गृह मंत्रालय
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अहमदाबाद, गुजरात में ‘सांसद खेल महोत्सव 2025’ के समापन समारोह को संबोधित किया
मोदी जी ने ‘सांसद खेल महोत्सव’ की शुरुआत कर खेल प्रतिभाओं को एक मजबूत मंच, प्रेरणा व टैलेंट सर्च की एक सशक्त शुरुआत की
खेलकूद से जीवन में अनुशासन, टीम स्पिरिट और धैर्य के गुण विकसित होते हैं
गांधीनगर में आयोजित ‘सांसद खेल महोत्सव’ में डेढ़ लाख से अधिक रिकॉर्ड पंजीकरण, जिनमें लगभग 70 हज़ार महिलाएँ हैं
‘खेलो गुजरात’, खेल महाकुंभ, टैलेंट सर्च, स्पोर्ट्स स्कूल और मॉडर्न ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से देश की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स मूवमेंट गुजरात में हुई है
आगामी खेल महोत्सव में बेटों से ज्यादा संख्या बेटियों की हो और विजेता भी अधिकतर बेटियाँ ही हों
गुजरात ने कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी हासिल कर ली है, अहमदाबाद को 2036 में ओलंपिक का स्वागत करने के लिए भी तैयार रहना है
जब भारत में ओलंपिक होगा, तब सबसे अधिक मेडल जीतने वाला राज्य गुजरात हो
वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स अब अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बन चुका है, जहाँ खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय कोचिंग और सुविधाएँ उपलब्ध हैं
2014 में खेलों के लिए बजट मात्र 800 करोड़ रुपए था, 2025 में यह 5 गुना बढ़कर लगभग 4,000 करोड़ रुपए हुआ
प्रविष्टि तिथि:
05 DEC 2025 10:17PM by PIB Delhi
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अहमदाबाद, गुजरात में ‘सांसद खेल महोत्सव 2025’ के समापन समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि करीब पाँच वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अनूठा विचार रखा था कि प्रत्येक वर्ष “सांसद खेल महोत्सव” का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि आज गाँधीनगर लोकसभा क्षेत्र में यह तीसरा खेल महोत्सव सफलतापूर्वक संपन्न हो रहा है। जब मोदी जी ने यह विचार रखा था, तब शायद उन्हें छोड़कर किसी को पता नहीं था कि इस छोटे से विचार में कितनी बड़ी ताकत और कितना संकल्प समाहित है। श्री शाह ने कहा कि डेढ़ लाख से ज्यादा विद्यार्थी, युवा और वरिष्ठ नागरिक इस सांसद खेल महोत्सव में भाग लेकर अपने जीवन में खेल, फिटनेस और स्वास्थ्य को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस माध्यम से देश भर में अनेक खेल प्रतिभाओं को एक मजबूत मंच मिला है, खिलाड़ियों को प्रेरणा मिली है और इसी के साथ टैलेंट सर्च की एक सशक्त शुरुआत हुई है।
श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने “खेल महोत्सव गुजरात” की शुरुआत की थी। उसके बाद जब वे देश के प्रधानमंत्री बने, तब भी उन्होंने हर युवा को खेलने, खेलकूद के लिए जिज्ञासा जगाने, सुविधाएँ उपलब्ध कराने, प्रशिक्षण देने और स्पर्धाओं में भाग लेने की प्रेरणा दी है।
गृह मंत्री ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में खेलकूद का बहुत महत्व है। हार के बाद निराश न होना और फिर से उठकर मेहनत करना – यह सीख कोई किताबी ज्ञान नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि आज यहाँ कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल सहित सभी खेलों के खिलाड़ी उपस्थित हैं, लेकिन कोई भी टीम ऐसी नहीं होगी जो हारने के बाद विजेता बन गई हो। उन्होंने कहा कि हारने के बाद खेल छोड़ना नहीं, बल्कि अगले दिन जीतने के जुनून के साथ फिर मैदान में उतरना – यही गुण हमें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाता है, और जीतने के बाद अहंकार नहीं करना, बल्कि अपने साथी के कंधे पर हाथ रखकर स्पोर्ट्समैन स्पिरिट के साथ उसे आगे बढ़ने की शुभकामनाएँ देना – यह अनमोल शिक्षा भी हमें खेल के मैदान से ही मिलती है।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि गाँधीनगर लोकसभा क्षेत्र में यह सांसद खेल महोत्सव तीन चरणों में आयोजित हुआ था – 24 से 30 अक्टूबर तक ग्रामीण एवं वार्ड स्तर पर, 6 से 14 नवंबर तक विधानसभा स्तर पर, और 21 नवंबर से 2 दिसंबर तक लोकसभा स्तर पर। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि गाँधीनगर लोकसभा क्षेत्र की सभी सात विधानसभाओं को मिलाकर कुल 1 लाख 57 हजार खिलाड़ियों ने इसमें पंजीकरण कराया। इनमें लगभग 87 हजार पुरुष और 70 हजार महिला प्रतिभागी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी बेटियों को एक चुनौती दे रहे हैं कि आगामी खेल महोत्सव में बेटों से ज्यादा संख्या बेटियों की होनी चाहिए और विजेता भी अधिकतर बेटियाँ ही हों। उन्होंने कहा कि इन 1 लाख 57 हजार खिलाड़ियों में से 8,500 से अधिक खिलाड़ी विजेता बने, लेकिन शेष 1 लाख 48 हजार से ज्यादा खिलाड़ी भी विजय का संकल्प लेकर, हार से निराश न होकर आगे बढ़ने की सीख लेकर फिर मैदान में उतरेंगे। उनके जीवन में यह जिजीविषा और महत्वाकांक्षा ही प्रगति के सबसे बड़े प्रेरणा-स्रोत बनेंगी।
