संस्कृति मंत्रालय  
                
                
                
                
                    
                        संस्कृति मंत्रालय ने स्वच्छता के संस्थागतकरण और कार्यालयों में लंबित मामले न्यूनतम करने पर केन्द्रित विशेष अभियान 5.0 पूरा किया
                        
                        
                
                
            
                Posted On:
                03 NOV 2025 5:50PM by PIB Delhi
            
                
                
                
                
                विशेष अभियान सरकार की एक केन्द्रित पहल है जिसका उद्देश्य आधिकारिक लंबित कार्यों को कम करना और स्वच्छता को एक मुख्य संगठनात्मक मूल्य के रूप में संस्थागत रूप देना है। यह व्यापक, समयबद्ध अभियान गहन स्वच्छता अभियान चलाकर काम का वातावरण बेहतर बनाने, स्क्रैप सामग्री और बेकार पड़ी वस्तुओं के निपटान के माध्यम से कार्यालय स्थान को नये सिरे से ठीक करने, और लोक शिकायतों के त्वरित निवारण को प्राथमिकता देकर रिकॉर्ड प्रबंधन, प्रशासनिक दक्षता में सुधार, छंटाई करने के लिए पुराने दस्तावेजों संबंधी फाइलों और ई-फाइलों की समीक्षा और संसदीय आश्वासनों और वीआईपी संवाद जैसे सभी लंबित संदर्भों का निपटान करने पर केन्द्रित है। विशेष अभियान का 5वां संस्करण (विशेष अभियान 5.0) 02.10.2025 से 31.10.2025 तक आयोजित किया गया था। अभियान के उद्देश्यों के अनुरूप, संस्कृति मंत्रालय ने अपने संबद्ध, अधीनस्थ और स्वायत्त संगठनों के साथ मिलकर उत्साह और एक संरचित योजना के साथ अभियान को अपनाया।
वर्तमान अभियान से प्रमुख क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त हुए हैं, जिससे कुशल शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता प्रदर्शित हुई है, जिसका लक्ष्य स्वच्छ, कार्यात्मक और नागरिक-केन्द्रित कार्यालय स्थल बनाना है, जो सुशासन की भावना को मूर्त रूप प्रदान करते हैं।
विशेष अभियान 5.0 की प्रमुख उपलब्धियाँ:
	
		
			| 
			 मापदण्ड 
			 | 
			
			 लक्ष्य  
			 | 
			
			 उपलब्धि  
			 | 
		
		
			| 
			 जन शिकायत 
			 | 
			
			 114 
			 | 
			
			 114 (100 प्रतिशत) 
			 | 
		
		
			| 
			 जन शिकायत अपीलें 
			 | 
			
			 29 
			 | 
			
			 29 (100 प्रतिशत ) 
			 | 
		
		
			| 
			 सांसद के हवाले से 
			 | 
			
			 146 
			 | 
			
			 113 (77 प्रतिशत ) 
			 | 
		
		
			| 
			 पीएमओ के हवाले से 
			 | 
			
			 37 
			 | 
			
			 25 (68 प्रतिशत ) 
			 | 
		
		
			| 
			 राज्य सरकार के हवाले से  
			 | 
			
			 33 
			 | 
			
			 21 (64 प्रतिशत ) 
			 | 
		
		
			| 
			 दस्तावेज संबंधी फाइलों और ई-फाइलों की समीक्षा 
			 | 
			
			 13602 और 633 
			 | 
			
			 100 प्रतिशत 
			 | 
		
		
			| 
			 फाइलों की छंटाई 
			 | 
			
			 4111 
			 | 
			
			 100% 
			 | 
		
		
			| 
			 बाहरी स्वच्छता अभियान के लिए स्थलों की संख्या 
			 | 
			
			 599 
			 | 
			
			 100% 
			 | 
		
	
मुक्त हुआ स्थान : 62,307 sq ft
स्क्रैप के निपटान से उत्पन्न आमदनी : Rs 31,05,599/-
मंत्रालय ने 6 पीआईबी वक्तव्य जारी किए और इसके विभिन्न संगठनों द्वारा 215 ट्वीट प्रकाशित किए गए

अभिलेखों का डिजिटलीकरण
	- अभिलेख पटल पोर्टल (अभिलेखागार और शिक्षा तक पहुंच के लिए पोर्टल), जो संस्कृति मंत्रालय के तहत भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) की एक प्रमुख डिजिटल पहल है, ने 1,64,806 अद्वितीय आगंतुकों, 38,54,046 वेबसाइट हिट्स, 32,583 पंजीकृत उपयोगकर्ताओं, 66,68,855 संदर्भ मीडिया, 32,56,722 डिजिटाइज्ड रिकॉर्ड और 15,21,28,488 डिजिटाइज्ड पृष्ठों को दर्ज किया है।
 
प्रदर्शनी
भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार ने विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत "सुशासन और अभिलेख 2025" नामक एक प्रदर्शनी का आयोजन किया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन माननीय संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने 10 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रीय अभिलेखागार में किया और यह प्रदर्शनी 12 अक्टूबर, 2025 तक जनता के लिए खुली रही।


सर्वोत्तम कार्य प्रणाली :
एसएचएस अभियान, 2025 और विशेष अभियान 5.0 में रचनात्मक आयाम जोड़ते हुए, संस्कृति मंत्रालय के कुछ संगठनों ने अच्छी कार्य प्रणाली के अंतर्गत नागरिक भागीदारी और सामूहिक कार्रवाई के साथ निम्नलिखित पहल की है :-
i. राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) द्वारा समुदाय को शामिल करके कचरे से कला तक पहल: -
अपने विज्ञान केन्द्रों के नेटवर्क में, राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) ने बेकार पड़ी सामग्रियों का उपयोग करके 50 से अधिक कचरे से कला प्रतिष्ठान विकसित किए, जिनमें से 35 से अधिक ई-कचरे, प्लास्टिक के टुकड़ों का उपयोग करके बनाए गए थे।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, प्लास्टिक की बोतलों और धातु के स्क्रैप सहित लगभग 2000 किलोग्राम से अधिक कचरे को कुशलतापूर्वक कलात्मक वस्तुओं में परिवर्तित किया गया।



	- एशियाटिक सोसाइटी, कोलकाता द्वारा लिथोग्राफ का बचाव और संरक्षण कार्य
 

	- iii.  मेमोरियल हॉल ने पुराने लाइट एंड साउंड शो नियंत्रण कक्ष को एक नए संग्रहालय स्मारिका दुकान में बदल दिया, जिसका उद्घाटन 31 अक्टूबर 2025 को हुआ।
 

	- iv.  मेमोरियल हॉल में एक मृत वृक्ष के अवशेषों को स्वच्छंद नामक एक मूर्ति में परिवर्तित किया गया है, जो स्थायित्व के माध्यम से नवीनीकरण और रचनात्मकता की भावना को दर्शाती है:
 

संस्कृति मंत्रालय स्वच्छता को बढ़ावा देने और संस्थागत बनाने तथा सभी संगठनों में लंबित मामलों को कम करने के लिए विशेष अभियान के दौरान किए गए अच्छे कार्यों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
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पीके/केसी/केपी /डीए 
pibculture[at]gmail[dot]com
                
                
                
                (Release ID: 2186021)