संचार मंत्रालय
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30 नवंबर, 2025 को समाप्त मासिक अवधि के अनुसार दूरसंचार उपभोक्ता डाटा से संबंधित मुख्य झलकियां

प्रविष्टि तिथि: 31 DEC 2025 7:40PM by PIB Delhi

विवरण

वायरलेस*

वायरलाइन

कुल         (वायरलेस+वायरलाइन)

ब्राडबैंड उपभोक्ताओं की संख्या (मिलियन में)

958.54

45.11

1003.65

शहरी टेलीफ़ोन उपभोक्ताओं की संख्या (मिलियन में)

650.22

41.94

692.16

   नवंबर, 2025 में जुड़े निबल नए उपभोक्ता (मिलियन में)

2.39

0.16

2.55

  मासिक वृद्धि दर

0.37%

0.38%

0.37%

ग्रामीण टेलीफ़ोन उपभोक्ताओं की संख्या (मिलियन में)

537.26

5.11

542.37

   नवंबर, 2025 में जुड़े निबल नए उपभोक्ता (मिलियन में)

0.47

0.14

0.60

  मासिक वृद्धि दर

0.09%

2.72%

0.11%

टेलीफोन उपभोक्ताओं की कुल संख्या (मिलियन में)

1187.48

47.05

1234.53

   नवंबर, 2025 में जुड़े निबल नए उपभोक्ता (मिलियन में)

2.86

0.30

3.16

  मासिक वृद्धि दर

0.24%

0.63%

0.26%

समग्र दूरसंचार-घनत्व@

83.46%

3.31%

86.77%

   शहरी दूरसंचार-घनत्व@

127.19%

8.20%

135.39%

   ग्रामीण दूरसंचार-घनत्व@

58.94%

0.56%

59.50%

शहरी उपभोक्ताओं की हिस्सेदारी

54.76%

89.14%

56.07%

ग्रामीण उपभोक्ताओं की हिस्सेदारी

45.24%

10.86%

43.93%

 

  • नवंबर 2025 के माह में 14.69 मिलियन उपभोक्ताओं ने मोबाइल नम्बर पोर्टिबिलिटी (एमएनपी) हेतु अपने अनुरोध दर्ज करवाए हैं।
  • नवंबर 2025 के अंत तक सक्रिय वायरलेस (मोबाइल) उपभोक्ताओं (अधिकतम वीएलआर# की तिथि पर) की संख्या 1090.91 मिलियन थी।

नोट: -

 * वायरलेस में फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) सदस्यता भी शामिल है।

       @ इस प्रेस विज्ञप्ति में 30 नवंबर 2025 तक टेली-घनत्व की गणना जुलाई 2020 में प्रकाशित 'भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट 2011 - 2036' से जनसंख्या के अनुमान के आधार पर की गई है। पिछले महीने का 'टेलीकॉम सब्सक्रिप्शन डेटा' नवंबर 2019 में प्रकाशित 'भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट 2011 - 2036' से जनसंख्या के अनुमान के आधार पर प्रकाशित किया गया था।

        # VLR विज़िटर लोकेशन रजिस्टर का संक्षिप्त नाम है। विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के लिए पीक वीएलआर की तिथियां अलग-अलग सेवा क्षेत्रों में अलग-अलग हैं।

  • इस प्रेस विज्ञप्ति में दी गई जानकारी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है।
  1.        ब्राडबैंड सब्सक्राइबर बेस

नवंबर 2025 महीने में 1,488 सेवा प्रदाताओं से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, ब्राडबैंड सब्सक्राइबरों की संख्या 999.81 मिलियन से बढ़कर 1003.65 मिलियन हो गई जिसमें वृद्धि दर 0.38% प्रतिशत रही। श्रेणीवार ब्राडबैंड सब्सक्राइबरों की संख्या तथा उनकी मासिक वृद्धि दर नीचे दी गई हैः-

नवंबर, 2025 के माह की स्थिति के अनुसार ब्राडबैंड सब्सक्राइबर बेस तथा उनकी मासिक वृद्धि दर

 

सेगमेंट

सब्सक्रिप्शन

सब्सक्राइबर बेस

(मिलियन में)

परिवर्तन दर (प्रतिशत)

अक्टूबर-25

नवंबर-25

वायर्ड सब्सक्राइबर

फिक्स्ड वायर्ड एक्सेस

(डी.एस.एल., एफ.टी.टी.एक्स., ईथरनेट/एल.ए.न, केबल मॉडेम, आई.एल.एल)

44.82

45.11

0.64%

वायरलेस सब्सक्राइबर

फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस

(एफ.डब्ल्यू.ए.-5जी, वाई-फाई, वाई-मैक्स, रेडियो/यूबीआर, सैटेलाइट)

13.18

14.06

6.69%

मोबाइल वायरलेस एक्सेस (3जी, 4जी, 5जी)

941.82

944.48

0.28%

कुल

999.81

1003.65

0.38%

 

30 नवंबर, 2025 के अंत तक सबसे बड़े पांच ब्रॉडबैंड (वायर्ड+वायरलेस) सेवा प्रदाता

क्रम संख्या

सेवा प्रदाता का नाम

सब्सक्राइबर बेस

(मिलियन में)

  1.  

रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड

510.52

  1.  

भारती एयरटेल लिमिटेड

314.26

  1.  

वोडाफोन आइडिया लिमिटेड

127.75

  1.  

भारत संचार निगम लिमिटेड

33.85

  1.  

आत्रिया कन्वर्जेंस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड

2.35

पांच सबसे बड़े ब्रॉडबैंड (वायर्ड+वायरलेस) सेवा प्रदाताओं का मार्केट शेयर

98.51%

 

  • ब्राडबैंड सेवाओं की सेवा प्रदातावार बाजार हिस्सेदारी का रेखाचित्रवार प्रदर्शन नीचे दिया गया हैः -

 

दिनांक 30 नवंबर, 2025 की स्थिति के अनुसार ब्राडबैंड (वायरलाईन+वायरलेस)

सेवाओं की सेवा प्रदातावार बाजार हिस्सेदारी

 

  • दिनांक 30 नवंबर, 2025 की स्थिति के अनुसार पांच सबसे बड़े फिक्स्ड वायर्ड एक्सेस ब्राडबैंड सेवा प्रदाता

क्रम संख्या

सेवा प्रदाता का नाम

सब्सक्राइबर बेस (मिलियन में)

  1.  

रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड

13.59

  1.  

भारती एयरटेल लिमिटेड

10.05

  1.  

भारत संचार निगम लिमिटेड

4.45

  1.  

आत्रिया कन्वर्जेंस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड

2.35

  1.  

केरला विजन ब्रॉडबैंड लिमिटेड

1.44

पांच सबसे बड़े फिक्स्ड  वायर्ड एक्सेस ब्राडबैंड सेवा प्रदाताओं का मार्केट शेयर

70.68%

 

  • दिनांक 30 नवंबर, 2025 की स्थिति के अनुसार पांच सबसे बड़े वायरलेस ब्राडबैंड (फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस और मोबाइल) सेवा प्रदाता

क्रम संख्या

सेवा प्रदाता का नाम

सब्सक्राइबर बेस (मिलियन में)

  1.  

रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड

496.92

  1.  

भारती एयरटेल लिमिटेड

304.21

  1.  

वोडाफोन आइडिया लिमिटेड

127.74

  1.  

भारत संचार निगम लिमिटेड

29.4

  1.  

आईबस वर्चुअल नेटवर्क सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड

0.12

पांच सबसे बड़े वायरलेस ब्राडबैंड (फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस और मोबाइल) सेवा प्रदाताओं का मार्केट शेयर

99.99%

  1. वायरलाइन टेलीफोन सब्सक्राइबर बेस
  • वायरलाइन सब्सक्राइबरों की कुल संख्या 31 अक्टूबर 2025 को 46.75 मिलियन से बढ़कर 30 नवंबर, 2025 को 47.05 मिलियन हो गई। इस माह में 0.63% की मासिक वृद्धि दर के साथ वायरलाइन सब्सक्राइबरों की संख्या में 0.30 मिलियन की वृद्धि दर्ज की गई।
  • भारत में कुल वायरलाइन टेली-घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत में 3.29% से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत में 3.31% हो गई। इसी अवधि के दौरान शहरी और ग्रामीण वायरलाइन टेली-घनत्व क्रमशः 8.20% और 0.56% था। नवंबर 2025 के अंत में कुल वायरलाइन सब्सक्राइबरों में शहरी और ग्रामीण ग्राहकों की हिस्सेदारी क्रमशः 89.14% और 10.86% थी।
  • 30 नवंबर 2025 के अंत में तीनों सार्वजनिक क्षेत्रों के सेवा प्रदाताओं यथा बीएसएनएल, एमटीएनएल तथा एपीएसएफएल के पास वायरलाइन बाजार की 19.96% हिस्सेदारी थी। वायरलाइन सब्सक्राइबरों की संख्या के विस्तृत आंकड़े अनुलग्नक-1 में उपलब्ध हैं।

 

दिनांक 30 नवंबर, 2025 की स्थिति के अनुसार एक्सेस सेवा प्रदातावार वायरलाइन सब्सक्राइबर बेस की बाजार हिस्सेदारी

 

 

नवंबर, 2025 माह में टेलीफोन सेवा प्रदाताओं के वायरलाइन सब्सक्राइबरों की  संख्या में जोड़े गए/कम हुए निबल नए सब्सक्राइबर

