स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

डॉ. हर्षवर्धन ने आयुष्मान भारत – पीएमजेएवाई के एक वर्ष पूरा होने पर 'आरोग्य मंथन' का उद्घाटन किया।


  आयुष्मान भारत जरूरतमंद और कमजोर वर्गो के लोगों के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को पूरा कर रहा है

Posted On: 30 SEP 2019 4:47PM by PIB Delhi

केन्‍द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई की पहली वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला 'आरोग्य मंथन' का आज उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने पिछले साल 23 सितंबर को रांची में आयुष्‍मान भारत का शुभारंभ किया था। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (एचडब्ल्यूसी) और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) आयुष्मान भारत के मजबूत स्‍तंभ है। यह योजना सस्ती, गुणवत्तायुक्‍त  और आसानी से सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए प्रधानमंत्री के व्यावहारिक दृष्टिकोण को पूरा कर रही है। अब गरीबों को स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं अपने समुदायों में ही उपलब्ध हैं, जो पूरे देश में पूरी तरह कैशलेस हैं।

इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एक उत्कृष्ट दूरदर्शी व्‍यक्ति हैं और दुनिया की इस सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के वास्‍तुकार हैं। उनके नेतृत्‍व में भारत ने दिखा दिया है कि इतने बड़ी स्वास्थ्य योजना का केवल सपना ही नहीं देखा जा सकता, बल्कि इसे सफलतापूर्वक लागू भी किया जा सकता है। उनके गतिशील नेतृत्‍व में भारत का कद बहुत ऊंचा हुआ है। उन्हें अनुकरणीय कार्य के लिए सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन आदि सरकारों और हाल ही में गेट्स फाउंडेशन जैसे संगठनों ने उन्‍हें सम्मानित किया है। वे आज दुनिया की आकांक्षाओं के प्रतीक बन गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश में 12 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पहले स्वच्छता कवरेज 30 प्रतिशत भी नहीं थी, जबकि आज यह 95 प्रतिशत से अधिक है। प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता के कारण देश के 5,90,000 से अधिक गांवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत लोगों को 8 करोड़ से अधिक कनेक्शन दिए गए हैं।  जन धन योजना के तहत 37 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं। अब सरकारी योजना का लाभ सीधे उन लोगों के बैंक खातों में पहुंचता है जो इसके सबसे अधिक हकदार हैं।

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमने भ्रष्‍टाचार और धोखाधड़ी के आरोपों में 111 अस्‍पतालों को पैनल सूची से हटाया है। हम नेम एंड शेम की नीति का अनुपालन कर रहे हैं। एनएचए वर्तमान में पीएमजेएवाई 2.0 तैयार कर रहा है, जो नया और उन्‍नत आईटी पारिस्थितिकी तंत्र है, जो दुनिया में किसी भी योजना की तुलना में सर्वश्रेष्‍ठ होगा। अपने संबोधन में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि योजना उन 50 करोड़ से अधिक लोगों के लिए है, जिन्‍हें सरकारी या निजी अस्‍पतालों द्वारा उपलब्‍ध कराई जाने वाली गुणवत्‍ता युक्‍त स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल तक पहुंच बनाने की जरूरत है। सरकारी अस्‍पताल उन दूरदराज के क्षेत्रों में स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल सेवाएं उपलब्‍ध करा रहे हैं, जहां निजी अस्‍पताल नहीं है। उन्‍होंने कहा कि अनुकरणीय कार्य करने वाले अस्‍पतालों को ‘नेम एंड फेम’ के तहत पुरस्‍कृत किया जाएगा और उनके नाम एनएचए की वेबसाइट पर प्रदर्शित किये जाएंगे। एनएचए ने अभी हाल में मौजूदा स्‍वास्‍थ्‍य लाभ पैकेजों को दुरूस्‍त किया है।

इस अवसर पर श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि आयुष्‍मान भारत स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र का कायाकल्‍प करने वाला है। यह योजना सीमान्‍त और वंचित वर्गों के लिए समान और गुणवत्‍ता युक्‍त स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं सुनिश्चित करने में मददगार है। उन्‍होंने कहा कि सर्वे सन्‍तु निरामय यानी सभी के लिए स्‍वास्‍थ्‍य सरकार की नीति है और आयुष्‍मान भारत इस लक्ष्‍य को सुनिश्चित करेगा। इस समारोह में डॉ. हर्षवर्धन ने एनएचए की वार्षिक रिपोर्ट और बेस्ट प्रैक्टिसेज एंड इनोवेशनपर एक दस्तावेज जारी किया। उन्होंने एनएचए और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पतालों के बीच हुए समझौता ज्ञापन के आदान-प्रदान की भी अध्यक्षता की। इसके अलावा, उन्‍होंने एक एपिसोड में पीएमजेएवाई की तारीफ करने के कारण तारक मेहता का उल्टा चश्मा के निर्माता श्री आशीष कुमार मोदी को भी सम्‍मानित किया।

इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्‍य (स्‍वास्‍थ्‍य)  डॉ. विनोद के.पॉल,  स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण सचिव सुश्री प्रीति सूदन और एनएचए के सीईओ श्री इंदु भूषण और विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी तथा विकास भागीदारों, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरणों, निजी अस्पतालों, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि और मीडियाकर्मी भी मौजूद थे।

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आर.के.मीणा/आरएनएम/एएम/आईपीएस/जीआरएस–3328

 



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