सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस)- वार्षिक रिपोर्ट (जनवरी- मार्च 2023)

Posted On: 29 MAY 2023 6:40PM by PIB Delhi

ए परिचय

अपेक्षाकृत अधिक नियमित समय अंतराल पर श्रम बल के आंकड़ों की उपलब्धता की अहमियत को ध्‍यान में रखते हुए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की शुरूआत की थी।

पीएलएफएस के मुख्‍यत: दो उद्देश्य हैं:

  • वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्‍ल्‍यूएस) में केवल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन माह के अल्‍पकालिक अंतराल पर प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (अर्थात श्रमिक-जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना।
  • प्रति वर्ष ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (पीएस + एसएस) और सीडब्‍ल्‍यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाना।
  • ग्रामीण एवं शहरी दोनों ही क्षेत्रों को कवर करने वाली तीन वार्षिक रिपोर्ट जारी की गई हैं जिसमें सामान्य स्थिति (पीएस + एसएस) तथा वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्‍ल्‍यूएस) दोनों में रोजगार व बेरोजगारी के सभी महत्वपूर्ण मापदंडों के अनुमान दिए गए। इन पांच वर्षीय रिपोर्ट्स को जुलाई 2017 - जून 2018, जुलाई 2018 - जून 2019, जुलाई 2019 - जून 2020, जुलाई 2020 - जून 2021 और जुलाई 2021 - जून 2022 के  दौरान पीएलएफएस द्वारा एकत्रित आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है।

इन वार्षिक रिपोर्टों के अलावा, दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही से दिसंबर 2022 को समाप्त तिमाही तक पीएलएफएस के 17 त्रैमासिक बुलेटिन पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इन त्रैमासिक बुलेटिनों में श्रम बल संकेतकों का अनुमान है, श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर), वर्तमान साप्ताहिक में रोजगार और काम के उद्योग में व्यापक स्थिति द्वारा श्रमिकों का वितरण शहरी क्षेत्रों के लिए स्थिति (सीडब्ल्यूएस) प्रस्तुत किया गया है।

वर्तमान त्रैमासिक बुलेटिन जनवरी-मार्च 2023 तिमाही की श्रृंखला में अठारहवां है।

जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के दौरान पीएलएफएस फील्डवर्क

-जनवरी तिमाही के लिए आवंटित सैंपल्स के संबंध में जानकारी एकत्र करने का फील्ड वर्क।

- मार्च, 2023 को पहले विजिट सैंपल के साथ-साथ रीविजिट सैंपल का कार्य 31.03.2023 तक पूरा कर लिया गया था।

- जून 2020 के बाद से ज्यादातर टेलिफोनिक मोड में रीविजिट शेड्यूल का प्रचार किया जाता है। जनवरी-मार्च, 2023 की अवधि के दौरान रीविजिट शेड्यूल की लगभग 96.4% जानकारी टेलीफोन पर एकत्र की गई थी।

संबंधित तिमाही के लिए पीएलएफएस के अनुमानों का उपयोग करते समय उपरोक्त पहलुओं को ध्यान में रखा जा सकता है।

बी. पीएलएफएस का नमूना डिजाइन

शहरी क्षेत्रों में एक रोटेशनल पैनल नमूनाकरण डिजाइन का उपयोग किया गया है। इस रोटेशनल पैनल योजना में, शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक चयनित घर का चार बार दौरा किया जाता है, शुरुआत में 'पहले दौरे के कार्यक्रम' के साथ और तीन बार समय-समय पर 'फिर से मिलने के कार्यक्रम' के साथ। रोटेशन की योजना यह सुनिश्चित करती है कि पहले चरण की सैंपलिंग यूनिट्स (FSUs) [1] का 75% लगातार दो यात्राओं के बीच मेल खाता है।

सी-नमूना आकार

अखिल भारतीय स्तर पर, शहरी क्षेत्रों में, जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के दौरान कुल 5,726 एफएसयू (यूएफएस ब्लॉक) का सर्वेक्षण किया गया है। सर्वेक्षण किए गए शहरी परिवारों की संख्या 44,982 थी और सर्वेक्षण किए गए व्यक्तियों की संख्या शहरी क्षेत्रों में 1,72,089 थी।

त्रैमासिक बुलेटिन के लिए प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का वैचारिक ढांचा:

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर) जैसे प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान देता है। ), आदि। इन संकेतकों और 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है:

  • श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर): एलएफपीआर को जनसंख्या में श्रम बल (अर्थात् काम करने या काम करने या काम के लिए उपलब्ध) में व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
  • श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर): डब्ल्यूपीआर को जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
  • बेरोजगारी दर (यूआर): यूआर को श्रम बल में व्यक्तियों के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
  • वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस): सर्वेक्षण की तारीख से पहले पिछले 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि की स्थिति को व्यक्ति की वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के रूप में जाना जाता है।

जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के लिए त्रैमासिक बुलेटिन मंत्रालय की वेबसाइट ( https://mospi.gov.in  ) पर उपलब्ध है। मुख्य परिणाम संलग्न वक्तव्यों में दिए गए हैं।

अनुलग्नक

पीएलएफएस के प्रमुख निष्कर्ष, त्रैमासिक बुलेटिन (जनवरी-मार्च 2023)

विवरण 1:  15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में एलएफपीआर (प्रतिशत में)

अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

पुरुष

महिला

व्यक्ति

(1)

(2)

(3)

(4)

जनवरीमार्च 2022

73.4

20.4

47.3

अप्रैलजून 2022

73.5

20.9

47.5

जुलाईसितंबर 2022

73.4

21.7

47.9

अक्टूबरदिसंबर2022

73.3

22.3

48.2

जनवरीमार्च 2023

73.5

22.7

48.5

 

 

विवरण 2 :  15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में डब्ल्यूपीआर (प्रतिशत में)

 अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

पुरुष

महिला

व्यक्ति

(1)

(2)

(3)

(4)

जनवरीमार्च 2022

67.7

18.3

43.4

अप्रैलजून 2022

68.3

18.9

43.9

जुलाईसितंबर 2022

68.6

19.7

44.5

अक्टूबरदिसंबर2022

68.6

20.2

44.7

जनवरीमार्च 2023

69.1

20.6

45.2

 

 

विवरण 3 :  15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में यूआर (प्रतिशत में)

अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

पुरुष

महिला

व्यक्ति

(1)

(2)

(3)

(4)

जनवरीमार्च 2022

7.7

10.1

8.2

अप्रैलजून 2022

7.1

9.5

7.6

जुलाईसितंबर2022

6.6

9.4

7.2

अक्टूबरदिसंबर2022

6.5

9.6

7.2

जनवरीमार्च 2023

6.0

9.2

6.8

*****

एमजी/एमएस/आरपी/केजे/एसएस



(Release ID: 1928161) Visitor Counter : 2264


Read this release in: Urdu , English