 

  1. वायरलेस टेलीफोन (मोबाइल + एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबर बेस

  •  कुल वायरलेस (मोबाइल + एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबरों की संख्या अक्टूबर 2025 को 1,184.62 मिलियन से बढ़कर नवंबर 2025 को 1,187.48 मिलियन हो गई, जिससे 0.24% की मासिक वृद्धि दर दर्ज की गई। शहरी क्षेत्रों में कुल वायरलेस सब्सक्रिप्शन 31 अक्टूबर 2025 को 647.82 मिलियन से बढ़कर, 30 नवंबर 2025 को 650.22 मिलियन हो गई और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में सब्सक्रिप्शन 536.80 मिलियन से बढ़कर 537.26 मिलियन हो गई शहरी और ग्रामीण वायरलेस सब्सक्रिप्शन की मासिक वृद्धि दर क्रमशः 0.37% और 0.09% थी।

​​​​​​​

  •  भारत में वायरलेस टेली-घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत में 83.47% से घटकर नवंबर 2025 के अंत में 83.46% हो गया। शहरी वायरलेस टेली-घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत में 126.50% से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत में 127.19% हो गया और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण टेली-घनत्व में 59.17% से घटकर 58.94% हो गया। नवंबर 2025 के अंत में कुल वायरलेस ग्राहकों में शहरी और ग्रामीण वायरलेस ग्राहकों की हिस्सेदारी क्रमशः 54.76% और 45.24% थी।

 

वायरलेस (मोबाइल) ग्राहकों और वायरलेस (एफडब्ल्यूए) ग्राहकों का विवरण नीचे दिया गया है: -

(ए) वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर बेस

 

कुल वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबरों की संख्या अक्टूबर 2025 के अंत में 1,171.87 मिलियन से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत में 1,173.88 मिलियन हो गए, जिससे मासिक वृद्धि दर 0.17% दर्ज की गई। शहरी क्षेत्रों में वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्रिप्शन अक्टूबर 2025 के अंत में 639.99 मिलियन से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत में 641.83 मिलियन हो गई और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्रिप्शन 531.88 मिलियन से  बढ़कर 532.06 मिलियन हो गई। शहरी और ग्रामीण वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्रिप्शन की मासिक वृद्धि दर क्रमशः 0.29% और 0.03% थी।

  • भारत में वायरलेस (मोबाइल) टेली-घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत में 82.57% से घटकर नवंबर 2025 के अंत में 82.51% हो गया। शहरी वायरलेस टेली-घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत में 124.97% से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत में 125.55% हो गया और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण टेली-घनत्व में 58.63 से घटकर 58.37% हो गयानवंबर 2025 के अंत में कुल वायरलेस (मोबाइल) ग्राहकों में शहरी और ग्रामीण वायरलेस (मोबाइल) ग्राहकों की हिस्सेदारी क्रमशः 54.68% और 45.32% थी।

वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर बेस के विस्तृत आँकड़े अनुलग्नक-2 में उपलब्ध हैं।

 

  • दिनांक 30 नवंबर 2025 की स्थिति के अनुसार, निजी सेवा प्रदाताओं के पास वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर की संख्या का 92.06% बाजार हिस्सेदारी थी जबकि दो सार्वजनिक क्षेत्रों के टेलीफोन सेवा प्रदाताओं नामतः बीएसएनएल तथा एमटीएनएल के पास 7.94% बाजार हिस्सेदारी थी।
  • एक्सेस सेवा प्रदाता-वार बाजार हिस्सेदारी और वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर बेस में शुद्ध वृद्धि को रेखाचित्र के रूप में नीचे प्रदर्शित किया गया हैः -

 

30 नवंबर, 2025 तक वायरलेस (मोबाइल) उपभोक्ताओं के संदर्भ में एक्सेस सेवा प्रदाता-वार बाजार हिस्सेदारी

 

 

30 नवंबर, 2025 के महीने में एक्सेस सेवा प्रदाताओं के वायरलेस (मोबाइल) ग्राहकों में शुद्ध वृद्धि/कमी

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वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबरों में वृद्धि

नवंबर, 2025 माह में वायरलेस सब्सक्राइबरों की प्रमुख एक्सेस सेवा प्रदातावार मासिक वृद्धि दर

 

 

नवंबर, 2025 माह के दौरान लाइसेंस्ड सेवा-क्षेत्रवार वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर बेस में मासिक वृद्धि दर

 

 

  • नवंबर 2025 के दौरान हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, असम और हरियाणा सेवा क्षेत्र को छोड़कर अन्य सभी एल एस ए में वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर की संख्या में वृद्धि दर दर्ज की गई।

 

(बी) वायरलेस (एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबर बेस

  • वर्तमान में फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) आधारित सेवाएं दो श्रेणियों के तहत प्रदान की जा रही है

(a) 5जी एफडब्ल्यूए i.e. एफडब्ल्यूए 5जी रेडियो एक्सेस तकनीकि का उपयोग करके; और

(b) यूबीआर एफडब्ल्यूए i.e. एफडब्ल्यूए बिना  लाइसेंस वाले रेडियो बैंड (यूबीआर) तकनीक का उपयोग करके.

