्तर पर 89.0 प्रतिशत था।

. लगभग 96.1 प्रतिशत छात्र सामान्य पाठ्यक्रम में पढाई कर रहे थे और 3.9 प्रतिशत तकनीकी/ व्यावसायिक पाठ्यक्रम अपना रहे थे।

. छात्रों में लगभग 95.5 प्रतिशत सामान्य पाठ्यक्रम में पढाई कर रहे थे और 4.5 प्रतिशत ने तकनीकी/ व्यावसायिक पाठ्यक्रम में दाखिला लिया था।

. छात्राओं में लगभग 96.9 प्रतिशत सामान्य पाठ्यक्रम में पढ़ाई कर रही थीं जबकि 3.1 प्रतिशत ने तकनीकी/ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का दाखिला लिया था।

. सामान्य पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले छात्रों में लगभग 55.8 प्रतिशत पुरुष थे और 44.2 प्रतिशत महिला थीं।

. तकनीकी/ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले छात्रों में लगभग 65.2 प्रतिशत पुरुष थे और 34.8 प्रतिशत महिला थीं।

 

*छात्र: 3 से 35 वर्ष की आयु के व्यक्ति वर्तमान में पूर्व-प्राथमिक और उससे ऊपर के स्तर पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं

 

3.3   पूर्व-प्राथमिक और इससे ऊपर के स्तर पर वर्तमान में शिक्षा हासिल कर रहे 3 से 35 वर्ष के छात्रों के बीच 'मुफ्त शिक्षा', 'मुफ्त/ रियायती पाठ्यपुस्तकों' और 'मुफ्त/ रियायती स्टेशनरी' से संबंधित संकेतक

. ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 57.0 प्रतिशत छात्र और शहरी क्षेत्रों में 23.4 प्रतिशत छात्र मुफ्त शिक्षा प्राप्त करते हैं।

. ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 15.7 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 9.1 प्रतिशत छात्रों ने छात्रवृत्ति/ वजीफा/ प्रतिपूर्ति प्राप्त की।

. ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 54.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 23.7 प्रतिशत छात्रों को मुफ्त/ रियायती पाठ्यपुस्तकें प्राप्त हुईं।

. ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 10.0 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 7.2 प्रतिशत छात्रों ने मुफ्त/ रियायती स्टेशनरी प्राप्त की।

 

3.4 वर्तमान में पूर्व-प्राथमिक और उससे ऊपर के स्तर पर बुनियादी पाठ्यक्रम में भाग ले रहे 3 से 35 वर्ष आयु के छात्रों के लिए शिक्षा पर व्‍यय

. वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के दौरान सामान्य पाठ्यक्रम में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए प्रति छात्र औसत व्यय ग्रामीण क्षेत्रों में 5,240 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 16,308 रुपये था।

. वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के दौरान तकनीकी/ व्यावसायिक पाठ्यक्रम में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए प्रति छात्र औसत व्यय ग्रामीणा क्षेत्रों में 32,137 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 64,763 रुपये था।

 

3.5   सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी)

. लगभग 4.4 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों और 23.4 प्रतिशत शहरी परिवारों के पास कंप्यूटर था।

. लगभग 14.9 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों और 42.0 प्रतिशत शहरी परिवारों के पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्‍ध थी।

. ग्रामीण क्षेत्रों में 5 वर्ष या इससे अधिक आयु के व्यक्तियों में 9.9 प्रतिशत व्‍यक्ति कंप्यूटर को संचालित करने में सक्षम थे, 13.0 प्रतिशत व्‍यक्ति इंटरनेट का उपयोग करने में समर्थ थे और पिछले 30 दिनों के दौरान 10.8 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट का उपयोग किया।

. शहरी क्षेत्रों में 5 वर्ष या इससे अधिक आयु के व्यक्तियों में 32.4 प्रतिशत कंप्यूटर संचालित करने में सक्षम थे, 37.1 प्रतिशत इंटरनेट का उपयोग करने में सक्षम थे और पिछले 30 दिनों के दौरान 33.8 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट का उपयोग किया।

 

4. 'भारत में शिक्षा पर परिवारों के सामाजिक उपभोग के प्रमुख संकेतकों' पर रिपोर्ट और इकाई स्तर के आंकड़े www.mospi.gov.in. पर उपलब्ध हैं।

 

 

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आरके मीणा/एएम/एसकेसी-


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