अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
एनआईटी जालंधर ने कौशल विकास के लिए एआई, 5जी और उभरती प्रौद्योगिकियों पर कार्यशाला का आयोजन किया
Posted On:
28 OCT 2025 6:03PM by PIB Delhi
डॉ. बी. आर. अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जालंधर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), 5जी और उभरती प्रौद्योगिकियों में क्षमता निर्माण और कौशल विकास पर जागरूकता कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इसका उद्देश्य विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों को तेजी से बदलती दुनिया में कामयाब रहने के लिए जरूरी कौशल से लैस करना था।
कार्यशाला में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव डॉ. चंद्रशेखर कुमार मुख्य अतिथि और उप सचिव श्री श्रवण कुमार जाटवथ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एनआईटी जालंधर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया ने की। इसमें आईआईटी तथा अन्य प्रमुख संस्थानों के 300 से अधिक छात्रों, संकाय सदस्यों और क्षेत्र विशेषज्ञों ने भाग लिया।
डॉ. चंद्रशेखर कुमार ने अपने मुख्य भाषण में शिक्षा प्रणाली को तकनीकी प्रगति के अनुरूप विकसित करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संस्थानों को विकसित भारत, एआई मिशन और डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप आजीवन शिक्षा, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने बताया कि मंत्रालय का ध्यान अब पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़कर समावेशी विकास के प्रमुख स्तंभों के रूप में प्रौद्योगिकी, नवाचार और रोजगारपरकता को शामिल करने पर है। उन्होंने शिक्षा और क्षमता निर्माण के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदायों को सशक्त बनाने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता के एक उदाहरण के रूप में पीएमजेवीके का हवाला दिया।
डॉ. कुमार ने एनआईटी जालंधर की पहल की भी सराहना की। उन्होंने इसके मॉडल को सामाजिक समावेशन के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने तथा नवाचार आधारित विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में अनुकरणीय बताया।
पंजाब सरकार की सामाजिक न्याय एवं अल्पसंख्यक मामलों की निदेशक श्रीमती विम्मी भुल्लर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्रालय के सहयोग की सराहना की और अल्पसंख्यक युवाओं में रोज़गार क्षमता बढ़ाने में उभरती प्रौद्योगिकियों के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला में एआई, 5जी और साइबर सुरक्षा पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें विशेषज्ञ व्याख्यान, लाइव प्रदर्शन और कौशल विकास एवं भविष्य के रोज़गार रुझानों पर पैनल चर्चाएं शामिल थीं।
इस आयोजन की सफलता के बाद, एनआईटी जालंधर ने अल्पसंख्यक छात्रों के लिए साइबर सुरक्षा, 5जी तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में निःशुल्क प्रमाणन कार्यक्रमों की घोषणा की। संस्थान समावेशी, प्रौद्योगिकी-संचालित विकास को बढ़ावा देने के लिए पीएमकेवीवाई 4.0 और एसटीआई हब जैसी पहलों के तहत मेंटरशिप कार्यक्रम, उद्योग-आधारित पाठ्यक्रम और त्रैमासिक कार्यशालाएं शुरू करने की भी योजना बना रहा है।
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