पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय

पेरिस समझौते को विश्व द्वारा सच्ची भावना से स्वीकार कराने में बेसिक देशों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगीः केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री


जलवायु परिवर्तन पर बेसिक 28वीं मंत्री स्तरीय बैठक ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख बैठक की पूर्व संध्या पर एक मजबूत संकेत भेजा

प्रविष्टि तिथि: 17 AUG 2019 6:17PM by PIB Delhi

इस वर्ष 2 से 13 दिसंबर के बीच जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र रुपरेखा (यूएनएफसीसी) के लिए पार्टियों केसम्मेलन(सीओपी-25) की तैयारी हेतु बेसिक देशों नेब्राजील के साओ पाउलोमें 14 से 16 अगस्त तक जलवायु परिवर्तन पर अपनी 28 वीं मंत्रिस्तरीयबैठक आयोजित की।

भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया। उन्होंने कहा कि बेसिक देशों का एक साथ आना और एक साथ विचार रखना संयुक्त राष्ट्र संघ की वार्ता का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने जोर देकर कहा कि“ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन के पास दुनिया के भौगोलिक क्षेत्र का एक तिहाई हिस्सा और दुनिया की आबादी का लगभग 40% हिस्सा है और जब हम एकजुट होकर एक स्वर में बोलते हैं तो यह हमारे दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।” उन्होंने कहा किपेरिस समझौते को विश्व द्वारा सच्ची भावना से स्वीकार कराने में बेसिक देशों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।

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श्री जावड़ेकर नेयह भी कहा कि बेसिक देश एकजुट रहेंगे और एक सुर में बोलेंगेतथा आज जारी संयुक्त बयान में उन सभी मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है जो आज प्रासंगिक हैं और दुनिया को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन और चिली में पार्टियों के अगले सम्मेलन (सीओपी 25) परसंयुक्त राष्ट्र के सत्र की पूर्व संध्या परबेसिक देश क्या कह रहे हैं।

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आर.के.मीणा/आरएनएम/एएम/एसकेजे/डीसी-2509


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