इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय
प्रौद्योगिकी संवर्धन और उद्यमियों के विकास (टीआईडीई 2.0)” योजना के तहत 1700 से अधिक स्टार्टअप को सहायता प्रदान की गई
प्रविष्टि तिथि:
19 DEC 2025 8:17PM by PIB Delhi
भारत सरकार स्टार्टअप इकोसिस्टम को सहायता देने के लिए जीवनचक्र-आधारित दृष्टिकोण अपनाती है। स्टार्टअप्स को विचार और अवधारणा के प्रमाण से लेकर प्रोटोटाइप विकास, उत्पाद विकास और परीक्षण तक की पूरी यात्रा में सहयोग दिया जाता है।
टाइड 2.0
इसी दृष्टिकोण के तहत भारत सरकार ने वर्ष 2019 में 'प्रौद्योगिकी संवर्धन और उद्यमी विकास 2.0 (टाइड 2.0)' योजना की शुरुआत की थी। यह योजना संवर्धन केंद्रों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करके प्रौद्योगिकी-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देती है।
देश भर के उच्च शिक्षा संस्थानों और प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संगठनों में स्थित 51 चयनित संवर्धन केंद्रों के माध्यम से स्टार्टअप्स को सहायता प्रदान की जाती है। लगभग 2000 तकनीकी स्टार्टअप को सहयोग देने के लिए 5 वर्षों की अवधि में कुल 264.62 करोड़ रुपये का आवंटन स्वीकृत किया गया।
ये संवर्धन केंद्र स्टार्टअप्स को आवश्यक विशेषज्ञता, उद्योग से संबंध और पारिस्थितिकी तंत्र साझेदारी आदि प्रदान करते हैं। इस योजना के तहत अब तक 1,706 स्टार्टअप को सहायता प्रदान की जा चुकी है और ये स्टार्टअप अच्छी प्रगति कर रहे हैं।
जैसे-जैसे स्टार्टअप प्रतिस्पर्धी बाजार में काम करना शुरू करते हैं, वैसे-वैसे व्यावसायिक वास्तविकताओं के आधार पर संवर्धन केंद्रों के साथ उनका जुड़ाव भी विकसित होता जाता है। इनमें अन्य बातों के अलावा उत्पाद-बाजार अनुकूलता प्राप्त करना, विशेषीकृत प्रयोगशाला आवश्यकताएं, तकनीकी चुनौतियां, धन जुटाने की आवश्यकताएं, संस्थापकों द्वारा रणनीतिक बदलाव और समग्र वित्तीय स्थिरता शामिल हैं।
कई मामलों में संवर्धन केंद्रों ने स्टार्टअप्स के लिए विचारों के त्वरित सत्यापन और प्रभावी बदलाव को सुविधाजनक बनाया है, जिससे उद्यमियों को अधिक व्यवहार्य विचारों की ओर बढ़ने में मदद मिली है।
समर्थित स्टार्टअप्स का समग्र प्रदर्शन उत्साहजनक बना हुआ है, जिसमें कई स्टार्टअप्स ने राजस्व वृद्धि, मूल्यांकन में वृद्धि, बढ़ी हुई बाहरी फंडिंग और आईपी फाइलिंग का प्रदर्शन किया है।
इसके अलावा, 638 स्टार्टअप द्वारा कुल 1672 आईपी/पेटेंट दाखिल किए गए हैं।
बौद्धिक संपदा अधिकार उत्कृष्टता केंद्र (सीओई-आईपी)
टाइड 2.0 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी डोमेन में स्टार्टअप्स/एसएमई/शिक्षाविदों/आविष्कार करने वालों को प्रोत्साहित करने या सहयोग करने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकारों में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई-आईपी) भी स्थापित किए गए हैं। ये उत्कृष्टता केंद्र विभिन्न आईपी संबंधी सेवाएं, जागरूकता पैदा करते हैं और प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
टाइड 2.0 केंद्र दीर्घकालिक स्थिरता को बढ़ाने के लिए इक्विटी निकास सहित कई राजस्व मॉडल अपनाते हैं। इसके अलावा,टाइड 2.0 केंद्रों ने 150 से अधिक संवर्धन स्टार्टअप्स को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर जाने में मदद की है।
कुल मिलाकर टाइड 2.0 अन्य सरकारी पहल जैसे जेनेसिस, समृद्ध, स्टार्टअप इंडिया और क्षेत्र-विशिष्ट नवाचार कार्यक्रमों का पूरक है। ये सभी उपक्रम मिलकर देश में एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए सरकार के समग्र प्रयास को दर्शाती हैं।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने 19.12.2025 को राज्यसभा में यह जानकारी दी।
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पीके/केसी/आरकेजे
(रिलीज़ आईडी: 2206890)
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