जनजातीय कार्य मंत्रालय
जनजातीय कार्य मंत्रालय राष्ट्रव्यापी स्वच्छता गतिविधियों के साथ स्वच्छता पखवाड़ा (17 सितंबर- 2 अक्टूबर 2025) मना रहा है
स्वच्छता ही सेवा 2025 के अंतर्गत शास्त्री भवन और जीवन तारा भवन में विशेष स्वच्छता अभियान
आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत आदि सेवा पर्व के हिस्से के रूप में जनजातीय बहुल गांवों में स्वच्छता अभियान संचालित किया जाएगा
Posted On:
17 SEP 2025 8:14PM by PIB Delhi
जनजातीय कार्य मंत्रालय 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक पूरे देश में स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है, जिसमें स्वच्छता की शपथ और कई गतिविधियां शामिल हैं। यह अभियान राष्ट्रव्यापी आंदोलन "स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) 2025" के अनुरूप है और इसका शुभारंभ 17 सितंबर को हुआ था और जिसका समापन 2 अक्टूबर 2025 को गांधी जयंती के अवसर पर होगा।
शास्त्री भवन और जीवन तारा भवन में विशेष स्वच्छता अभियान संचालित किया जाएगा जिससे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ, हरित और स्वस्थ भारत के आह्वान के प्रति मंत्रालय की प्रतिबद्धता को बल मिलेगा।
आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत आदि सेवापर्व (17 सितंबर - 2 अक्टूबर 2025) के भाग के रूप में, देशभर के सभी जनजातीय बहुल गांवों में स्वच्छता ही सेवा 2025 भी आयोजित किया जाएगा।
जनजातीय संस्थानों में स्वच्छता पखवाड़ा- राष्ट्रव्यापी भागीदारी
- 470+ एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस): स्वच्छता और पर्यावरण-अनुकूल कार्य प्रणालियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए छात्रों के नेतृत्व में प्रतियोगिताएं, वाद-विवाद और रचनात्मक गतिविधियां।
- 29 जनजातीय अनुसंधान संस्थान (टीआरआई): संकाय, शोधकर्ताओं और स्थानीय जनजातीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी के साथ परिसर और सामुदायिक स्तर पर स्वच्छता अभियान।
- कार्यालय स्तरीय अभियान: शास्त्री भवन और जीवन तारा भवन में पूर्ण स्टाफ की भागीदारी के साथ गहन स्वच्छता गतिविधियां।
- सामुदायिक एकजुटता: जनजातीय बहुल गांवों में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे और परिवारों को 25 सितंबर 2025 को “एक दिन, एक घंटा, एक साथ” के राष्ट्रव्यापी आह्वान में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
नेतृत्व की अभिव्यक्ति
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री, श्री जुएल ओराम: "स्वच्छता एक साझा उत्तरदायित्व है। ईएमआरएस छात्रों, टीआरआई और जनजातीय समुदायों को शामिल करके, हम सम्मान और स्वास्थ्य की एक ऐसी संस्कृति का पोषण कर रहे हैं जो विकसित भारत@2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप है।"
राज्य मंत्री, श्री दुर्गादास उइके: "मंत्रालय का स्वच्छता पखवाड़ा जनभागीदारी की भावना को दर्शाता है। जनजातीय युवाओं की अग्रणी भूमिका के साथ, ये अभियान सच्चे जनआंदोलनों में परिवर्तित हो रहे हैं।"
जनजातीय कार्य मंत्रालय के सचिव, श्री विभु नायर: "हमारे विद्यालयों, संस्थानों और कार्यालयों में स्वच्छता अभियान केवल प्रतीकात्मक नहीं हैं; ये सतत और सहभागी विकास की आधारशिला हैं। आदि सेवा पर्व के दौरान, सभी जनजातीय बहुल गांव इस उत्तरदायित्व को गंभीरता और निरंतर रूप से निभाएंगे।"
स्वच्छ और विकसित भारत की ओर अग्रसर
जनजातीय कार्य मंत्रालय स्वच्छता ही सेवा 2025 के पांच प्रमुख स्तंभों में सक्रिय रूप से योगदान देगा:
- उपेक्षित स्थलों को स्वच्छ सार्वजनिक स्थलों में बदलना।
- जनजातीय संस्थाओं में पर्यावरण अनुकूल उत्सव और शून्य अपशिष्ट समारोह।
- सफाई मित्र सुरक्षा एवं सम्मान - स्वच्छता कर्मियों की पहचान।
- स्वच्छ गांवों और ओडीएफ प्लस मॉडल के लिए छात्र और युवा समर्थन।
- 25 सितम्बर 2025 को समुदाय के नेतृत्व में स्वैच्छिक श्रमदान।
मंत्रालय सभी जनजातीय समुदायों, संस्थाओं और नागरिकों से इस अभियान में शामिल होने और स्वच्छता को जीवन का एक अंग बनाने का आह्वान करता है- यह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि होगी और विकसित भारत@2047 की दिशा में एक पहल होगी।

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पीके/केसी/एसएस/वाईबी
(Release ID: 2167991)