वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय
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वाणिज्य सचिव ने प्रमुख एसईजेड नीति और परिचालन चुनौतियों के समाधान के लिए उद्योग हितधारकों के साथ संवाद किया

प्रविष्टि तिथि: 21 NOV 2025 6:01PM by PIB Delhi

निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा ईओयू और एसईजेड (ईपीसीईएस) के लिए आज चेन्नई में आयोजित एक उद्योग इंटरफेस में वाणिज्य सचिव श्री राजेश अग्रवाल, आईएएस ने 150 से अधिक हितधारकों के साथ बातचीत की। विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) इकाइयों और डेवलपर्स के प्रतिनिधियों ने विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) - घरेलू टैरिफ क्षेत्र (डीटीए) लेनदेन, छूटे हुए शुल्क, आइसगेट कनेक्टिविटी की बाधाओं, आयात निगरानी प्रणालियों और एमएसएमई के सामने आने वाली रिवर्स जॉब वर्क चुनौतियों से संबंधित मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। आईटी और आईटीईएस हितधारकों ने खाली निर्मित क्षेत्र वर्गीकरण, अनुमोदन पत्रों (एलओए) के नवीनीकरण की समय सीमा और खरीद सत्यापन आवश्यकताओं से संबंधित नियमों पर चिंता व्यक्त की, जो जीएसटी मानदंडों से भिन्न हैं।

प्रतिभागियों ने डीटीए इकाइयों के लिए उपलब्ध रियायती आयात शुल्क और शुल्क वापसी योजनाओं के तहत एसईजेड इकाइयों के लिए समानता की कमी, नई खरीद प्रमाणपत्र प्रक्रिया द्वारा शुरू की गई परिचालन अक्षमताओं, अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिकारी शुल्कों और एसईजेड से डीटीए बिक्री के लिए क्यूसीओ प्रयोज्यता की समीक्षा की आवश्यकता, विशेष रूप से केएएसईजेड जैसे मामलों की ओर ध्यान आकर्षित किया।

इन मुद्दों पर प्रतिक्रिया देते हुए, वाणिज्य सचिव ने उद्योग जगत के साथ प्रत्यक्ष जुड़ाव को संभव बनाने के लिए ईपीसीईएस को धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया कि मंत्रालय व्यापार सुगमता को मज़बूत करने के उद्देश्य से प्रत्येक चुनौती की विस्तार से जाँच करेगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में बदलाव, डीटीए बाज़ार पहुँच की बढ़ती माँग और एफटीए के बदलते प्रभाव के कारण ऐसी विशेष आर्थिक क्षेत्र नीतियाँ आवश्यक हो गई हैं जो वर्तमान आर्थिक वास्तविकताओं के अनुरूप हों।

उन्होंने दीर्घकालिक दृष्टिकोण और डेटा आधारित नीति निर्माण के महत्व पर ज़ोर दिया और उद्योग जगत से सुधार संबंधी विचारों के समर्थन में संरचित विश्लेषण तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने हितधारकों को आश्वासन दिया कि बीएसएनएल के साथ कनेक्टिविटी संबंधी चिंताओं और आयात निगरानी प्रणालियों से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने एसईज़ेड पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक गतिशील, उत्तरदायी और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उन्होंने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा कि मंत्रालय उठाए गए सभी मुद्दों की जांच करेगा तथा अधिक लचीले, कुशल और वैश्विक रूप से संरेखित विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) ढांचे के निर्माण के लिए व्यावहारिक समाधान की दिशा में काम करेगा।

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पीके/केसी/जेएस/एसएस


(रिलीज़ आईडी: 2192682) आगंतुक पटल : 25
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