शिक्षा मंत्रालय
आईआईटी रुड़की ने एमटेकप्रो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को उन्नत एंटीना गेन एन्हांसमेंट तकनीक का लाइसेंस दिया
-उन्नत बैंड-पास गेन बूस्टिंग सरफेस (GBS) डिजाइन अगली पीढ़ी के वायरलेस सिस्टम के लिए उच्च दक्षता का वादा करता है।
-तकनीक “बैंड पास गेन बूस्टिंग सरफेस का उपयोग करके पिरामिडल हॉर्न एंटीना में गेन बढ़ाने की प्रणाली एवं विधि” (पेटेंट आवेदन संख्या 202311057857) पर आधारित।
-प्रो. गौरीश बसवराजप्पा एवं श्री कल्याण मोहन पटनायक द्वारा विकसित नवाचार का लाइसेंस एमटेकप्रो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित।
-उद्योग-अकादमिक सहयोग से प्रयोगशाला अनुसंधान के औद्योगिक एवं व्यावसायिक अनुप्रयोगों का मार्ग प्रशस्त।
Posted On:
30 SEP 2025 7:56PM by PIB Dehradun
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) ने एमटेकप्रो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को उन्नत एंटीना तकनीक का सफलतापूर्वक लाइसेंस प्रदान किया है। यह तकनीक वायरलेस संचार और अनुप्रयुक्त विद्युत चुंबकीय क्षेत्र में उद्योग-अकादमिक साझेदारी को और मज़बूत करेगी।
“बैंड पास गेन बूस्टिंग सरफेस (GBS) का उपयोग करके पिरामिडल हॉर्न एंटीना में गेन बढ़ाने की एक प्रणाली एवं विधि” (पेटेंट आवेदन संख्या 202311057857) शीर्षक नवाचार को आईआईटी रुड़की के प्रो. गौरीश बसवराजप्पा एवं श्री कल्याण मोहन पटनायक ने विकसित किया है। यह तकनीक अगली पीढ़ी की संचार प्रणालियों के लिए उच्च दक्षता एवं व्यापक अनुप्रयोग क्षमता प्रदान करने में सक्षम है।
इस अवसर पर प्रमुख आविष्कारक प्रो. गौरीश बसवराजप्पा ने कहा, “यह तकनीक एंटीना के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए सरल लेकिन प्रभावी तरीका प्रस्तुत करती है, जो अगली पीढ़ी के वायरलेस सिस्टम में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उद्योग के साथ सहयोग हमारे अनुसंधान को वास्तविक उपयोग में लाने में मदद करेगा।”
एमटेकप्रो टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री तैय्यब ज़िया अहमद एवं सुश्री दीपा गोयल ने कहा, “हमें आईआईटी रुड़की की इस तकनीक को अपने उत्पाद श्रृंखला में शामिल करने पर गर्व है। यह लाभ संवर्धन समाधान औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए अपार संभावनाएं रखता है और हम इसे व्यापक बाजार में लाने के लिए तत्पर हैं।”

आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने कहा, “आईआईटी रुड़की में हमारा उद्देश्य है कि शोध के परिणाम समाज के लिए ठोस मूल्य पैदा करें। यह उपलब्धि शिक्षा जगत और उद्योग के सहयोग की शक्ति को दर्शाती है।”
आईआईटी रुड़की के कुलशासक (प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श) प्रो. विवेक के. मलिक ने कहा कि यह इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे संस्थान के शोधकर्ता उद्योग की चुनौतियों का समाधान करते हैं और भारत की तकनीकी क्षमताओं को मज़बूत बनाते हैं।
यह प्रौद्योगिकी हस्तांतरण आईआईटी रुड़की के उस सतत प्रयास का प्रतीक है, जिसके माध्यम से प्रयोगशाला से निकलकर टिकाऊ प्रौद्योगिकियाँ वास्तविक दुनिया में लागू की जाती हैं और उद्योग-अकादमिक साझेदारी को प्रोत्साहन मिलता है।
(Release ID: 2173315)
Visitor Counter : 8