  • अक्टूबर 2025 के अंत में कुल वायरलेस (5जी एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबरों की संख्या 9.91 मिलियन से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत में 10.41 मिलियन हो गई, जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सब्सक्राइबरों की संख्या क्रमशः 5.32 मिलियन और 5.09 मिलियन थी। नवंबर 2025 के अंत में कुल वायरलेस (5जी एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबरों में शहरी और ग्रामीण वायरलेस (5जी एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबरों की हिस्सेदारी क्रमशः 51.11% और 48.89% थी।
  • एल एस ए वार वायरलेस (5जी एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबर बेस के विस्तृत आँकडे अनुलग्नक-5 पर उपलब्ध हैं।
  • रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने अगस्त 2025 से यूबीआर एफडब्ल्यूए ग्राहकों की संख्या की रिपोर्ट करना शुरू कर दिया है।
  • नवंबर 2025 के अंत तक यूबीआर एफडब्ल्यूए सब्सक्रिप्शन की संख्या 3.19 मिलियन थी, जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सब्सक्रिप्शन क्रमशः 2.26 मिलियन और 0.93 मिलियन थे। नवंबर 2025 के अंत तक कुल वायरलेस (यूबीआर एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबर्स में शहरी और ग्रामीण वायरलेस (यूबीआर एफडब्ल्यूए) सब्सक्राइबर्स की हिस्सेदारी क्रमशः 70.95% और 29.05% थी।
  • एल एस ए वार वायरलेस (यूबीआर एफडब्ल्यूए) ग्राहक आधार की जानकारी अनुलग्नक-6 पर उपलब्ध है।
  1. एम2एम सेल्युलर मोबाइल कनेक्शन

एम2एम सेलुलर मोबाइल कनेक्शनों की संख्या अक्टूबर 2025 के अंत में 98.87 मिलियन से बढ़कर नवंबर, 2025 के अंत में 103.48 मिलियन हो गई।

भारती एयरटेल लिमिटेड के पास 63.08% की बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे अधिक एम2एम सेल्युलर मोबाइल कनेक्शन 60.96 मिलियन हैं, इसके बाद वोडाफोन रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड, आइडिया लिमिटेड और बीएसएनएल के पास क्रमशः 17.97%, 17.55% और 3.52% की बाजार हिस्सेदारी है।

 

  1.  कुल टेलीफोन सब्सक्राइबर बेस

​​​​​​​

  • ​​​​​​​ अक्टूबर 2025 के अंत तक देश में टेलीफोन सब्सक्राइबरों की संख्या 1,231.38 मिलियन से बढ़कर नवंबर, 2025 के अंत तक 1,234.53 मिलियन हो गई, जिसमें मासिक वृद्धि दर 0.26% प्रतिशत दर्ज की गयी। अक्टूबर 2025 के अंत तक शहरी सब्सक्राइबरों की संख्या 689.61 मिलियन से बढ़कर नवंबर, 2025 के अंत तक 692.16 मिलियन हो गई और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण सब्सक्राइबरों की संख्या 541.77 मिलियन से बढ़कर 542.37 मिलियन हो गई। नवंबर 2025 माह के दौरान शहरी एवं ग्रामीण सब्सक्राइबरों की मासिक वृद्धि दर क्रमशः 0.37% तथा 0.11% रही।

  •  देश में समग्र दूरसंचार घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत तक 86.76% से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत तक 86.77% हो गया। शहरी दूरसंचार घनत्व अक्टूबर 2025 के अंत तक 134.66% से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत तक 135.39% हो गया और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण दूरसंचार घनत्व 59.72% से घटकर 59.50% हो गया। नवंबर 2025 के अंत तक कुल टेलिफोन उपभोक्ताओं की संख्या में शहरी और ग्रामीण सब्सक्राइबरों की हिस्सेदारी क्रमशः 56.07% तथा 43.93% थी।

दिनांक 30 नवंबर, 2025 की स्थिति के अनुसार सेवा क्षेत्र (एलएसए) वार समग्र दूरसंचार-घनत्व

   

  • जैसा कि उपर्युक्त चार्ट में देखा जा सकता है कि नवंबर 2025 के अंत में आठ एल एस ए में टेली-घनत्व, अखिल भारत के औसत टेलि-घनत्व से कम रहा है। दिल्ली एल एस ए में अधिकतम टेली-घनत्व 277.09% रहा और इसी दौरान बिहार एल एस ए में न्यूनतम टेली-घनत्व 58.23% रहा।

