पर्यटन मंत्रालय
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पर्यटन मंत्रालय भारत मंडपम में “विश्व खाद्य भारत – भारत के पाककला खजाने को पुनर्जीवित करना” विषय पर पाक कला उत्सव का आयोजन करेगा

Posted On: 24 SEP 2025 5:00PM by PIB Delhi

भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय 25 से 28 सितंबर, 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में विश्व खाद्य भारत - भारत के पाककला खजाने को पुनर्जीवित करनाशीर्षक से एक भव्य पाककला उत्सव का आयोजन कर रहा है।

 

यह चार दिवसीय पाककला कार्यक्रम भारत की पाक विरासत की समृद्धि को प्रदर्शित करेगा और साथ ही देश को स्थायी खाद्य नवाचार में वैश्विक अग्रणी के रूप में स्थापित करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भूली-बिसरी खाद्य परंपराओं को पुनर्जीवित करना, प्राचीन पाककला तकनीकों को उजागर करना और स्वदेशी सामग्रियों की निर्यात संभावनाओं का पता लगाना है।

 

इस कार्यक्रम का आयोजन भारत खाद्य पर्यटन संगठन (आईएफटीओ) द्वारा ज्ञान भागीदार के रूप में किया जा रहा है, जबकि फिक्की लॉजिस्टिक्स भागीदार के रूप में कार्य कर रहा है। इसमें मीडिया पेशेवरों, खाद्य समीक्षकों, प्रभावशाली व्यक्तियों, अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों, ब्लॉगर्स और विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों का एक विशिष्ट समूह शामिल होगा।

 

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ :-

 

पहला दिन  (25 सितंबर) :

उद्घाटन सत्र के बाद एक पैनल चर्चा होगी - "भारतीय पाककला के अनमोल खाद्य पदार्थों का पुनरुद्धार और यह कैसे दुनिया को बदल सकता है", जिसका संचालन श्री के. के. पंत (प्राचार्य, आईएचएम पूसा) करेंगे।

 

पैनलिस्ट: श्री विक्रम मित्तल (वीपी, आईएफटीओ), शेफ विक्की रत्नानी, डॉ. शेफ सौरभ शर्मा (मणिपाल विश्वविद्यालय), शेफ विनीत मनोचा (बीकाजी फूड्स), और श्री अमित लोहानी (एफआईएफआई)

 

फ़ोकस: कुपोषण, खाद्य असुरक्षा और जलवायु परिवर्तन के समाधान के रूप में धीमी गति से खाना पकाने, किण्वन, धूप में सुखाने जैसी प्राचीन तकनीकें और बाजरा आदिवासी अनाज जैसी भूली- बिसरी सामग्री।

 

दूसरा दिन (26 सितंबर) :

सत्र: "मूलभूत पहलुओं पर पुनर्विचार : भारत की विस्मृत खाद्य संस्कृति का उदय", डॉ. शेफ राजीव गोयल द्वारा संचालित।

 

विशेषज्ञ: शेफ मंजीत गिल, सुश्री मरियम एच. रेशी, सुश्री रुशिना एम. घिल्डयाल, सुश्री योगिता उचिल और अन्य।

 

फोकस: जीआई- टैग सामग्री और पारंपरिक अनाजों का पुनरुद्धार, उनके निर्यात अवसरों को प्रदर्शित करने वाली मास्टर क्लास के साथ।

 

तीसरा दिन (27 सितंबर) :

सत्र: "भारतीय पाककला से दुनिया क्या सीख सकती है" जिसका संचालन फ़ूड ब्लॉगर गुरप्रीत सिंह टिक्कू करेंगे।

 

विशेषज्ञ: पद्मश्री प्रो. पुष्पेश पंत, शेफ विकास चावला, शेफ सदाफ हुसैन आदि।

 

मुख्य विषय: आयुर्वेद के उपचार सिद्धांत, संतुलित थाली परंपराएँ, मसालों की परतें, शून्य-अपशिष्ट पाककला। लाइव प्रदर्शनों में श्री अन्न को "भविष्य का स्मार्ट भोजन" और स्थायी पादप- आधारित प्रोटीन में नवाचारों पर प्रकाश डाला जाएगा।

 

चौथा दिन (28 सितंबर) :

सत्र : "स्वदेशी सामग्रियों से युक्त भोजन में भारत का पारंपरिक नवाचार", डॉ. शेफ राजीव गोयल द्वारा संचालित।

 

विशेषज्ञ: डॉ. कुरुश एफ. दलाल (पुरातत्वविद् एवं पाककला मानवविज्ञानी), सुश्री पृथा सेन एवं अन्य।

 

मुख्य विषय: भारत का सदियों पुराना पाककला ज्ञान, जो स्थायित्व पर आधारित है, जिसमें श्री अन्न सुपरफूड्स और निर्यात-तैयार पादप प्रोटीन अनुप्रयोगों पर प्रदर्शन शामिल हैं।

 

एक परिवर्तनकारी पाककला उत्सव

 

विशेषज्ञ पैनल चर्चाओं, इंटरैक्टिव मास्टरक्लास और प्रामाणिक खाद्य नमूनाकरण सत्रों के माध्यम से यह ऐतिहासिक पहल भारत के सबसे प्रसिद्ध पाककला विशेषज्ञों, इतिहासकारों, रसोइयों और उद्योग जगत के नेताओं को एक साथ लाएगी।

 

वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2025 भारत की पाककला विरासत का जश्न मनाने और एक अधिक टिकाऊ एवं विश्व स्तर पर प्रासंगिक खाद्य भविष्य की दिशा तय करने के लिए परिवर्तनकारी मंच बनने का वादा करता है।

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पीके/ केसी/ जेएस


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