आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय
सूरत मेट्रो रेल परियोजना
Posted On:
09 MAR 2019 8:45PM by PIB Delhi
भारत सरकार ने दो मेट्रो रेल गलियारों वाली सूरत मेट्रो रेल परियोजना को अपनी मंजूरी दे दी है। इन दोनों मेट्रो रेल गलियारों की कुल लंबाई 40.35 किलोमीटर है।
इस परियोजना की अनुमानित लागत 12020.32 करोड़ रुपए है। इसे पांच वर्षों में पूरा किया जायेगा।
लाभ:
इस परियोजना से महानगर के शहरी क्षेत्र में निरंतर एक आरामदेह, विश्वसनीय, सुरक्षित, संरक्षित और निर्बाध परिवहन प्रणाली उपलब्ध होगी। इससे दुर्घटनाओं, प्रदूषण, यात्रा में लगने वाले समय, ऊर्जा उपभोग, असामाजिक घटनाओं में कमी होने के साथ-साथ शहरी विस्तार नियमित होगा और सतत विकास के लिए भूमि का इस्तेमाल सुनिश्चित होगा। इस मेट्रो परियोजना से महानगर के निवासियों, नियमित रूप से आने-जाने वालों, आगंतुकों और यात्रियों के लिए पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली उपलब्ध होगी।
सूरत मेट्रो रेल परियोजना की मुख्य विशेषताएं-
इन गलियारों की मुख्य विशेषताएं निम्नानुसार हैं-
गलियारा-1, सरथना से ड्रीम सिटी लाइन की कुल लंबाई 21.61 किलोमीटर है, जिसमें से 6.47 किलोमीटर लंबाई अंडरग्राउंड है और 15.14 किलोमीटर लंबाई एलिवेटिड है। यह गलियारा 20 स्टेशनों - सरथना, नेचर पार्क, कपोदरा, लाभेश्वर चौक एरिया, सैंट्रल वेयर हाउस, सूरत रेलवे स्टेशन, मस्कटी हॉस्पिटल, गांधी बाग, मजूर गेट, रूपाली कनाल, ड्रीम सिटी को जोड़ता है।
गलियारा – 2, भेसन से सरोली लाइन 18.74 किलोमीटर लंबी है और यह पूरी तरह एलिवेटिड गलियारा है। यह 18 मेट्रो स्टेशनों – भेसन, उगाट, वारिग्रह, पालनपुर रोड, एलपी सावनी स्कूल, अडाजन गाम, एक्वेरियम, मजूर गेट, कामेला दरवाजा, मगोब और सरोली को जोड़ता है।
ड्रीम सिटी और भेसन डिपो द्वारा सूरत मेट्रो रेल परियोजना की रखरखाव सुविधाओं को पूरा किया जायेगा।
सूरत मेट्रो रेल परियोजना से सूरत नगर निगम की लगभग 69.36 लाख जनसंख्या तथा इसके आसपास के क्षेत्र के लोगों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलने की आशा है।
प्रस्तावित गलियारे में मल्टीमॉडल इंटिग्रेशन के साथ-साथ फीडर बस, अंतवर्ती सार्वजनिक परिवहन और नॉन-मोटराइज परिवहन सुविधा होगी।
इस मेट्रो रेल परियोजना से इस गलियारे के आसपास के आवासीय क्षेत्रों, वाणिज्यिक क्षेत्रों और औद्योगिक क्षेत्रों को अत्यधिक लाभ मिलेगा, क्योंकि इन क्षेत्रों के लोग मेट्रो रेल द्वारा इस महानगर के विभिन्न क्षेत्रों तक आसानी से जा सकेंगे।
गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (जीएमआरसी) लिमिटेड द्वारा यह परियोजना कार्यान्वित की जाएगी।
भारत सरकार और गुजरात सरकार द्वारा 50:50 के अनुपात में वित्तपोषण और द्विपक्षीय/बहुपक्षीय एजेंसियों से ऋण लेकर इस परियोजना की लागत पूरी की जाएगी।
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आर.के.मीणा/एएम/एसकेएस/सीसी-448
(Release ID: 1568538)