 

नोट: -

1.     जनसंख्या आंकड़े/अनुमान केवल राज्यवार ही उपलब्ध हैं।

2.     दूरसंचार घनत्व के आंकड़ों को टेलीफोन सेवा प्रदाताओं के द्वारा उपलब्ध कराए गए उपभोक्ताओं की संख्या के आंकड़ों तथा जुलाई 2020 में प्रकाशित तकनीकी समूह की भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या 2011-2036 के अनुमानों की रिपोर्ट के आकड़ो के आधार पर।    

3.     दिल्ली के लिए टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या के आंकड़ों में दिल्ली राज्य के आंकड़ों के अलावा, गाजियाबाद, और नोएडा (उत्तर प्रदेश में स्थित) तथा गुड़गांव और फरीदाबाद (हरियाणा में स्थित) के स्थानीय एक्सचेजों के दायरे में आने वाले क्षेत्रों हेतु वायरलेस उपभोक्ताओं की संख्या के आंकड़े शामिल हैं।

4.     पश्चिम बंगाल में कोलकाता, महाराष्ट्र् में मुंबई तथा उत्तर प्रदेश में उ0प्र0(पूर्व) एवं उ0प्र0(पश्चिम) सेवा क्षेत्रों की सूचनायें शामिल है।

5.     आंघ्र प्रदेश में तेलंगाना, बिहार में झारखंड, मध्य प्रदेश में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में गोवा, उत्तर प्रदेश में उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में सिक्किम तथा उत्तर-पूर्व में अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड एवं त्रिपुरा राज्यों को शामिल किया गया है।

 

  1. सब्सक्राइबर बेस में श्रेणीवार वृद्धि

नवंबर 2025 माह में टेलीफोन सब्सक्राइबरों की संख्या में  सेवा क्षेत्र श्रेणीवार जोड़े गए निबल नए सब्सक्राइबर

 

सेवा क्षेत्र श्रेणी

नवंबर, 2025 के माह में जोड़े गए निबल नए सब्सक्राइबर

दिनांक 30 नवंबर, 2025 की स्थिति के अनुसार सब्सक्राइबर की संख्या

वायरलाइन

वायरलेस*

वायरलाइन

वायरलेस*

श्रेणी - क

117762

1622368

20068870

396121176

श्रेणी – ख

105843

718076

11399249

479573275

श्रेणी - ग

45445

304595

3465299

197760639

महानगर

26790

215273

12116774

114026119

अखिल भारतीय

295840

2860312

47050192

1187481209

*वायरलेस में एफडब्ल्यूए सदस्यता भी शामिल है।

 

 नवंबर, 2025 माह में सेवा क्षेत्र श्रेणीवार टेलीफोन सब्सक्राइबरों की संख्या में  मासिक एवं वार्षिक प्रतिशत वृद्धि दर

 

सेवा क्षेत्र श्रेणी

मासिक वृद्धि दर (प्रतिशत में)

(अक्टूबर, 2025 से नवंबर, 2025)

वार्षिक वृद्धि दर (प्रतिशत में)

(नवंबर, 2024 से नवंबर, 2025)

वायरलाइन

वायरलेस*

वायरलाइन

वायरलेस*

श्रेणी – क

0.59%

0.41%

35.22%

3.45%

श्रेणी – ख

0.94%

0.15%

5.25%

3.15%

श्रेणी - ग

1.33%

0.15%

6.06%

5.15%

महानगर

0.22%

0.19%

26.72%

1.14%

अखिल भारतीय

0.63%

0.24%

22.20%

3.38%

*वायरलेस में एफडब्ल्यूए सदस्यता भी शामिल है।

नोट: सेवाक्षेत्र श्रेणी महानगर में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता शामिल हैं।

  • जैसा कि ऊपर दी गई तालिकाओं में देखा जा सकता है, वायरलेस सेगमेंट में नवंबर 2025 के महीने के दौरान, मासिक आधार पर सभी सर्किलों ने अपने सब्सक्राइबर बेस में वृद्धि दर्ज की है। वार्षिक आधार पर भी, सभी सर्किलों ने अपने सब्सक्राइबर बेस में वृद्धि दर्ज की है।
  • वायरलाइन सेगमेंट में नवंबर 2025 के महीने के दौरान, मासिक आधार पर, सभी सर्किलों ने अपने सब्सक्राइबर बेस में वृद्धि दर्ज की है। वार्षिक आधार पर भी, सभी सर्किलों ने अपने सब्सक्राइबर बेस में वृद्धि दर्ज की है।
  1.   सक्रिय वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर (वीएलआर आंकड़े)