श्री अमित शाह ने कहा कि इस सांसद खेल महोत्सव में सात आयु-वर्ग (कैटेगरी) शामिल किए गए थे, जिनमें अंडर-9, अंडर-11, अंडर-14, अंडर-17, ओवर-40, ओवर-50 और ओवर-60 शामिल हैं। सभी आयु-वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सानंद में ही लगभग 59,000 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। एथलेटिक्स, बैडमिंटन, शतरंज, मलखंब, तैराकी, योगासन, खो-खो, कबड्डी और वॉलीबॉल – इन सभी खेलों में कुल मिलाकर 59,000 से अधिक खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने सांसदों से जो अपील की थी, वह अपील आज पूरे देश के विद्यार्थियों, बालकों और जवानों के लिए मार्गदर्शक बन गई है। अनुशासन, टीम स्पिरिट, धैर्य और स्पोर्ट्समैन स्पिरिट – ये चार गुण यदि जीवन में विकसित करने हैं, तो केवल खेलकूद ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि सांसद खेल महोत्सव के माध्यम से प्रतिभा की पहचान हो रही है, हमारे अंदर छिपी ताकत का परिचय हो रहा है, फिट इंडिया मूवमेंट के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, नशा-मुक्त भारत अभियान को बल मिल रहा है और हर क्षेत्र, हर आयु-वर्ग को समान अवसर मिल रहा है। यही कारण है कि आज सांसद खेल महोत्सव पूरे देश में अत्यंत लोकप्रिय हो गया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स लगभग 800 करोड़ रुपए के खर्च से अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बन चुका है, जहाँ खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय कोचिंग और सुविधाएँ उपलब्ध हैं। ऐसे अनेक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स देश भर में बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात ने तो कॉमनवेल्थ गेम्स-2030 की मेजबानी की बिड जीत ली है। श्री शाह ने कहा कि अहमदाबाद के लोगों को 2036 में ओलंपिक का स्वागत करने के लिए भी तैयार रहना है। उन्होंने कहा कि पुलिस गेम्स, कॉमनवेल्थ और अंत में ओलंपिक – ये सारी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएँ गुजरात और अहमदाबाद में होंगी। लेकिन केवल आयोजन करना ही काफी नहीं है। श्री शाह ने गुजरात के सभी खिलाड़ियों से आह्वान किया कि जब भारत में ओलंपिक होगा, तब सबसे अधिक मेडल जीतने वाला राज्य यदि कोई बने, तो वह हमारा गुजरात बने। इसके लिए खिलाड़ियों, कोचों और सभी खेल संस्थाओं को आज से ही तैयारी शुरू करनी है।
श्री अमित शाह ने कहा कि गुजरात में “खेलो गुजरात”, खेल महाकुंभ, टैलेंट सर्च, स्पोर्ट्स स्कूल, एकेडमी और मॉडर्न ट्रेनिंग सेंटर – इन सबके माध्यम से देश की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स मूवमेंट किसी एक राज्य में तैयार हुई है, तो वह गुजरात है। इससे राज्य के खिलाड़ियों को काफी लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि एसपी एनक्लेव बन रहा है, हाई परफॉर्मेंस सेंटर बन रहे हैं। नडियाद में हाई परफॉर्मेंस सेंटर पहले से चल रहा है, जो 200 से अधिक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहा है।
गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने मोदी जी के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएँ शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में खेलों के लिए बजट मात्र 800 करोड़ रुपए था, लेकिन 2025 में यह 5 गुना बढ़कर लगभग 4,000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि भारत के खिलाड़ियों को कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 में 15 मेडल, 2018 में 26 और 2022 में 22 मेडल जीतने में कामयाबी मिली है। वहीं, एशियन गेम्स में पहले मिले 57 के मुकाबले अब 107 मेडल मिले हैं। पैरा-एशियन गेम्स में 33 के स्थान पर 111 मेडल जीते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि जब भारत में ओलंपिक होगा, तब मेडल तालिका में भारत का स्थान पहले पाँच में जरूर होगा।
श्री अमित शाह ने कहा कि वह खिलाड़ियों को यह संकल्प दिलाना चाहते हैं कि वे जीवन भर व्यसन से दूर रहेंगे। वह संकल्प लें कि कोई भी नशा न उनके मन को स्वीकार होगा न ही शरीर को। उन्होंने कहा कि खेल हमें स्वतः ही व्यसनमुक्त बनाता है। श्री शाह ने यह संकल्प लेने को भी कहा कि हर खिलाड़ी कम से कम 5 पौधे अपने घर के आसपास, अपने स्कूल में, खेल के मैदान में या गाँव-शहर में लगाए और उनकी देखभाल करे। उन्होंने कहा कि आने वाले महीने में हम “ग्रीन गांधीनगर मूवमेंट” को नई गति देने जा रहे हैं। आने वाली वर्षा ऋतु में गांधीनगर रिकॉर्ड-तोड़ वृक्षारोपण करने जा रहा है।
गृह मंत्री ने कहा कि वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स महान क्रांतिकारी वीर सावरकर जी के नाम पर बनाया गया है। स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर जी सबसे प्रखर देशभक्त और क्रांतिवीरों में से एक थे। उनके नाम वाला यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स हमें हर दिन यही संदेश देता है कि जैसे सावरकर जी ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, वैसे ही हम भी देशभक्ति की भावना को अपने अंदर जीवित रखें। उन्होंने कहा कि यहाँ आने वाला हर खिलाड़ी सावरकर जी से देशभक्ति की प्रेरणा ले और उसे अपने जीवन में उतारे।
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RK/PR/PS
(रिलीज़ आईडी: 2199693)
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