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ईएसआईसी ने "जनता और पृथ्वी के लिए आयुर्वेद" विषय पर 10वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया


ईएसआईसी मुख्यालय में सतत स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी के लिए आयुर्वेद को रेखांकित किया गया

Posted On: 23 SEP 2025 7:38PM by PIB Delhi

कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने आज नई दिल्ली में अपने मुख्यालय में 10वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया। कार्यक्रम में ईएसआईसी के महानिदेशक श्री अशोक कुमार सिंह और एक प्रसिद्ध योग प्रशिक्षक तथा 'प्लांट बेस्ड होल फूड' के श्री संदीप निगम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

इस वर्ष का समारोह "जनता और पृथ्वी के लिए आयुर्वेद" विषय पर केंद्रित था। यह इस बात पर बल देता है कि आयुर्वेद केवल एक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली नहीं है बल्कि व्यक्ति और पर्यावरण के बीच सामंजस्य पर आधारित एक विज्ञान है।

कार्यक्रम की शुरुआत में आयुष चिकित्सा आयुक्त डॉ. अलका पाल ने उद्घाटन भाषण में आयुर्वेद के प्रोत्साहन, निवारक, उपचारात्मक और पुनर्वास संबंधी पहलुओं को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आयुर्वेद प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा देता है और वैश्विक स्वीकृति का लक्ष्य रखता है ताकि दुनिया भर के लोग इससे लाभान्वित हो सकें।

ईएसआईसी के महानिदेशक श्री अशोक कुमार सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद की प्रासंगिकता विशेष रूप से विपत्ति के समय में स्पष्ट होती है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद, प्रकृति से प्राप्त होने के कारण, स्वाभाविक रूप से पारिस्थितिक संतुलन के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद का प्रचार न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य में, बल्कि विश्व के सतत और संतुलित विकास में भी योगदान देगा। उन्होंने आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रचार और अनुसंधान के लिए ईएसआईसी अस्पतालों में की जा रही पहलों के बारे में भी बताया।

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श्री संदीप निगम ने अपने संबोधन में समग्र कल्याण के लिए आवश्यक मार्गों के रूप में आयुर्वेद, आध्यात्मिक जीवनशैली और प्राकृतिक चिकित्सा के एकीकरण पर बल दिया। उन्होंने बताया कि इस तरह का एकीकरण "अनंत चैतन्य" की ओर ले जाता है - आंतरिक स्थिरता और शांति की अवस्था - जिससे एक सामंजस्यपूर्ण और शांतिपूर्ण समाज का निर्माण होता है। उन्होंने लोगो को शांति और आंतरिक संतुलन का अनुभव करने के लिए 'ॐ' का जाप भी करवाया। इसके अलावा उन्होंने सभी से रिफाइन्ड और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से परहेज करने और इसके बजाय प्राकृतिक और पौष्टिक आहार अपनाने का आग्रह किया।

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इस समारोह में मुख्य सतर्कता अधिकारी, वरिष्ठ अधिकारी और ईएसआईसी मुख्यालय के कर्मचारी भी उपस्थित थे।

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पीके/केसी/एसके/एसएस


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