 

  • नवंबर 2025 के माह में अधिकतम वीएलआर की तिथि पर कुल वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबरों की संख्या 1173.88 मिलियन में से 1090.91 मिलियन वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर सक्रिय थे। कुल वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबरों की संख्या की तुलना में सक्रिय वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर का अनुपात लगभग 92.93% प्रतिशत था।
  • नवंबर 2025 के माह में अधिकतम वीएलआर की तिथि पर सक्रिय वायरलेस सब्सक्राइबर (जिसे वीएलआर सब्सक्राइबर भी कहा जाता है) के अनुपात के विस्तृत आंकड़े अनुलग्नक-3 में उपलब्ध हैं तथा वीएलआर सब्सक्राइबर की संख्या की जानकारी प्रदान करने हेतु उपयोग की गई पद्धति अनुलग्नक-4 में उपलब्ध है।

 

नवंबर, 2025 माह के दौरान शीर्ष चार टेलीफोन सेवा प्रदातावार वीएलआर सब्सक्राइबर का अनुपात

 

  • नवंबर 2025 माह में भारती एयरटेल का अधिकतम वीएलआर की तिथि में वीएलआर सब्सक्राइबर का अनुपात उसके कुल वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर की संख्या का 98.81% है जो कि सभी वायरलेस टेलिफोन सेवा प्रदाताओं में अधिकतम है। इसी दौरान बीएसएनएल के वीएलआर सब्सक्राइबर का अनुपात उसके कुल वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर की संख्या का 58.47% अर्थात् न्यूनतम रहा।  

 

नवंबर 2025 माह के दौरान सेवा क्षेत्रवार वीएलआर सब्सक्राइबर का अनुपात

 

  1. मोबाइल नम्बर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी)
  • भारत में, अंतःसेवा-क्षेत्रीय मोबाइल नम्बर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) को प्रथमतया दिनांक 25.11.2010 से हरियाणा सेवा क्षे़त्र में तथा दिनांक 20.01.2011 से देश के अन्य सभी भागों में लागू किया गया था। दिनांक  03.07.2015 से देश में अंतर्सेवा-क्षेत्रीय एमएनपी लागू किया गया है। अब, वायरलेस मोबाइल सब्सक्राइबर एक एल एस ए से दूसरे एल एस ए में विस्थापित होने पर अपना मोबाइल नम्बर यथावत् रख सकते हैं।
  • नवंबर 2025 के माह में 14.69 मिलियन टेलीफोन सब्सक्राइबर से एमएनपी के लिए अनुरोध प्राप्त हुए। इन 14.69 मिलियन अनुरोधों में से 7.94 मिलियन अनुरोध जोन-। से तथा 6.74 मिलियन अनुरोध जोन-।। से प्राप्त हुए हैं।
  • एमएनपी क्षेत्र-I (उत्तरी तथा पश्चिम भारत) उत्तर प्रदेश-पूर्व एल एस ए में (1.97 मिलियन) सबसे अधिक अनुरोध प्राप्त हुए जिसके बाद उत्तर प्रदेश-पश्चिम एल एस ए में (1.35 मिलियन) अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
  • एमएनपी क्षेत्र-II (दक्षिण तथा पूर्वी भारत) में सबसे अधिक अनुरोध मध्य प्रदेश सेवा क्षेत्र में (1.40 मिलियन) प्राप्त हुए हैं जिसके बाद बिहार सेवा क्षेत्र में (1.33 मिलियन) अनुरोध प्राप्त हुए हैं।

लाइसेंस्ड सेवा क्षेत्र-वार एमएनपी हेतु दर्ज अनुरोध

जोन-I

जोन-II

सेवा क्षेत्र

महीने में पोर्टिंग अनुरोधों की संख्या (मिलियन में)

सेवा क्षेत्र

महीने में पोर्टिंग अनुरोधों की संख्या (मिलियन में)

अक्टूबर, 2025

नवंबर, 2025

 अक्टूबर, 2025

नवंबर, 2025

दिल्ली

0.66

0.66

आन्ध्र प्रदेश

0.69

0.68

गुजरात

0.98

1.00

असम

0.12

0.12

हरियाणा

0.43

0.41

बिहार

1.27

1.33

हिमाचल प्रदेश

0.05

0.06

कर्नाटक

0.62

0.61

जम्मू और कश्मीर

0.06

0.07

केरल

0.26

0.26

महाराष्ट्र

1.08

1.06

कोलकाता

0.19

0.19

मुंबई

0.27

0.25

मध्य प्रदेश

1.40

1.40

पंजाब

0.38

0.35

उत्तर-पूर्व

0.03

0.03

राजस्थान

0.78

0.78

ओड़ीशा

0.25

0.25

उत्तर प्रदेश-पूर्व

2.24

1.97

तमिलनाडु

0.57

0.62

उत्तर प्रदेश-पश्चिम

1.47

1.35

पश्चिम बंगाल

1.24

1.26

कुल

8.40

7.94

कुल

     6.65

           6.74

कुल (जोन-। + जोन-।।)                                                    

