उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
आईआईटीएफ-2025 में एफसीआई पैवेलियन ने कांस्य पदक जीता; भारी संख्या में लोगों को आकर्षित किया और भारत के आधुनिक खाद्यान्न प्रबंधन का प्रदर्शन किया
प्रविष्टि तिथि:
28 NOV 2025 8:03PM by PIB Delhi

भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ)-2025 में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के मंडप को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की श्रेणी में कांस्य पदक से सम्मानित किया गया है । यह पदक भारत के उभरते खाद्यान्न प्रबंधन ढांचे पर प्रदर्शन, जन सहभागिता और संचार में इसकी उत्कृष्टता को मान्यता देते हुए दिया गया है। एफसीआई के कार्यकारी निदेशक (उत्तरी क्षेत्र) डॉ. अजीत कुमार सिन्हा और एफसीआई दिल्ली क्षेत्र की महाप्रबंधक श्रीमती के.पी. आशा को भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2025 के पुरस्कार समारोह में आईटीपीओ अधिकारियों द्वारा पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। भारत मंडपम के हॉल संख्या 6 में स्थापित इस मंडप को 14-27 नवंबर 2025 तक आयोजित पूरे मेले के दौरान लोगों की अच्छी-खासी भीड़ और व्यापक सराहना मिली।
भारत के आधुनिक, पारदर्शी खाद्यान्न पारिस्थितिकी तंत्र का प्रदर्शन
"किसानों का सम्मान, भारतीय खाद्य निगम का अभिमान" और "एक भारत, श्रेष्ठ भारत " विषयों के तहत डिज़ाइन किया गया, मंडप ने पारंपरिक भंडारण विधियों से लेकर आधुनिक वैज्ञानिक प्रणालियों तक भारत के परिवर्तन को प्रस्तुत किया, जिसमें शामिल हैं:
- तकनीकी रूप से उन्नत अनाज भंडारण टैंक
- डिजिटल निगरानी और वास्तविक समय ट्रैकिंग
- गुणवत्ता-आधारित अनाज प्रबंधन और वैज्ञानिक तरीकों से संभालना
- स्वच्छता और भंडारण मानकों को मजबूत किया गया
मंडप में राष्ट्रीय खाद्यान्न पर्याप्तता, कुशल आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और नागरिक-केंद्रित खाद्य सुरक्षा संरचना सुनिश्चित करने में एफसीआई की बढ़ती भूमिका को दर्शाया गया, जो कि विकसित भारत @ 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो वास्तव में "खेत से निवाले तक" की सेवा भावना को दर्शाता है।




एफसीआई पैवेलियन का 18 नवंबर 2025 को माननीय केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, श्री प्रहलाद जोशी ने दौरा किया। उनके साथ सचिव (खाद्य) श्री संजीव चोपड़ा और खाद्य मंत्रालय एवं एफसीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। माननीय मंत्री ने आवश्यक वस्तुओं (गेहूं/चावल) की बाज़ार उपलब्धता और कीमतों को स्थिर रखने के लिए एफसीआई की सराहना की, साथ ही आधुनिकीकरण, डिजिटल निगरानी, भंडारण सुधार और नागरिक-केंद्रित सेवा वितरण में निगम के निरंतर प्रयासों की सराहना की।
इसके बाद, 23 नवंबर 2025 को माननीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बांभानिया ने मंडप का दौरा किया, जिन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने, अनाज की आवाजाही और वितरण में पारदर्शिता को बढ़ावा देने और खुले बाजार बिक्री योजना (लघु/थोक) जैसी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एफसीआई की पहल की सराहना की।




