अणु ऊर्जा विभाग
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संसद प्रश्न: परमाणु मिशन

प्रविष्टि तिथि: 03 DEC 2025 6:39PM by PIB Delhi

केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित परमाणु ऊर्जा मिशन के अंतर्गत, लघु मॉड्यूलर रिएक्टरों (एसएमआर) के डिजाइन, विकास और स्थापना के लिए कुल ₹20,000 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया है। इस आवंटन का उद्देश्य 2033 तक कम से कम पांच स्वदेशी आधार पर डिजाइन किए गए एसएमआर विकसित और संचालित करने के भारत के उद्देश्य को पूरा करना है।

इस पहल के अंतर्गत, बीएआरसी ने पहले ही एसएमआर पर डिजाइन और विकास कार्य शुरू कर दिया है, जैसे कि,

  1. 200 मेगावॉट क्षमता वाला भारत लघु मॉड्यूलर रिएक्टर (बीएसएमआर-200),
  2. 55 मेगावॉट क्षमता वाला लघु मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर-55), और
  3. हाइड्रोजन उत्पादन के लिए 5 मेगावॉट तक क्षमता वाला उच्च तापमान गैस-शीतित रिएक्टर।

बीएसएमआर-200 वित्त और प्रशासनिक मंजूरी प्राप्त करने के अंतिम चरण में है।

बीएसएमआर-200 और एसएमआर-55 का निर्माण महाराष्ट्र के पालघर जिले के तारापुर स्थित परमाणु ऊर्जा विभाग की जगह पर प्रस्तावित है। प्रदर्शन रिएक्टर के लिए प्रस्तावित स्थल कोई दूरस्थ/ अल्पसेवित क्षेत्र नहीं है।

इन संयंत्रों को ऊर्जा-गहन क्षेत्रों में कैप्टिव पावर प्लांट के रूप में लिया जाना चाहिए। छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर बनाने के लिए स्वदेशी प्रयासों से एसएमआर जगहों पर निर्माण, संरचना, स्थापना और कमीशनिंग संबंधी गतिविधियों के लिए कुशल और अकुशल जनशक्ति के लिए रोजगार निर्माण की संभावना है। इसके बाद, एसएमआर के संचालन और रखरखाव के लिए जनशक्ति की जरूरत होगी, जिसमें स्थानीय लोगों को लगातार जोड़े जाने की संभावना है।

प्रशासनिक और वित्तीय मंजूरी मिलने के बाद, स्वदेशी एसएमआर की प्रमुख इकाइयां 60 से 72 महीनों में चालू होने की उम्मीद है। प्रस्तावित एसएमआर प्रदर्शन इकाइयां हैं। आगे के सुधारों के लिए डिजाइनरों/ नियामकों की ओर से इनके प्रदर्शन की निरंतर निगरानी की जाएगी।

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पीके/केसी/एमएम


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