15.05

14.69

 

किसी भी प्रकार के स्पष्टीकरण के लिए कृपया संपर्क करें

श्री अखिलेश कुमार त्रिवेदी, सलाहकार (एनएसएल-II),

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, टॉवर-एफ, नौरोजी नगर,

नई दिल्ली-110029.                                        

फोन-011-20907758                                                                          

ई-मेलः advmn@trai.gov.in                                     (एस. बी. सिंह)                                                         प्रधान सलाहकार (एनएसएल), भा.दू.वि.प्रा.

 

वायरलाइन सब्सक्राइबर की संख्या   

  अनुलग्नक-1

 

 

वायरलेस (मोबाइल) सब्सक्राइबर की संख्या

अनुलग्नक-2

अनुलग्नक-3

नवंबर, 2025 के माह के दौरान अधिकतम वीएलआर की तिथि को वीएलआर का एच एल आर के साथ अनुपात (प्रतिशत में)

 

नोट : इनरोमर्स की बड़ी संख्या के कारण कुछ सेवा प्रदाताओं के कुछ सेवा क्षेत्रों में अधिकतम वीएलआर आंकड़े, एचएलआर आकड़ों से अधिक हो सकते हैं।

 

अनुलग्नक-4

वायरलेस क्षेत्र में वीएलआर सब्सक्राइबर

होम लोकेशन रजिस्टर (एचएलआर) एक केन्द्रीयकृत डाटाबेस है जिसमें प्रत्येक मोबाइल फोन सब्सक्राइबर की संख्या का ब्योरा अंतर्विष्ट होता है जो कि जीएसएम मुख्य नेटवर्क उपयोग करने के लिए प्राधिकृत है। एचएलआर में सेवा प्रदाता द्वारा जारी प्रत्येक सिम कार्ड का ब्यौरा रखा जाता है। प्रत्येक सिम की एक विशिष्ट पहचान होती है जिसे अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल पहचान (आईएमएसआई) कहते हैं, जोकि प्रत्येक एचएलआर रिकार्ड की प्राथमिक कुंजी होता है। एचएलआर डाटा को तब तक सुरक्षित रखा जाता है जब तक सब्सक्राइबर, सेवा प्रदाता के साथ जुड़ा रहता है। एचएलआर प्रशासनिक क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की स्थिति को अद्यतन कर सब्सक्राइबर के अंतरण का भी प्रबंधन करता है। यह विजिटर अवस्थिति रजिस्टर (वीएलआर) सब्सक्राइबर का डाटा भेजता है।

सब्सक्राइबर की संख्या के बारे में सेवा प्रदाता द्वारा दी गई संख्या, सेवा प्रदाता के एचएलआर में पंजीकृत आईएमएसआई की संख्या तथा नीचे दिए गए अन्य आंकड़ों का जोड़ हैः -

1.

एचएलआर में कुल आईएमएसआई (ए)

2.

घटाः (बी=क++++ङ)

क.

जांच/सेवा कार्ड

ख.

कर्मचारी

ग.

हस्तगत स्टाक/संवितरण चेनल (एक्टिव कार्ड)

घ.

सब्सक्राइबर को बनाए रखने की अवधि की समाप्ति

कनेक्शन को बंद किए जाने के दौरान सेवा समाप्ति

3.

सब्सक्राइबर की संख्या (ए - बी)

 

विजिटर लोकेशन रजिस्टर (वीएलआर) सब्सक्राइबर का एक अस्थायी डाटाबेस होता है जिन्होंने किसी सेवा प्रदाता के सेवा क्षेत्र के विशिष्ट क्षेत्र में दौरा (रोम-इन) किया है। नेटवर्क में प्रत्येक बेस स्टेशन को केवल एक वीएलआर द्वारा सेवा प्रदान की जाती है। इसलिए, कोई सब्सक्राइबर एक समय में एक से अधिक वीएलआर में मौजूद नहीं रह सकता है।

यदि सब्सक्राइबर सक्रिय अवस्था में है अर्थात् वह काल करने/प्राप्त करने/एसएमएस भेजने/प्राप्त करने में सक्षम है, तो वह एचएलआर तथा वीएलआर में उपलब्ध है। तथापि, यह संभव है कि सब्सक्राइबर ने फोन बंद कर रखा हो अथवा वह कवरेज क्षेत्र से बाहर चला गया हो, पहुंच क्षेत्र से बाहर हो तथा इस कारण वह एचएलआर में पंजीकृत हो तथा वीएलआर में पंजीकृत नहीं हो। ऐसी परिस्थितियों में वह एचएलआर में उपस्थित होगा वीएलआर में नहीं। इससे सेवा प्रदाताओं द्वारा संसूचित सब्सक्राइबर की संख्या तथा वीएलआर में उपलब्ध संख्या के बीच अंतर आ जाता है।