एफसीआई के किफायती चावल की बिक्री को लेकर जनता का उत्साहजनक रुख।
एफसीआई पैवेलियन में आने वाले दर्शकों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है, जो एफसीआई की नीतियों, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणालियों और राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा में इसके महत्वपूर्ण योगदान में जनता के विश्वास और भरोसे को दर्शाता है। एफसीआई पैवेलियन में बैकलिट पैनल प्रदर्शित किए गए थे, जो एफसीआई के सख्त गुणवत्ता प्रोटोकॉल, व्यवस्थित स्टॉक रोटेशन, वैज्ञानिक संचालन और स्वच्छता मानकों के अनुपालन को दर्शाते थे।
एक विशेष पहल के तहत, छह एफसीआई क्षेत्रों - ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पंजाब और हरियाणा से प्राप्त एफसीआई चावल (कच्चा/उबला हुआ) की खुदरा बिक्री - जिसे 28.90 रुपये और 30.90 रुपये प्रति किलोग्राम की किफायती कीमतों पर उपलब्ध कराया गया है - को अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है।
आईआईटीएफ-2025 के दौरान एफसीआई स्टॉल पर चावल की कई किस्में (उबला/कच्चा) उपलब्ध कराई गईं, जैसे ओडिशा का काला चंपा, मिनिकिट और पूजा, तेलंगाना का सनालू (सांबा मसूरी) और कॉटन डोरा सनालू, और आंध्र प्रदेश का धृति, पीआर-126 और बोंडालू। 24 नवंबर, 2025 तक, आईआईटीएफ-2025 के 11 दिनों के भीतर लगभग 7 मीट्रिक टन (7088 किलोग्राम) चावल की बिक्री हो चुकी है, और 27 नवंबर, 2015 को आईआईटीएफ-2025 के समापन पर लगभग 13 मीट्रिक टन (13,356 किलोग्राम) चावल की कुल बिक्री दर्ज की गई है।
यह भारी भागीदारी एफसीआई की गुणवत्ता, सामर्थ्य और आम नागरिक को सेवा प्रदान करने की प्रतिबद्धता में जनता के उच्च विश्वास को दर्शाती है।


वरिष्ठ नेतृत्व ने मंडप की समीक्षा की; दिल्ली क्षेत्र की कार्यान्वयन के लिए प्रशंसा की गई
मंडप का निरीक्षण मंत्रालय और एफसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया, जिनमें शामिल थे:
श्री आशुतोष अग्निहोत्री, आईएएस, सीएमडी, एफसीआई; श्रीमती सी. शिखा, आईएएस, संयुक्त सचिव (नीति और खाद्य); श्रीमती अनीता कर्ण, आईएफओएस, संयुक्त सचिव (भंडारण); डॉ. अजीत कुमार सिन्हा, ईडी (उत्तर क्षेत्र/एस एंड सी); और अन्य वरिष्ठ अधिकारी।
इस मंडप का निर्माण एफसीआई दिल्ली क्षेत्र द्वारा महाप्रबंधक (क्षेत्र) श्रीमती के.पी. आशा के नेतृत्व में किया गया। टीम ने एक पेशेवर रूप से तैयार, आगंतुक-अनुकूल और जानकारीपूर्ण अनुभव सुनिश्चित किया, जिसकी व्यापक सराहना हुई।



इसके अतिरिक्त, भारतीय खाद्य निगम ने आईआईटीएफ-2025 के आयोजन के लिए भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) का हार्दिक आभार व्यक्त किया। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला एक बार फिर 'मेड इन इंडिया' उत्पादों—खाद्यान्न, हथकरघा और हस्तशिल्प वस्तुओं, और व्यापक स्तर के बुनियादी नवाचारों सहित—को बढ़ावा देने के लिए एक विशिष्ट राष्ट्रीय मंच के रूप में कार्य कर रहा है—जो माननीय प्रधानमंत्री के 'वोकल फॉर लोकल' के दृष्टिकोण को सही मायने में दर्शाता है।




इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति के माध्यम से भारतीय खाद्य निगम ने खाद्यान्न प्रबंधन में पारदर्शिता, दक्षता और नवाचार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा संरचना मजबूत हुई और साथ ही अपने चिरस्थायी आदर्श वाक्य: "सभी के लिए भोजन, सभी के लिए जीवन" के साथ लोगों की सेवा जारी रही।
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पीके/केसी/एमके/एसएस
(रिलीज़ आईडी: 2196270)
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