यहां परिकलित वीएलआर डाटा, जिस विशिष्ट माह के लिए आंकड़ों को संग्रहित किया जा रहा है, उसके लिए अधिकतम वीएलआर की तिथि पर वीएलआर में सक्रिय सब्सक्राइबर के आधार पर परिकलित किया जाता है। यह डाटा ऐसे स्विचों से लिये जाने होते हैं जिनका 72 घंटों से अधिक का ’पर्ज टाइम’ (डाटा समाप्ति का समय) न हो।

 

5G FWA सब्सक्राइबर की संख्या

अनुलग्नक-5

 

 

एल एस ए

भारती एयरटेल

रिलायन्स जियो

कुल

अक्टूबर-25

नवंबर-25

अक्टूबर-25

नवंबर-25

अक्टूबर-25

नवंबर-25

आन्ध्र प्रदेश

235,361

257,548

628,014

649,908

863,375

907,456

असम

48,338

53,944

170,246

178,168

218,584

232,112

बिहार

107,879

123,880

595,045

621,699

702,924

745,579

दिल्ली

128,273

137,554

229,637

229,289

357,910

366,843

गुजरात

142,042

155,969

411,200

422,040

553,242

578,009

हरियाणा

68,274

74,090

211,262

216,664

279,536

290,754

हिमाचल प्रदेश

11,834

13,104

69,786

72,734

81,620

85,838

जम्मू और कश्मीर

42,175

46,975

162,516

167,716

204,691

214,691

कर्नाटक

221,813

242,390

385,631

393,430

607,444

635,820

केरल

47,624

52,925

158,936

167,426

206,560

220,351

कोलकता

75,003

80,459

158,927

159,893

233,930

240,352

मध्य प्रदेश

107,595

119,531

500,184

518,163

607,779

637,694

महाराष्ट्र

217,618

238,637

572,801

590,209

790,419

828,846

मुंबई

85,839

92,678

100,625

102,937

186,464

195,615

उत्तर-पूर्व

26,453

29,534

80,032

82,420

106,485

111,954

ओड़ीशा

56,595

62,951

259,012

273,291

315,607

336,242

पंजाब

117,678

128,737

454,094

466,746

571,772

595,483

राजस्थान

148,985

163,034

417,140

432,040

566,125

595,074

तमिलनाडु

305,779

336,051

347,520

355,938

653,299

691,989

उत्तर प्रदेश (पूर्व)

142,066

157,801

614,919

638,577

756,985

796,378

उत्तर प्रदेश (पश्चिम)

112,806

124,512

479,234

494,597

592,040

619,109

पश्चिम बंगाल

64,758

73,579

389,107

412,257

453,865

485,836

कुल

2,514,788

2,765,883

7,395,868

7,646,142

9,910,656

10,412,025

शुद्ध योग

 

251,095

 

250,274

 

501,369

मासिक वृद्धि%

 

9.98%

 

3.38%

 

5.06%

 

अनुलग्नक-6

यूबीआर एफडब्ल्यूए सब्सक्राइबर बेस

 

सेवा प्रदाता

रिलायंस जियो *

एल एस ए

अक्टूबर-25

नवंबर-25

आंध्र प्रदेश

222,266

     253,677

असम

23,244

       26,064

बिहार

189,771

     214,052

दिल्ली

194,571

     218,156

गुजरात

197,488

     221,105

हरियाणा

130,192

     145,809

हिमाचल प्रदेश

7,007

         8,012

जम्मू और कश्मीर

54,076

       61,571

कर्नाटक

169,096

     191,937

केरल

7,657

         8,290

कोलकाता

120,661

     136,949

मध्य प्रदेश

161,513

     183,781

महाराष्ट्र

233,554

     263,210

मुंबई

43,040

       47,006

उत्तर पूर्व

9,932

       11,158

ओडिशा

36,246

       41,164

पंजाब

173,244

     192,084

राजस्थान

203,819

     227,735

तमिलनाडु

125,358

     138,298

उत्तर प्रदेश (पूर्व)

199,506

     221,955

उत्तर प्रदेश (पश्चिम)

246,608

     277,550

पश्चिम बंगाल

86,657

       97,700

कुल

2,835,506

3,187,263

नेट एडिशन

 

351,757

मासिक वृद्धि %

 

12.41%

* केवल रिलायंस जियो ने एफडब्ल्यूए-यूबीआर सब्सक्राइबर बेस की सूचना दी है

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MI/ARJ

 


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